Jamshedpur Relationship Crime: बढ़ते अविश्वास से टूटते रिश्ते, जानें पूर्वी सिंहभूम में एक साल में क्यों बढ़ीं घटनाएं

पूर्वी सिंहभूम में रिश्तों में बढ़ते अविश्वास और बदलते सामाजिक परिवेश के चलते हत्या के मामलों में वृद्धि हो रही है। जानें, इसके पीछे के कारण और संभावित समाधान।

Jan 23, 2025 - 14:07
 0
Jamshedpur Relationship Crime: बढ़ते अविश्वास से टूटते रिश्ते, जानें पूर्वी सिंहभूम में एक साल में क्यों बढ़ीं घटनाएं
Jamshedpur Relationship Crime: बढ़ते अविश्वास से टूटते रिश्ते, जानें पूर्वी सिंहभूम में एक साल में क्यों बढ़ीं घटनाएं

जमशेदपुर। पूर्वी सिंहभूम के ग्रामीण इलाकों में रिश्तों में बढ़ते तनाव और बदलते सामाजिक परिवेश के चलते अपराधों में वृद्धि हो रही है। बीते एक साल में इन इलाकों में रिश्तेदारों द्वारा ही रिश्तेदारों की हत्या के 25 मामले सामने आए हैं। इन घटनाओं में अवैध संबंधों और मोबाइल फोन की भूमिका को प्रमुख कारण माना जा रहा है।

ग्रामीण और शहरी इलाकों की बदलती तस्वीर
गांवों में अब शहरी जीवनशैली का असर दिखने लगा है। लेकिन, मानसिकता में बदलाव न होने के कारण रिश्तों में अविश्वास और विवाद के कारण अपराध बढ़ रहे हैं। विशेषज्ञों के अनुसार, पारिवारिक विवाद और शक के चलते कई रिश्ते खत्म हो रहे हैं।

हत्या के मामलों में मोबाइल फोन की भूमिका
विशेषज्ञों का मानना है कि मोबाइल फोन ग्रामीण इलाकों में इन विवादों को बढ़ाने में अहम भूमिका निभा रहा है। आंकड़ों के अनुसार, 20 मामलों में मोबाइल पर बातचीत या उसमें मौजूद तस्वीरों ने अविश्वास पैदा किया, जो रिश्तों को मौत के कगार पर ले गया।

पिछले एक साल में बड़े मामले

  1. बहरागोड़ा, 27 जनवरी 2024: घरेलू विवाद में एक व्यक्ति ने अपनी पत्नी और बच्चे की हत्या कर दी।
  2. बहरागोड़ा, 17 फरवरी 2024: पारिवारिक झगड़े में एक भाई ने अपने ही भाई की हत्या कर दी।
  3. कमलपुर, 9 जून 2024: पैसे देने से इनकार करने पर बेटे ने पिता की हत्या कर दी।
  4. कोवाली, 18 अगस्त 2024: अवैध संबंध के शक में पति ने अपनी पत्नी की हत्या कर दी।
  5. मुसाबनी, 11 नवंबर 2024: अवैध संबंध के कारण पत्नी की हत्या का मामला सामने आया।

ग्रामीण इलाकों में बदलता समाज
मनोचिकित्सक पूजा मोहंती का कहना है कि ग्रामीण इलाकों में अब अवसाद और मानसिक तनाव की घटनाएं बढ़ रही हैं। लोग मोबाइल और सोशल मीडिया के जरिए काल्पनिक दुनिया में जीने लगते हैं, जिससे वास्तविकता और कल्पना के बीच का फर्क खत्म हो जाता है। काउंसलर प्रेम प्रधान के अनुसार, ग्रामीण समाज में बदलाव तो आ रहा है, लेकिन इसे स्वीकार करने में अभी समय लगेगा।

इतिहास से सीखने की जरूरत
ग्रामीण भारत में रिश्तों की मजबूती और सामाजिक एकता पर हमेशा जोर दिया गया है। परंपरागत मूल्यों के चलते गांवों में शांति और भाईचारे का माहौल रहता था। लेकिन, बदलते समय और तकनीकी विकास के कारण अब यह तस्वीर बदल रही है।

क्या है समाधान?

  • शिक्षा और जागरूकता: ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा और मानसिक स्वास्थ्य पर जागरूकता बढ़ाने की जरूरत है।
  • सामाजिक संवाद: परिवारों और समुदायों के बीच संवाद को बढ़ावा देकर शक और तनाव को कम किया जा सकता है।
  • सोशल मीडिया और मोबाइल की सही उपयोगिता: मोबाइल और सोशल मीडिया के उपयोग को लेकर जागरूकता अभियान चलाना जरूरी है।

रिश्तों में बढ़ता तनाव और अविश्वास एक गंभीर समस्या बन चुका है। पूर्वी सिंहभूम के ग्रामीण इलाकों में बढ़ रही इन घटनाओं से यह साफ है कि तकनीकी प्रगति के साथ-साथ सामाजिक मूल्यों और मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान देना अत्यंत आवश्यक है।

What's Your Reaction?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow