Jamshedpur Arrest: सूमो चोर गिरोह का पर्दाफाश, पुलिस ने दो को दबोचा, तीसरा अब भी फरार!
जमशेदपुर में सूमो चोर गिरोह का भंडाफोड़! पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा, जबकि तीसरा अब भी फरार। जानिए इस हाई-प्रोफाइल केस की पूरी कहानी।

जमशेदपुर के सुंदरनगर पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है। लंबे समय से सक्रिय सूमो चोर गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। हालांकि, गिरोह का तीसरा सदस्य अब भी पुलिस की पकड़ से बाहर है, जिसकी तलाश जोरों पर है।
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान सरायकेला-खरसावां जिले के शौकत अली (28) और आजादनगर के मो. अकबर उर्फ छोटू के रूप में हुई है, जबकि तीसरा आरोपी रियाज खान फरार है। पुलिस ने खुलासा किया है कि चोरी की गई सूमो गाड़ी को कपाली के गौसनगर स्थित तिलंगी तालाब के पास झाड़ियों में छिपाया गया था। योजना थी कि सही समय देखकर इसे बेच दिया जाए और रकम को आपस में बांट लिया जाए।
क्या यह गिरोह पहले से था सक्रिय? जानिए इसका इतिहास
सुंदरनगर और आसपास के इलाकों में बीते कुछ महीनों से वाहन चोरी की घटनाएं बढ़ी थीं। खासकर, बड़ी गाड़ियों को निशाना बनाया जा रहा था। पुलिस को पहले से अंदेशा था कि एक गिरोह सक्रिय है, लेकिन कोई ठोस सबूत हाथ नहीं लग रहा था। इस बार पुलिस की सटीक रणनीति काम आई, और चोरों का पर्दाफाश हो गया।
गिरफ्तार आरोपियों में से एक का आपराधिक रिकॉर्ड पहले से ही पुलिस के पास दर्ज है। यानी यह गिरोह कोई नया नहीं था, बल्कि पुराने और शातिर अपराधी इसमें शामिल थे।
कैसे हुई गिरोह की धरपकड़? पुलिस की सटीक प्लानिंग!
इस हाई-प्रोफाइल मामले पर ग्रामीण एसपी ऋषभ गर्ग ने खुलासा करते हुए बताया कि सुंदरनगर थाना प्रभारी के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया गया। इसी दौरान पुलिस को गुप्त सूचना मिली कि दो संदिग्ध चोरी की गाड़ी को लेकर भागने की फिराक में हैं।
जैसे ही पुलिस ने इन दोनों को हिरासत में लिया और पूछताछ शुरू की, तो सच सामने आ गया। आरोपियों ने कबूल किया कि उन्होंने चोरी की योजना बनाई थी और तीसरे आरोपी रियाज खान के साथ मिलकर इस घटना को अंजाम दिया था।
पुलिस ने कब, कहां से बरामद की चोरी की सूमो?
आरोपियों की निशानदेही पर पुलिस कपाली के गौसनगर स्थित तिलंगी तालाब के पास पहुंची, जहां चोरी की गई सूमो झाड़ियों में छिपाकर रखी गई थी। गाड़ी को ज़ब्त कर लिया गया है और अब पुलिस यह पता लगाने में जुटी है कि क्या इस गिरोह ने पहले भी ऐसी घटनाओं को अंजाम दिया था।
तीसरा आरोपी कब तक पकड़ा जाएगा? पुलिस की रणनीति जारी
इस मामले का सबसे बड़ा सवाल यही है कि फरार आरोपी कब तक पुलिस की गिरफ्त में आएगा? पुलिस की छानबीन जारी है, और अधिकारियों का कहना है कि बहुत जल्द उसे भी पकड़ लिया जाएगा।
क्या यह जमशेदपुर में वाहन चोरों के लिए बड़ा झटका है?
वाहन चोरी की बढ़ती घटनाओं को देखते हुए यह गिरफ्तारी जमशेदपुर पुलिस के लिए एक बड़ी कामयाबी मानी जा रही है। इससे न केवल वाहन चोर गिरोह पर नकेल कसी जा सकेगी, बल्कि भविष्य में चोरी की घटनाओं में भी कमी आने की संभावना है।
अब देखना यह होगा कि पुलिस तीसरे फरार आरोपी को कितनी जल्दी पकड़ पाती है और क्या यह गिरोह अन्य चोरी की घटनाओं से भी जुड़ा था या नहीं।
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