जमशेदपुर में Counting के दिन की तैयारियां: DC और SSP ने मतगणना के लिए जारी किए सख्त दिशा-निर्देश
जमशेदपुर में 23 नवंबर को मतगणना दिवस को लेकर DC और SSP ने कोऑपरेटिव कॉलेज में सुरक्षा और एंट्री के सख्त नियम जारी किए। जानें सभी दिशानिर्देश।
जमशेदपुर में 23 नवंबर को होने वाली मतगणना के लिए प्रशासन ने सख्त गाइडलाइन्स जारी की हैं। जिला निर्वाचन पदाधिकारी (डीसी) अनन्य मित्तल और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) किशोर कौशल ने कोऑपरेटिव कॉलेज परिसर में आयोजित एक बैठक में प्रत्याशियों और इलेक्शन एजेंट्स को निर्देश दिए। इस दौरान यह साफ कर दिया गया कि मतगणना स्थल पर केवल वैध पासधारी ही प्रवेश कर सकेंगे।
सख्त दिशा-निर्देश और पास की अनिवार्यता
प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि बिना वैध पास के किसी भी व्यक्ति को मतगणना स्थल में प्रवेश की अनुमति नहीं होगी। काउंटिंग एजेंट्स को न केवल पास दिखाना होगा, बल्कि फॉर्म 18 भी प्रस्तुत करना अनिवार्य होगा।
इसके अलावा, प्रेस प्रतिनिधि और आवश्यक सेवाओं के कर्मियों को भी पास के आधार पर ही प्रवेश मिलेगा। प्रेस प्रतिनिधि केवल मीडिया कोषांग (लाइब्रेरी) तक अपने कैमरे और मोबाइल फोन के साथ जा सकेंगे। आम कार्यकर्ताओं को परिसर में प्रवेश की अनुमति नहीं होगी।
वाहन पार्किंग की व्यवस्था
मतगणना के दिन सुचारु यातायात सुनिश्चित करने के लिए प्रशासन ने वाहन पार्किंग के विशेष दिशा-निर्देश दिए हैं।
-
कॉलेज परिसर में केवल इनकी पार्किंग होगी:
- प्रत्याशियों
- इलेक्शन एजेंट्स
- काउंटिंग ऑब्जर्वर
- जिला प्रशासन के पदाधिकारी
-
राजनीतिक कार्यकर्ताओं के वाहन पार्किंग स्थल:
- रूसी मोदी सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के पास वाहन खड़ा कर, पैदल सेक्रेड हार्ट कॉन्वेंट स्कूल के बाहर तक जा सकेंगे।
- कार्यकर्ताओं को कॉलेज परिसर तक पैदल जाने की भी अनुमति नहीं होगी।
त्रिस्तरीय सुरक्षा: इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स पर रोक
जमशेदपुर प्रशासन ने मतगणना स्थल पर सुरक्षा को लेकर त्रिस्तरीय व्यवस्था लागू की है।
- पहली परत: जिला बल तैनात
- दूसरी परत: जैप के जवान
- तीसरी परत: पैरा मिलिट्री फोर्स
प्रशासन ने कहा है कि किसी भी व्यक्ति को इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स के साथ प्रवेश की अनुमति नहीं होगी। केवल निर्वाचन आयोग द्वारा अनुमोदित कुछ पदाधिकारियों को ही फोन के साथ प्रवेश मिलेगा।
प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी
बैठक में कई उच्च अधिकारी उपस्थित रहे, जिनमें आईटीडीए परियोजना निदेशक दीपांकर चौधरी, एडीएम (लॉ एंड ऑर्डर) अनिकेत सचान, एसडीएम धालभूम शताब्दी मजूमदार, और सिटी एसपी कुमार शिवाशीष प्रमुख हैं।
ऐतिहासिक पृष्ठभूमि: चुनाव और मतगणना के बदलते नियम
भारत में चुनावों की प्रक्रिया समय के साथ सख्त और पारदर्शी होती गई है। पहले जहां मतगणना स्थलों पर भीड़ और अव्यवस्था की शिकायतें आम थीं, वहीं अब आधुनिक तकनीकों और सख्त सुरक्षा उपायों ने इस प्रक्रिया को सुव्यवस्थित किया है।
जमशेदपुर जैसे औद्योगिक शहर में चुनावी प्रक्रिया हमेशा से राजनीतिक और प्रशासनिक रूप से संवेदनशील रही है। इस बार प्रशासन ने यह सुनिश्चित करने के लिए विशेष प्रयास किए हैं कि मतगणना प्रक्रिया शांतिपूर्ण और पारदर्शी तरीके से हो।
प्रत्याशियों और कार्यकर्ताओं के लिए दिशा-निर्देश
प्रत्याशियों और उनके एजेंट्स को प्रशासन ने अपील की है कि वे निर्वाचन आयोग के दिशा-निर्देशों का पालन करें। किसी भी प्रकार की अव्यवस्था या अनुशासनहीनता पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
शांतिपूर्ण मतगणना की उम्मीद
जमशेदपुर प्रशासन के इन कड़े दिशा-निर्देशों और सुरक्षा उपायों से यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि 23 नवंबर को मतगणना प्रक्रिया बिना किसी व्यवधान के संपन्न हो। जनता और प्रत्याशियों से भी अपील है कि वे इन नियमों का पालन करें और लोकतांत्रिक प्रक्रिया को सफल बनाएं।
What's Your Reaction?