Kolhan Investment Boom: कोल्हान में 8 हजार करोड़ का निवेश, 5 हजार लोगों को मिलेगा रोजगार
कोल्हान में 8000 करोड़ रुपये का निवेश, 5000 से अधिक लोगों को मिलेगा रोजगार। जानें किन कंपनियों ने किया निवेश और राज्य सरकार की नीतियों का असर।
झारखंड के कोल्हान क्षेत्र में बड़े पैमाने पर औद्योगिक क्रांति का आगाज़ होने जा रहा है। राज्य सरकार और कई कंपनियों के बीच एमओयू (Memorandum of Understanding) साइन किए गए हैं, जिसके तहत कोल्हान में 8000 करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा। इससे 5000 से अधिक लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिलने का अनुमान है।
वोल्टास करेगी बड़ा निवेश
पूर्वी सिंहभूम जिले में वोल्टास रेल प्राइवेट लिमिटेड ने 205 एकड़ जमीन की मांग की है, जहां रेलवे के डिब्बे असेंबल करने के साथ-साथ फेब्रिकेशन, कास्टिंग कंपोनेंट, स्टील और एल्यूमीनियम के प्लांट भी लगाए जाएंगे। वोल्टास इस परियोजना में लगभग 3967 करोड़ रुपये का निवेश करेगी, जिससे लगभग 2000 लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिलेगा।
रामकृष्णा फोर्जिंग्स भी देगी रोजगार
सरायकेला-खरसावां जिले में रामकृष्णा फोर्जिंग्स लिमिटेड ने फेब्रिकेशन प्लांट लगाने की योजना बनाई है। कंपनी 139.58 करोड़ रुपये निवेश करेगी, जिससे 200 से अधिक लोगों को रोजगार मिलेगा।
झारखंड सरकार की नीतियों का असर
झारखंड सरकार की निवेश प्रोत्साहन (Incentive) नीति उद्योगपतियों को आकर्षित कर रही है। अब तक विभिन्न कंपनियों को 98.49 करोड़ रुपये का इंसेंटिव दिया जा चुका है। इनमें:
- झारखंड इंडस्ट्रियल इन्वेस्टमेंट एंड प्रमोशन पॉलिसी: 27.08 करोड़ रुपये
- कैप्टिव पावर प्लांट इंसेंटिव: 42.20 करोड़ रुपये
- फूड प्रोसेसिंग इंडस्ट्रीज पॉलिसी: 7.65 करोड़ रुपये
- टेक्सटाइल, अपैरल एंड फुटवियर पॉलिसी: 16.33 करोड़ रुपये
निवेशकों को क्यों भा रहा है झारखंड?
झारखंड की समृद्ध खनिज संपदा और उद्योग अनुकूल नीतियां निवेशकों को आकर्षित कर रही हैं। उद्योग विभाग के सचिव जितेंद्र सिंह ने बताया कि राज्य सरकार उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए निरंतर प्रयासरत है।
ऐतिहासिक दृष्टि
झारखंड, जो कभी केवल खनन उद्योगों के लिए जाना जाता था, अब मैन्युफैक्चरिंग और टेक्सटाइल सेक्टर में भी तेजी से आगे बढ़ रहा है। राज्य की खनिज संपदा और सस्ते श्रम बल ने इसे निवेशकों के लिए आकर्षक बनाया है। यह औद्योगिक परिवर्तन राज्य की आर्थिक स्थिति को मजबूती देने के साथ-साथ स्थानीय लोगों को रोजगार के नए अवसर भी प्रदान कर रहा है।
कोल्हान में 8000 करोड़ रुपये का यह निवेश न सिर्फ आर्थिक प्रगति का संकेत है, बल्कि झारखंड को उद्योगों का हब बनाने की दिशा में बड़ा कदम है। सरकार और उद्योगपतियों की इस साझेदारी से राज्य में औद्योगिक विकास की एक नई कहानी लिखी जा रही है।
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