Jamshedpur Arrest: चोरी के 7 बाइक संग 3 दबोचे, नमाजियों को बनाते थे निशाना!
जमशेदपुर के कपाली इलाके में पुलिस ने चोरी के 7 बाइक के साथ 3 युवकों को गिरफ्तार किया। ये आरोपी नमाजियों की स्कूटी और मोटरसाइकिल उड़ाते थे। जानिए पूरी खबर!

झारखंड के जमशेदपुर से एक बड़ी खबर सामने आई है, जहां कपाली ओपी पुलिस को एक बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। चोरी की बढ़ती वारदातों से परेशान पुलिस ने आखिरकार 7 चोरी की मोटरसाइकिलों के साथ तीन शातिर चोरों को गिरफ्तार कर लिया है।
गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान फैयाज आलम, इसरार हुसैन और मोहम्मद महफूज के रूप में हुई है। इनकी गिरफ्तारी के साथ ही कपाली के लोगों को बड़ी राहत मिली है, क्योंकि ये चोर अशर्फी मस्जिद में नमाज अदा करने आने वाले लोगों को ही अपना शिकार बना रहे थे। दो दिनों से लगातार नमाजियों की स्कूटी और बाइक चोरी हो रही थी, जिसके बाद पुलिस हरकत में आई और आरोपियों को धर दबोचा।
कैसे हुई चोरी की गुत्थी सुलझी?
शहर में बढ़ती चोरी की घटनाओं ने पुलिस की परेशानी बढ़ा दी थी। खासकर मस्जिद के बाहर से चोरी हो रही स्कूटी और मोटरसाइकिल ने पुलिस को सतर्क कर दिया। इस मामले को गंभीरता से लेते हुए जिले के एसपी ने विशेष टीम गठित करने का आदेश दिया।
एसडीपीओ के नेतृत्व में एक टीम बनाई गई, जिसने गुप्त सूचना के आधार पर तीनों चोरों को गिरफ्तार किया। पूछताछ में उन्होंने 7 मोटरसाइकिल और स्कूटी चोरी करने की बात कबूल की। इनकी निशानदेही पर चोरी की सभी गाड़ियां बरामद कर ली गई हैं।
कैसे देते थे वारदात को अंजाम?
पुलिस की जांच में सामने आया कि ये तीनों आरोपी मस्जिद के बाहर खड़ी स्कूटी और बाइक पर नजर रखते थे। जैसे ही कोई व्यक्ति नमाज पढ़ने अंदर जाता, ये चंद मिनटों में गाड़ी का लॉक तोड़कर उसे लेकर फरार हो जाते। चोरी की गई गाड़ियों को ये दूसरे इलाकों में ले जाकर औने-पौने दामों में बेच देते थे।
क्या है चोरी के बढ़ते मामलों का कारण?
झारखंड में बाइक चोरी कोई नई बात नहीं है। खासकर धार्मिक स्थलों, बाजारों और भीड़भाड़ वाली जगहों से दोपहिया वाहन चोरी की घटनाएं तेजी से बढ़ रही हैं।
- अपराधियों के लिए आसान टारगेट: मस्जिद, मंदिर और गुरुद्वारों के बाहर वाहन चोरी के मामले अधिक सामने आते हैं क्योंकि लोग जल्दबाजी में अपनी गाड़ियां पार्क कर अंदर चले जाते हैं।
- सिक्योरिटी की कमी: धार्मिक स्थलों के बाहर सीसीटीवी कैमरों की कमी और पार्किंग की उचित व्यवस्था न होने से चोर आसानी से वारदात को अंजाम दे सकते हैं।
- बढ़ती मांग और गाड़ियों की ब्लैक मार्केटिंग: चोरी की गाड़ियां दूसरे जिलों या राज्यों में भेजकर बेच दी जाती हैं, जिससे अपराधियों का नेटवर्क बढ़ता जा रहा है।
पुलिस की बड़ी कार्रवाई, अब क्या होगा?
गिरफ्तार तीनों आरोपियों को अब न्यायिक हिरासत में भेजने की तैयारी हो रही है। पुलिस को उम्मीद है कि इनसे पूछताछ में बाइक चोरी के बड़े गिरोह का खुलासा भी हो सकता है।
बाइक चोरी से बचने के लिए अपनाएं ये उपाय:
अगर आप भी बाइक या स्कूटी रखते हैं, तो इन सावधानियों को जरूर अपनाएं—
डबल लॉक सिस्टम: हमेशा दो लॉक लगाएं, ताकि चोरी की संभावना कम हो।
सीसीटीवी कैमरे वाली पार्किंग चुनें: अगर संभव हो तो गाड़ी पार्किंग एरिया में ही खड़ी करें।
GPS ट्रैकर लगवाएं: चोरी के बाद गाड़ी को ट्रैक करना आसान हो जाता है।
सतर्क रहें: खासकर धार्मिक स्थलों या भीड़भाड़ वाली जगहों पर गाड़ी पार्क करने से पहले सुरक्षा का ध्यान रखें।
जमशेदपुर के कपाली इलाके में पुलिस की इस बड़ी कार्रवाई से यह साफ हो गया है कि चोर अब धार्मिक स्थलों के बाहर खड़ी गाड़ियों को भी निशाना बना रहे हैं। हालांकि, पुलिस की सतर्कता से इस गिरोह का भंडाफोड़ हो गया, लेकिन सवाल यह उठता है कि क्या ऐसी घटनाएं दोबारा नहीं होंगी?
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