Jamshedpur Banking Growth: जमशेदपुर में बैंकिंग क्रांति! झारखंड में नंबर वन, लेकिन क्या अब भी काफी है?

जमशेदपुर में वित्तीय विकास की बड़ी छलांग! जिले का वार्षिक जमा-ऋण अनुपात झारखंड में सबसे अधिक, बैंकों को नए लक्ष्यों के लिए निर्देश। जानिए पूरी रिपोर्ट।

Mar 20, 2025 - 18:19
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Jamshedpur Banking Growth: जमशेदपुर में बैंकिंग क्रांति! झारखंड में नंबर वन, लेकिन क्या अब भी काफी है?
Jamshedpur Banking Growth: जमशेदपुर में बैंकिंग क्रांति! झारखंड में नंबर वन, लेकिन क्या अब भी काफी है?

झारखंड का आर्थिक केंद्र जमशेदपुर अब सिर्फ स्टील इंडस्ट्री के लिए ही नहीं, बल्कि अपनी तेज़ी से बढ़ती बैंकिंग व्यवस्था के लिए भी चर्चा में है। हाल ही में आयोजित जिला परामर्शदात्री समिति (DCC) और जिला स्तरीय समीक्षा बैठक (DLRC) में इस बात का खुलासा हुआ कि जमशेदपुर का वार्षिक जमा-ऋण अनुपात पूरे झारखंड में सबसे ज्यादा है! लेकिन सवाल यह है कि क्या यह उपलब्धि काफी है, या अभी और सुधार की जरूरत है?

बैंकों की रिपोर्ट से हुआ बड़ा खुलासा!

इस बैठक की अध्यक्षता आइटीडीए के परियोजना निदेशक दीपांकर चौधरी ने की, जिसमें अग्रणी जिला प्रबंधक संतोष कुमार ने वित्तीय वर्ष 2024-2025 की तीसरी तिमाही का लेखा-जोखा प्रस्तुत किया।

बैंकिंग सेक्टर की मुख्य उपलब्धियां:
 जिले का वार्षिक जमा-ऋण अनुपात 73.66% तक पहुंच गया, जो पूरे झारखंड में सबसे अधिक है।
 पिछली तिमाही की तुलना में बैंकों ने 51.62% से बढ़कर 57.96% तक उपलब्धि हासिल की।
 प्रधानमंत्री जन धन योजना के तहत 8,87,368 खातों में से 63,389 खाते शून्य बैलेंस वाले पाए गए।
 आधार सीडिंग प्रतिशत 89.38% तक पहुंच गया, जिससे डिजिटल ट्रांजैक्शन में वृद्धि हुई।

लेकिन परियोजना निदेशक दीपांकर चौधरी इस उपलब्धि से पूरी तरह संतुष्ट नहीं दिखे। उन्होंने बैंकों को कृषि ऋण, मुद्रा योजना, पीएमईजीपी और पीएमएफएमइ योजनाओं में और सुधार करने के निर्देश दिए।

क्या जमशेदपुर झारखंड का वित्तीय हब बन सकता है?

जमशेदपुर में बैंकिंग ग्रोथ के आंकड़े भले ही उत्साहजनक हों, लेकिन अब भी कई सुधार की जरूरत है। जिले में कई सरकारी योजनाएं जैसे प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना, अटल पेंशन योजना, और केसीसी ऋण का दायरा बढ़ाने की आवश्यकता जताई गई।

परियोजना निदेशक ने बैंकों को तीन मुख्य निर्देश दिए:
गांवों में बैंकिंग सुविधाओं का विस्तार – पंचायत भवनों में बैंक शाखाएं और एटीएम खोलने का निर्देश।
किसानों और छोटे व्यापारियों तक लोन सुविधा बढ़ाना – केसीसी योजना का दायरा बढ़ाया जाएगा ताकि कोई भी किसान इस सुविधा से वंचित न रहे।
तेजी से ऋण वितरण – लघु उद्योग और स्टार्टअप्स को आर्थिक सहयोग देने के लिए ऋण प्रक्रिया में तेजी लाने का आदेश।

बैंकिंग सेक्टर को लेकर बड़ा इवेंट!

जमशेदपुर में 23 मार्च को बिष्टुपुर गोपाल मैदान में पीएमएफएमइ महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। इस इवेंट में उद्योग मंत्री भी मौजूद रहेंगे और अधिक से अधिक आवेदनों को स्वीकृत करने पर जोर दिया जाएगा।

इसके अलावा, बैंकिंग अधिकारियों से कहा गया है कि वे गांवों और छोटे शहरों में भी वित्तीय जागरूकता अभियान चलाएं, ताकि आम जनता को सरकारी योजनाओं का सही लाभ मिल सके।

आगे क्या?

बैंकों की यह उन्नति निश्चित रूप से जमशेदपुर को झारखंड के आर्थिक नक्शे पर एक प्रमुख स्थान दिला रही है। लेकिन अगर बैंकिंग सेक्टर को और मजबूत किया जाए, तो यह शहर आने वाले वर्षों में राज्य का सबसे बड़ा वित्तीय हब बन सकता है। अब देखने वाली बात यह होगी कि क्या ये नए निर्देश वाकई में आम जनता के लिए लाभदायक साबित होंगे या यह सिर्फ आंकड़ों तक ही सीमित रह जाएगा?

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Nihal Ravidas निहाल रविदास, जिन्होंने बी.कॉम की पढ़ाई की है, तकनीकी विशेषज्ञता, समसामयिक मुद्दों और रचनात्मक लेखन में माहिर हैं।