Mango Alert: स्वर्णरेखा नदी में छलांग लगाने की कोशिश! मानगो ब्रिज पर आधी रात को बचाई गई महिला की जान, शहर में बढ़ते तनाव पर गंभीर सवाल
जमशेदपुर के मानगो ब्रिज पर सोमवार रात एक महिला ने स्वर्णरेखा नदी में छलांग लगाकर आत्महत्या करने की कोशिश की, लेकिन स्थानीय लोगों की सूझबूझ से उसकी जान बच गई। पुलिस महिला से पूछताछ कर रही है। शहर में बढ़ती आत्महत्या की घटनाओं और मानसिक स्वास्थ्य पर जागरूकता की आवश्यकता महसूस की जा रही है।
जमशेदपुर में मानसिक तनाव और जीवन के संघर्षों से टूटते लोगों की दर्दनाक दास्तान थमने का नाम नहीं ले रही है। सोमवार देर रात एक बार फिर मानगो ब्रिज पर आत्महत्या की कोशिश का सनसनीखेज मामला सामने आया है, जिसने शहर की बढ़ती सामाजिक समस्याओं की ओर गंभीर इशारा किया है। खुशी की बात यह है कि इस बार स्थानीय लोगों की सूझबूझ और तत्परता ने एक जिंदगी को बचाने में सफलता हासिल की।
आधी रात को जमशेदपुर को साकची से जोड़ने वाले मानगो ब्रिज पर एक महिला स्वर्णरेखा नदी में छलांग लगाने की कोशिश कर रही थी। लेकिन देवदूत बनकर आए मौके पर मौजूद लोगों ने समय रहते उसे पकड़ लिया और पानी में गिरने से रोक लिया। यह मानवीय हस्तक्षेप ही था जिसने एक और अनहोनी को टाल दिया।
छलांग की कोशिश: लोगों ने दिखाई तत्परता
स्थानीय लोगों ने बताया कि रात को महिला कुछ देर तक पुल के किनारे खड़ी रही। यह असामान्य व्यवहार किसी का ध्यान खींचता, उससे पहले ही उसने अचानक छलांग लगाने की कोशिश की।
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बचाव कार्य: वहां मौजूद दो युवकों ने तेजी से दौड़कर उसे पकड़ लिया और अन्य लोगों की मदद से उसे नीचे गिरने से सुरक्षित रोक लिया। लोगों की यह तत्परता ही एक अमूल्य जीवन को बचा पाई।
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पुलिस की कार्रवाई: सूचना मिलते ही पुलिस की पीसीआर गाड़ी तुरंत मौके पर पहुंची और महिला को सुरक्षित अपने साथ थाने ले गई।
फिलहाल पुलिस महिला से पूछताछ कर रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि उसने ऐसा कदम क्यों उठाया। अभी तक महिला की पहचान और उसके इस कदम के पीछे की वजह स्पष्ट नहीं हो पाई है, जो जांच का विषय बनी हुई है।
डोबो पुल से मानगो ब्रिज: लगातार बढ़ती घटनाएं
जमशेदपुर में आत्महत्या की कोशिश की यह पहली घटना नहीं है। पिछले कुछ महीनों से इस तरह की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं।
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संवेदनशील स्थल: कभी डोबो पुल तो कभी मानगो ब्रिज हर कुछ दिनों में किसी के छलांग लगाने की कोशिश की खबर सामने आ ही जाती है।
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सामान्य कारण: मानसिक तनाव, पारिवारिक कलह और आर्थिक संकट जैसी वजहें इन मामलों के पीछे आमतौर पर सामने आती रही हैं। ये घटनाएं शहर की आबादी में बढ़ते अकेलेपन और मानसिक स्वास्थ्य के गिरते स्तर को उजागर करती हैं।
विशेषज्ञों का स्पष्ट मत है कि आत्महत्या किसी समस्या का हल नहीं है, बल्कि उससे कई जीवन प्रभावित हो जाते हैं। समाज में मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाने की बेहद जरूरत है, ताकि लोग संकट के समय मदद मांग सकें। प्रशासन को भी इन पुलों और संवेदनशील स्थलों पर निगरानी और गश्त बढ़ानी चाहिए ताकि ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।
आपकी राय में, मानगो ब्रिज और डोबो पुल जैसे संवेदनशील स्थानों पर आत्महत्या को रोकने के लिए स्थानीय प्रशासन को गश्त बढ़ाने के अलावा कौन से तकनीकी उपाय (जैसे जाल, कैमरे) अपनाने चाहिए?
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