जमशेदपुर: जिला विधिक सेवा प्राधिकरण (डीएलएसए), जमशेदपुर ने महिलाओं के खिलाफ ऑनलाइन हिंसा से सुरक्षा और वन स्टॉप सेंटर में अपनी भूमिका पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया। इस विशेष कार्यक्रम का उद्देश्य महिलाओं के अधिकारों, उनकी सुरक्षा और कानूनी उपायों के बारे में जागरूकता बढ़ाना था।
कार्यशाला की शुरुआत और मुख्य अतिथि
यह कार्यशाला डीएलएसए, जमशेदपुर के कॉन्फ्रेंस हॉल में आयोजित हुई, जिसमें प्रमुख रूप से डीएलएसए, जमशेदपुर के सचिव श्री राजेंद्र प्रसाद ने भाग लिया। उनके अलावा, इस आयोजन में लीगल एड डिफेंस काउंसिल, जमशेदपुर के प्रमुख श्री बिदेश सिन्हा और उनके डिप्टी श्री राजेश कुमार श्रीवास्तव समेत कई अन्य विशेषज्ञ भी उपस्थित थे।
मुख्य वक्ता और संसाधन व्यक्ति
कार्यशाला में मुख्य वक्ता के रूप में डीएलएसए, जमशेदपुर की महिला अधिवक्ता सुश्री प्रीति मुर्मू ने महिलाओं के खिलाफ ऑनलाइन हिंसा के खतरे और डीएलएसए की सहायता से सुरक्षा उपायों पर विस्तार से चर्चा की। संसाधन व्यक्तियों ने बताया कि कैसे वन स्टॉप सेंटर पीड़ितों को कानूनी सहायता, परामर्श और पुलिस सहायता प्रदान करने में एक प्रमुख भूमिका निभाता है।
ऑनलाइन हिंसा का बढ़ता खतरा और सुरक्षा उपाय
कार्यशाला में चर्चा का मुख्य विषय महिलाओं के खिलाफ ऑनलाइन हिंसा और इसके विभिन्न रूपों के प्रति जागरूकता थी। विशेषज्ञों ने बताया कि डिजिटल युग में महिलाएं कैसे विभिन्न प्रकार की साइबर हिंसा और उत्पीड़न का शिकार हो रही हैं और इसे रोकने के लिए क्या कानूनी उपाय उपलब्ध हैं। डीएलएसए ने वन स्टॉप सेंटर के महत्व को उजागर करते हुए बताया कि यह केंद्र पीड़ितों को एक ही जगह पर पूरी सहायता प्रदान करता है, जिसमें काउंसलिंग, कानूनी सहायता, और पुलिस संरक्षण शामिल हैं।
सार्वजनिक भागीदारी और संवाद
कार्यशाला में पैनल वकील, लीगल एड डिफेंस काउंसिल और पैरा लीगल वालंटियर्स ने भी भाग लिया। उन्होंने इस विषय पर एक सार्थक संवाद किया, जिसमें बताया गया कि कैसे ऑनलाइन हिंसा के पीड़ितों को त्वरित और प्रभावी सहायता दी जा सकती है। यह संवाद सहभागियों के बीच जानकारी साझा करने और इस मुद्दे पर सामूहिक समाधान की ओर बढ़ने के लिए प्रेरित करने वाला था।
इतिहास और डीएलएसए का योगदान
जमशेदपुर में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण का इतिहास उन प्रयासों से भरा हुआ है जो लोगों को कानूनी सहायता और न्याय दिलाने के लिए किए गए हैं। इसके पहले भी, डीएलएसए ने समाज में कानूनी जागरूकता बढ़ाने और गरीब व जरूरतमंदों को न्याय दिलाने के लिए कई कार्यशालाओं और अभियान चलाए हैं। इस बार, महिलाओं के खिलाफ बढ़ती ऑनलाइन हिंसा के मुद्दे को प्राथमिकता देने से यह दिखता है कि डीएलएसए का कार्यक्षेत्र अब डिजिटल सुरक्षा की ओर भी बढ़ रहा है।
आगे की योजना
डीएलएसए, जमशेदपुर ने भविष्य में भी इस तरह की कार्यशालाओं के आयोजन की योजना बनाई है, जिससे महिलाओं को उनके अधिकारों और सुरक्षा उपायों के बारे में जानकारी मिले। यह सुनिश्चित करने के लिए कि महिलाएं ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों स्थानों पर सुरक्षित महसूस करें, डीएलएसए अपने प्रयासों को लगातार बढ़ाता रहेगा।