Ghatshila Fraud: LIC में 6 लाख की ठगी, फर्जी हस्ताक्षर से लोन लेकर हुआ फरार!
घाटशिला में LIC से 6 लाख रुपये की ठगी! फर्जी हस्ताक्षर कर लोन लिया, पुलिस ने आरोपी को पकड़ा। जानें कैसे हुआ फर्जीवाड़ा और LIC में धोखाधड़ी का इतिहास।

घाटशिला: LIC से जुड़े एक बड़े धोखाधड़ी कांड का खुलासा हुआ है! पुलिस ने 6 लाख रुपये की ठगी के इस मामले में मुख्य आरोपी राकेश कुमार सिंह को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी ने फर्जी हस्ताक्षर कर लोन लेकर रकम गबन कर दी थी।
गुरुवार को घाटशिला थाना परिसर में प्रशिक्षु IPS सह थाना प्रभारी ऋषभ त्रिवेदी ने प्रेस वार्ता कर पूरे मामले की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि LIC घाटशिला शाखा के पूर्व मैनेजर मनी शंकर प्रसाद की शिकायत पर पुलिस ने जांच शुरू की थी।
कैसे हुआ 6 लाख का फर्जीवाड़ा?
आरोपी राकेश कुमार सिंह ने LIC पॉलिसीधारक मुकेश कुमार की सहमति के बिना ही उसकी पॉलिसी को जुगसलाई से घाटशिला शाखा में ट्रांसफर करा लिया।
इसके बाद फर्जी दस्तावेज और नकली हस्ताक्षर का इस्तेमाल कर LIC से 6 लाख रुपये का लोन लिया।
केवल 3-4 दिनों के अंदर ही आरोपी ने पूरी रकम निकालकर गबन कर लिया!
पुलिस ने ऐसे पकड़ा शातिर ठग
इस फर्जीवाड़े को अंजाम देने के बाद राकेश कुमार सिंह फरार हो गया था। पुलिस को 12 मार्च को गुप्त सूचना मिली कि वह बिरसानगर (जमशेदपुर) में हार्डवेयर का बिजनेस कर रहा है। इसके बाद घाटशिला पुलिस ने बिरसानगर पुलिस की मदद से उसे धर दबोचा।
आरोपी को कोर्ट में पेश कर IPC की धारा 420 (धोखाधड़ी), 467 (जालसाजी), 468 (धोखाधड़ी के उद्देश्य से जालसाजी) और 471 (जाली दस्तावेजों का उपयोग) के तहत मामला दर्ज किया गया है।
LIC में धोखाधड़ी का इतिहास
भारत में बीमा धोखाधड़ी (Insurance Fraud) की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं।
2005 में दिल्ली में LIC फर्जी पॉलिसी कांड सामने आया था, जिसमें करीब 50 करोड़ रुपये का घोटाला हुआ था।
2017 में मुंबई में LIC एजेंटों ने फर्जी क्लेम के जरिए 15 करोड़ की ठगी की थी।
हाल ही में रांची और पटना में भी ऐसे मामले सामने आए हैं, जहां पॉलिसी ट्रांसफर कर धोखाधड़ी की गई।
सवाल उठता है – क्या LIC की सुरक्षा प्रणाली इतनी कमजोर है?
अगर पॉलिसी ट्रांसफर इतनी आसानी से हो सकता है तो ग्राहक कितने सुरक्षित हैं?
फर्जी हस्ताक्षर और जाली दस्तावेजों से इतनी बड़ी रकम कैसे निकाली जा सकती है?
LIC को इस तरह की धोखाधड़ी रोकने के लिए सुरक्षा उपायों को और मजबूत करने की जरूरत है।
क्या सावधानी बरतें?
अपनी LIC पॉलिसी पर हमेशा नजर रखें।
किसी भी संदेहास्पद गतिविधि की तुरंत सूचना LIC शाखा और पुलिस को दें।
ऑनलाइन लॉगिन से अपनी पॉलिसी की स्टेटस जांचते रहें।
धोखाधड़ी करने वाले चाहे जितने भी चालाक हों, कानून के हाथ हमेशा लंबे होते हैं। LIC के ग्राहकों को अब सतर्क रहने की जरूरत है ताकि वे ऐसे फर्जीवाड़े का शिकार न बनें।
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