Jamshedpur Fire: सब्जी बाजार में भीषण आग, चंद सेकेंड में राख हुए दर्जनों दुकानें!

जमशेदपुर के बागबेड़ा सब्जी बाजार में भीषण आग! जलती सिगरेट फेंकने से लगी आग, दमकल के न पहुंचने से भड़की लपटें। जानें पूरी घटना और फायर सेफ्टी की खामियां।

Mar 14, 2025 - 13:44
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Jamshedpur Fire: सब्जी बाजार में भीषण आग, चंद सेकेंड में राख हुए दर्जनों दुकानें!
Jamshedpur Fire: सब्जी बाजार में भीषण आग, चंद सेकेंड में राख हुए दर्जनों दुकानें!

जमशेदपुर: बागबेड़ा के लाल बिल्डिंग स्थित सब्जी बाजार में अचानक भयानक आग लग गई, जिससे इलाके में अफरा-तफरी मच गई! शुरुआती जानकारी के मुताबिक, कुछ लोग सिगरेट पीने के बाद जलते हुए टुकड़े सूखे पत्तों पर फेंककर चले गए, और कुछ ही देर में वहां से भयानक आग की लपटें उठने लगीं।

आग इतनी तेजी से क्यों फैली?

 बाजार में सूखे पत्ते, लकड़ी और प्लास्टिक के सामान बड़ी संख्या में मौजूद थे, जिससे आग ने कुछ ही मिनटों में विकराल रूप ले लिया।
तेज हवा के कारण आग तेजी से फैली और कई दुकानों को अपनी चपेट में ले लिया।
 मौके पर दमकल की गाड़ियां समय पर नहीं पहुंचने के कारण आग और भी खतरनाक हो गई।

लोगों ने खुद बुझानी शुरू की आग!

बाजार में आग लगने के बाद स्थानीय दुकानदारों और ग्राहकों में हड़कंप मच गया। लेकिन दमकल गाड़ियों के समय पर न पहुंचने से लोगों ने खुद ही बाल्टियों और पाइप के सहारे आग बुझाने की कोशिश शुरू कर दी। हालांकि, आग की लपटें इतनी भीषण थीं कि इसे काबू में लाना मुश्किल हो रहा था।

दमकल विभाग की लापरवाही पर उठे सवाल

 बाजार में आग लगने के बाद स्थानीय लोगों ने तुरंत दमकल विभाग को फोन किया, लेकिन लंबे समय तक फायर ब्रिगेड की कोई गाड़ी नहीं पहुंची।
 हर बार की तरह इस बार भी दमकल की देरी से लोगों का गुस्सा भड़क गया।
 जमशेदपुर में पहले भी इस तरह की घटनाएं हो चुकी हैं, लेकिन अभी तक दमकल की सुविधा मजबूत नहीं हो पाई है।

क्या जमशेदपुर में फायर सेफ्टी सिस्टम फेल है?

2022 में सोनारी के कपड़ा बाजार में इसी तरह की आग लगी थी, जिसमें करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ था।
2019 में बर्मामाइंस में एक गोदाम में आग लगी थी, जिसे बुझाने में दमकल को 5 घंटे लग गए थे।
 बाजारों और रिहायशी इलाकों में फायर हाइड्रेंट सिस्टम न होने से आग तेजी से फैलती है और इसे बुझाने में देरी होती है।

कैसे रोका जा सकता है ऐसी घटनाओं को?

बाजारों में सख्त फायर सेफ्टी नियम लागू होने चाहिए।
दुकानदारों को फायर एक्सटिंग्विशर रखना अनिवार्य किया जाए।
दमकल विभाग को हाई अलर्ट पर रखा जाए, ताकि आग लगते ही तुरंत एक्शन लिया जा सके।
पब्लिक अवेयरनेस कैंपेन चलाकर लोगों को बताया जाए कि खुले में जलती चीजें न फेंकें।

आग से कितना नुकसान हुआ?

शुरुआती रिपोर्ट के मुताबिक, इस आग में कई दुकानों का सामान जलकर राख हो चुका है।
 नुकसान का पूरा आकलन अभी नहीं हो पाया है, लेकिन यह लाखों में होने की संभावना है।
 खबर लिखे जाने तक दमकल की टीम मौके पर पहुंचने की कोशिश कर रही थी, लेकिन आग तेजी से फैल रही थी।

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Manish Tamsoy मनीष तामसोय कॉमर्स में मास्टर डिग्री कर रहे हैं और खेलों के प्रति गहरी रुचि रखते हैं। क्रिकेट, फुटबॉल और शतरंज जैसे खेलों में उनकी गहरी समझ और विश्लेषणात्मक क्षमता उन्हें एक कुशल खेल विश्लेषक बनाती है। इसके अलावा, मनीष वीडियो एडिटिंग में भी एक्सपर्ट हैं। उनका क्रिएटिव अप्रोच और टेक्निकल नॉलेज उन्हें खेल विश्लेषण से जुड़े वीडियो कंटेंट को आकर्षक और प्रभावी बनाने में मदद करता है। खेलों की दुनिया में हो रहे नए बदलावों और रोमांचक मुकाबलों पर उनकी गहरी पकड़ उन्हें एक बेहतरीन कंटेंट क्रिएटर और पत्रकार के रूप में स्थापित करती है।