Jamshedpur Reads: गुलमोहर हाई स्कूल की 70वीं वर्षगांठ पर पढ़ाई के प्रति जुनून बढ़ाने की अनोखी पहल

गुलमोहर हाई स्कूल ने अपनी 70वीं वर्षगांठ पर जमशेदपुर रीड्स लिटरेरी का आयोजन किया, जिसमें सड़क पर रहने वाले बच्चों और बाल मजदूरों को औपचारिक शिक्षा में शामिल करने का संकल्प लिया। जानिए इस शानदार आयोजन के बारे में।

Dec 21, 2024 - 17:14
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Jamshedpur Reads: गुलमोहर हाई स्कूल की 70वीं वर्षगांठ पर पढ़ाई के प्रति जुनून बढ़ाने की अनोखी पहल
Jamshedpur Reads: गुलमोहर हाई स्कूल की 70वीं वर्षगांठ पर पढ़ाई के प्रति जुनून बढ़ाने की अनोखी पहल

जमशेदपुर, 70 साल पहले गुलमोहर हाई स्कूल की स्थापना ने शिक्षा के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कदम रखा था। शनिवार को विद्यालय ने अपनी 70वीं वर्षगांठ के मौके पर जमशेदपुर रीड्स लिटरेरी का आयोजन किया, जो न केवल बच्चों के लिए एक ज्ञानवर्धक कार्यक्रम था बल्कि उनके बीच पढ़ाई के प्रति प्रेम और रचनात्मकता को भी बढ़ावा देने की दिशा में एक प्रेरणा बना।

कार्यक्रम का उद्घाटन टाटा मोटर्स के सीनियर हेड सुनील तिवारी और जिला शिक्षा अधीक्षक मनोज कुमार द्वारा दीप प्रज्वलन के साथ हुआ। इस अवसर पर सुनील तिवारी ने कहा, "हम जमशेदपुर रीड्स लिटरेरी कार्निवल का उद्घाटन कर रहे हैं, और मुझे गर्व है कि यह आयोजन हमारे विद्यार्थियों में पढ़ाई के प्रति प्रेम जागृत करने की हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाता है।"

समुदाय की भागीदारी और 2000 से अधिक किताबों का दान

विद्यालय की प्राचार्य, प्रीति सिन्हा ने आयोजन में समुदाय की प्रतिक्रिया को लेकर विशेष रूप से उल्लेख किया। उन्होंने बताया कि इस आयोजन में विद्यार्थियों और उनके परिवारों ने 2,000 से अधिक किताबें दान की हैं, जो शिक्षा और सहानुभूति को बढ़ावा देने की एक साझा प्रतिबद्धता का प्रतीक हैं।

उन्होंने यह भी बताया कि टीचर्स और स्टाफ ने दिन-रात मेहनत की है, और कई कार्यशालाएं और बुक स्टॉल्स तैयार किए हैं, जो विद्यार्थियों में रचनात्मकता और पढ़ाई के प्रति जुनून को प्रज्वलित करेंगे। इस कार्यक्रम में 34 स्कूलों के 600 से अधिक छात्रों और प्रतिष्ठित शिक्षकों का स्वागत किया गया, जो शिक्षा के आनंद के लिए एकजुट हुए थे।

टाटा स्टील फाउंडेशन और बाल मजदूरों के लिए शिक्षा की पहल

इस आयोजन में विशेष रूप से मस्ती की पाठशाला के बच्चों का स्वागत किया गया। यह टाटा स्टील फाउंडेशन की एक सराहनीय पहल है, जो सड़क पर रहने वाले बच्चों और बाल मजदूरों को औपचारिक शिक्षा प्रणाली में शामिल करने के लिए काम कर रही है। प्राचार्य प्रीति सिन्हा ने बताया कि इस पहल से बच्चों के जीवन में शिक्षा के महत्व को समझने और उन्हें मुख्यधारा में शामिल करने की दिशा में एक नई उम्मीद जगाई जा रही है।

बुकवॉर्म लिटक्विज: प्रतियोगिता के विजेता

जमशेदपुर रीड्स लिटरेरी के अंतर्गत आयोजित बुकवॉर्म लिटक्विज प्रतियोगिता ने भी छात्रों में ज्ञानवर्धन का जोश भर दिया। इस प्रतियोगिता में लोयोला स्कूल टेल्को ने प्रथम स्थान, हिल टॉप स्कूल टेल्को ने दूसरा स्थान, और जे.एच. तारापोर स्कूल ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। इस प्रतियोगिता में छात्रों ने अपनी पढ़ाई के प्रति प्रेम और ज्ञान की भूख को साबित किया।

इतिहास और शिक्षा की ताकत

गुलमोहर हाई स्कूल का इतिहास शिक्षा के क्षेत्र में अपनी 70 वर्षों की यात्रा के दौरान कई उत्कृष्ट उपलब्धियों से भरा हुआ है। यह स्कूल न केवल शिक्षा बल्कि संस्कारों और सामाजिक जिम्मेदारी के प्रति भी बच्चों को जागरूक करता है। इस आयोजन के माध्यम से, स्कूल ने यह साबित किया कि शिक्षा केवल किताबों तक सीमित नहीं है, बल्कि यह बच्चों के जीवन में सामाजिक बदलाव, मानवता और रचनात्मकता की प्रेरणा देती है।

जमशेदपुर रीड्स लिटरेरी: भविष्य की ओर एक कदम

जमशेदपुर रीड्स लिटरेरी आयोजन ने यह सिद्ध कर दिया कि शिक्षा का असली उद्देश्य केवल ज्ञान प्रदान करना नहीं, बल्कि समाज में सकारात्मक बदलाव लाना भी है। इस तरह के आयोजनों से बच्चों में पढ़ाई के प्रति न केवल रुचि बढ़ती है, बल्कि यह उन्हें एक बेहतर भविष्य की ओर भी प्रेरित करता है।

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