Jamshedpur Championship: झारखंड रन में 85 प्लस आयु वर्ग तक प्रतिभागियों ने दिखाया दम
झारखंड के जेआरडी टाटा स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में मास्टर एथलेटिक चैंपियनशिप का आयोजन किया गया। 8 से 85 वर्ष की आयु के खिलाड़ियों ने विभिन्न स्पर्धाओं में भाग लिया। विजेताओं को पदक और प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया।
जमशेदपुर: The Great Jharkhand Run के तहत मास्टर एथलेटिक एसोसिएशन ऑफ झारखंड द्वारा चौथी मास्टर एथलेटिक चैंपियनशिप का आयोजन जेआरडी टाटा स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में किया गया। इस अनोखी प्रतियोगिता ने न केवल खेल प्रतिभाओं को एक मंच दिया, बल्कि यह झारखंड में पहली बार इतने बड़े पैमाने पर आयोजित किया गया।
प्रतियोगिता का भव्य आयोजन
चैंपियनशिप में दौड़, पैदल चाल, शॉट पुट, डिस्कस थ्रो, जैवलिन थ्रो, लंबी कूद और ट्रिपल जंप जैसी रोमांचक स्पर्धाओं का आयोजन किया गया। खास बात यह रही कि इसमें 8 वर्ष से लेकर 85 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के खिलाड़ियों ने भाग लिया। झारखंड एथलेटिक एसोसिएशन के अध्यक्ष विजय सिंह ने बताया कि इस आयोजन में झारखंड के 17 जिलों के लगभग 1000 प्रतिभागी और 120 तकनीकी अधिकारियों ने हिस्सा लिया।
महिलाओं की विशेष भागीदारी
महिला वर्ग में 100-200 मीटर की दौड़, 1 किलोमीटर की पैदल चाल, लंबी कूद, शॉट पुट थ्रो, डिस्कस थ्रो और जैवलिन थ्रो का आयोजन किया गया। महिलाओं ने अपने प्रदर्शन से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
खेलों में इतिहास की झलक
झारखंड में एथलेटिक्स का इतिहास बेहद समृद्ध है। इस क्षेत्र ने कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर के एथलीट्स दिए हैं। जेआरडी टाटा स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स ने भारतीय खेलों में ऐतिहासिक योगदान दिया है। इस चैंपियनशिप ने झारखंड की इस गौरवशाली परंपरा को और मजबूत किया।
प्रतिभागियों का जोश
85 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के खिलाड़ियों ने न केवल दर्शकों का दिल जीता, बल्कि यह भी साबित किया कि उम्र सिर्फ एक संख्या है। इस आयु वर्ग में जैवलिन थ्रो और शॉट पुट जैसी प्रतिस्पर्धाएं सबसे ज्यादा आकर्षण का केंद्र रहीं।
विजयी प्रतिभागियों को सम्मान
चैंपियनशिप के विजेताओं को स्वर्ण, रजत और कांस्य पदक के साथ प्रमाण पत्र भी प्रदान किए गए। आयोजकों ने कहा कि यह आयोजन खिलाड़ियों को अपने कौशल को प्रदर्शित करने और आत्मविश्वास बढ़ाने का एक सुनहरा अवसर देता है।
आयोजन का उद्देश्य और भविष्य
झारखंड एथलेटिक एसोसिएशन के अध्यक्ष विजय सिंह ने बताया कि इस तरह का आयोजन राज्य में पहली बार हो रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि आने वाले वर्षों में इसे और बड़े स्तर पर आयोजित करने की योजना है। उन्होंने कहा, "यह केवल एक प्रतियोगिता नहीं है, बल्कि खेलों के प्रति झारखंड के लोगों की रुचि और जागरूकता बढ़ाने का प्रयास भी है।"
खेलों की भावना को संजोए हुए झारखंड
झारखंड के इस आयोजन ने यह साबित किया कि राज्य में खेल प्रतिभाओं की कमी नहीं है। यहां के खिलाड़ी न केवल राष्ट्रीय बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी अपनी पहचान बना सकते हैं।
खेलों के प्रति बढ़ता उत्साह
इस आयोजन ने खेलों के प्रति लोगों में नई ऊर्जा और उत्साह भर दिया। दर्शकों ने भी खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन किया और इस आयोजन को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
What's Your Reaction?