Jamshedpur Celebration: जीजीएसपीआई इंस्टिट्यूट में धूमधाम से मनी सरस्वती पूजा, छात्रों ने मां सरस्वती से मांगा ज्ञान का आशीर्वाद
जमशेदपुर के जीजीएसपीआई इंस्टिट्यूट में सरस्वती पूजा का भव्य आयोजन, 800 से अधिक छात्रों ने लिया भाग, भोग वितरण और रंगारंग कार्यक्रमों की धूम! पढ़ें पूरी खबर।
जमशेदपुर, आदित्यपुर: विद्या और ज्ञान की देवी मां सरस्वती की आराधना में आदित्यपुर स्थित जीजीएसपीआई कंप्यूटर ट्रेनिंग सेंटर में भव्य सरस्वती पूजा का आयोजन किया गया। संस्थान के निदेशक गुरप्रीत सिंह सेहरा के नेतृत्व में सैकड़ों छात्र-छात्राओं ने इस धार्मिक कार्यक्रम में भाग लिया और मां सरस्वती से विद्या और बुद्धि का आशीर्वाद मांगा।
800 से अधिक छात्रों ने लिया भाग, भव्य आयोजन
हर साल की तरह इस वर्ष भी पूजा समारोह पूरे हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। आयोजन में 800 से अधिक छात्र-छात्राएं शामिल हुए और धार्मिक माहौल में भक्ति और उल्लास का संगम देखा गया।
इस मौके पर आदित्यपुर थाना प्रभारी राजीव कुमार भी विशेष रूप से पूजा में शामिल हुए और छात्रों को आशीर्वाद दिया। पूजा के बाद छात्र-छात्राओं के बीच भोग और प्रसाद का वितरण किया गया।
तीनों ब्रांचों का संयुक्त आयोजन, रंगारंग कार्यक्रम भी हुए
संस्थान की तीनों ब्रांच – आदित्यपुर, जुगसलाई और गम्हरिया के छात्र इस कार्यक्रम में सम्मिलित हुए। पूजा का आयोजन आई टाइप इंस्टिट्यूट में किया गया, जहां विद्यार्थियों ने मां सरस्वती के चरणों में नमन किया और उज्जवल भविष्य की कामना की।
इस अवसर पर संस्थान के शिक्षक-शिक्षिकाएं भी उपस्थित रहे, जिनमें सुखपाल कौर, मनजीत, विक्रम, प्रियम, प्रिया, अंकिता, नीतीश समेत कई अन्य शिक्षाविद शामिल थे।
पूजा समारोह के बाद छात्रों के लिए विशेष सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए गए, जहां सभी ने गानों, नृत्य और मनोरंजक गतिविधियों का आनंद लिया।
सरस्वती पूजा का महत्व और ऐतिहासिक संदर्भ
सरस्वती पूजा, जिसे वसंत पंचमी के रूप में भी मनाया जाता है, भारतीय संस्कृति में शिक्षा, संगीत और ज्ञान के महत्व को दर्शाता है। यह दिन विशेष रूप से छात्रों और शिक्षकों के लिए प्रेरणादायक माना जाता है, जब वे विद्या की देवी सरस्वती से ज्ञान, विवेक और बुद्धिमत्ता की प्रार्थना करते हैं।
छात्रों के लिए प्रेरणादायक आयोजन
पूरे आयोजन ने विद्यार्थियों के बीच आस्था और ऊर्जा का संचार किया। संस्थान के निदेशक गुरप्रीत सिंह सेहरा ने कहा कि भविष्य में भी इस तरह के कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, ताकि छात्र शिक्षा के साथ-साथ भारतीय संस्कृति से भी जुड़े रहें।
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