Jharkhand Liquor Scam : झारखंड शराब घोटाले में नया खुलासा - ईडी ने खोला बड़ा राज, अब जुड़ा एक और केस!

क्या झारखंड शराब घोटाले में अब होगा बड़ा खुलासा? ईडी ने क्यों जोड़ा एक और केस, और कौन-कौन हैं निशाने पर? जानिए पूरी रिपोर्ट।

Feb 8, 2025 - 12:04
Feb 8, 2025 - 12:21
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Jharkhand Liquor Scam : झारखंड शराब घोटाले में नया खुलासा -  ईडी ने खोला बड़ा राज, अब जुड़ा एक और केस!
Jharkhand Liquor Scam : झारखंड शराब घोटाले में नया खुलासा - ईडी ने खोला बड़ा राज, अब जुड़ा एक और केस!

झारखंड शराब घोटाला: अब ईडी की जांच में नया मोड़, एक और केस जुड़ा

झारखंड में शराब घोटाला को लेकर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) एक बार फिर से एक्टिव हो गया है। अब इस केस में एक और बड़ी कार्रवाई की तैयारी हो रही है। दरअसल, ईडी ने अब प्रिज्म होलोग्राफी सिक्योरिटी फिल्म्स प्राइवेट लिमिटेड के खिलाफ दर्ज केस को भी इस घोटाले में जोड़ने का फैसला किया है। यह वही कंपनी है, जिस पर नकली होलोग्राम सप्लाई करने और अवैध वित्तीय लेन-देन में शामिल होने का आरोप है।

क्या है पूरा मामला?

झारखंड में 2022 में छत्तीसगढ़ मॉडल की तर्ज पर नई शराब नीति लागू की गई थी, जिसमें प्रिज्म होलोग्राफी को शराब की बोतलों पर होलोग्राम छापने का ठेका दिया गया था। लेकिन बाद में छत्तीसगढ़ शराब घोटाले में इस कंपनी की संदिग्ध भूमिका सामने आई, जिसके बाद इसे झारखंड में भी ब्लैकलिस्ट कर दिया गया था।

अब ईडी ने इस मामले में जांच को और गहराई से करते हुए प्रिज्म होलोग्राफी के खिलाफ नोएडा के कासना थाने में दर्ज 2023 की एफआईआर को भी जोड़ लिया है।

ईडी का अगला कदम क्या?

सूत्रों के मुताबिक, झारखंड ईडी की टीम अब प्रिज्म होलोग्राफी के निदेशक विधु गुप्ता से पूछताछ करेगी। इस दौरान कई महत्वपूर्ण सवालों के जवाब तलाशे जाएंगे:

  • झारखंड में शराब की बोतलों पर होलोग्राम लगाने का ठेका कैसे मिला?
  • किन अधिकारियों ने इस कंपनी को मंजूरी दी?
  • कितनी रकम का लेन-देन हुआ और किसने इसे पास किया?
  • क्या इसमें बड़े राजनेताओं या ब्यूरोक्रेट्स की भूमिका रही?

बड़े अधिकारियों पर भी शिकंजा कसने की तैयारी

झारखंड ईडी की टीम राज्य के पूर्व उत्पाद सचिव विनय कुमार चौबे और संयुक्त आयुक्त उत्पाद गजेंद्र सिंह की भूमिका की भी जांच कर रही है। यह दोनों अधिकारी पहले ही छत्तीसगढ़ शराब घोटाले में आरोपी बनाए जा चुके हैं और इन पर मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज है।

ईडी पहले ही कई ठिकानों पर छापेमारी कर चुकी है और अब इस जांच को और आगे बढ़ाने की योजना बना रही है।

छत्तीसगढ़ मॉडल का झारखंड से क्या कनेक्शन?

झारखंड में 2022 से छत्तीसगढ़ मॉडल पर शराब की बिक्री शुरू की गई थी। इस नीति के तहत -

  • छत्तीसगढ़ स्टेट मार्केटिंग कॉर्पोरेशन लिमिटेड के पूर्व एमडी एपी त्रिपाठी को झारखंड में सलाहकार नियुक्त किया गया।
  • प्रिज्म होलोग्राफी को होलोग्राम सप्लाई करने का ठेका मिला।
  • सुमित फैसिलिटीज लिमिटेड को मैन पावर सप्लाई की जिम्मेदारी दी गई।

अब जांच में सामने आया है कि ये तीनों कंपनियां छत्तीसगढ़ शराब घोटाले में भी आरोपी हैं, जिससे झारखंड सरकार की नीति पर सवाल उठने लगे हैं।

क्या होगी आगे की कार्रवाई?

झारखंड में ईडी की जांच अब मनी लॉन्ड्रिंग के एंगल से आगे बढ़ेगी। इसमें कई बड़े अधिकारियों और कंपनियों की संलिप्तता उजागर हो सकती है। आने वाले दिनों में झारखंड और छत्तीसगढ़ दोनों राज्यों में ईडी की छापेमारी और पूछताछ तेज होने की संभावना है।

क्या झारखंड में भी छत्तीसगढ़ की तरह बड़ा शराब घोटाला हुआ है? क्या इसमें राजनीतिक संरक्षण मिला था? ईडी की जांच आने वाले समय में इन सभी सवालों के जवाब दे सकती है।

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Team India मैंने कई कविताएँ और लघु कथाएँ लिखी हैं। मैं पेशे से कंप्यूटर साइंस इंजीनियर हूं और अब संपादक की भूमिका सफलतापूर्वक निभा रहा हूं।