Jamshedpur Agriculture: कृषि अधिकारी ने किया बाजार समिति का औचक निरीक्षण, दिए आवश्यक दिशा-निर्देश
जमशेदपुर में कृषि अधिकारी ने बाजार समिति का औचक निरीक्षण किया। पढ़ें कैसे जिला प्रशासन ने सुनिश्चित किया कि जिले में आलू की कमी न हो और आम जनता को उचित मूल्य पर आलू मिले।
जमशेदपुर में जिला दण्डाधिकारी सह उपायुक्त के निर्देश पर कृषि पदाधिकारी ने परसुडीह स्थित कृषि बाजार समिति में आलू बिक्री के लिए बनाए गए सुविधा केंद्र का औचक निरीक्षण किया। इस कदम का उद्देश्य जिले में आलू की जमाखोरी और कालाबाजारी पर नियंत्रण रखना तथा जनता को उचित मूल्य पर आलू उपलब्ध कराना था। इस निरीक्षण से प्रशासन की सक्रियता और खाद्य आपूर्ति व्यवस्था की पारदर्शिता का पता चलता है।
सुविधा केंद्र का सुचारू संचालन
निरीक्षण के दौरान कृषि पदाधिकारी ने पाया कि प्रशासन द्वारा खोला गया आलू बिक्री सुविधा केंद्र पूरी तरह से काम कर रहा है। केंद्र में बंगाल आलू 36 रुपये प्रति किलोग्राम और यूपी आलू 25 रुपये प्रति किलोग्राम की दर पर उपलब्ध है। अधिकारियों ने बताया कि केंद्र में आलू की कोई कमी नहीं है और विभिन्न स्रोतों से आपूर्ति सुनिश्चित की जा रही है। साथ ही, प्रशासन ने बाजार में किसी भी प्रकार की अराजकता को रोकने के लिए विशेष निगरानी रखी है।
आलू आपूर्ति के लिए ठोस कदम
कृषि पदाधिकारी ने स्पष्ट किया कि राज्य सरकार के निर्देशों के तहत, केवल बंगाल से ही नहीं बल्कि अन्य राज्यों से भी आलू की आपूर्ति की जा रही है। इस पहल से यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि जिले के निवासियों को नियमित रूप से और बिना किसी रुकावट के आवश्यक खाद्य सामग्री मिलती रहे। उन्होंने आम जनता से भी अपील की कि वे ग्राहक सेवा केंद्र से ही आलू खरीदें ताकि उचित मूल्य पर उन्हें यह उत्पाद मिल सके।
जमाखोरी और कालाबाजारी के खिलाफ सख्त कार्रवाई
कृषि पदाधिकारी ने जोर देकर कहा कि जिले में किसी भी प्रकार की जमाखोरी और कालाबाजारी को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। दोषियों को चिन्हित कर उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। प्रशासन की योजना है कि खाद्यान्न की आपूर्ति में किसी भी तरह की गड़बड़ी को रोकने के लिए नियमित निरीक्षण किए जाएंगे। यह कदम न केवल प्रशासन की सक्रियता को दर्शाता है बल्कि जनता के विश्वास को भी मजबूत करता है।
निगरानी और समर्थन से जनता का विश्वास
इस निरीक्षण के दौरान कृषि निरीक्षक और अन्य अधिकारी भी उपस्थित रहे, जिन्होंने सभी कार्यों की निगरानी की और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। अधिकारियों का कहना है कि भविष्य में भी इस तरह के निरीक्षणों से यह सुनिश्चित किया जाएगा कि खाद्य सामग्री की आपूर्ति में किसी प्रकार की कमी न हो और जिले में खाद्य सुरक्षा बनी रहे।
इतिहास और वर्तमान परिदृश्य
जमशेदपुर में खाद्य आपूर्ति व्यवस्था और कृषि निरीक्षण की ये पहलें प्रशासन की पिछले वर्षों से चली आ रही नीति का हिस्सा हैं। जहां पहले जमाखोरी और कालाबाजारी की समस्या काफी आम थी, वहीं अब प्रशासन के कड़े कदमों ने स्थिति में सुधार किया है। यह दिखाता है कि जिला प्रशासन ने अपनी जिम्मेदारियों को गंभीरता से लिया है और हर परिस्थिति में जनता की सेवा में तत्पर है।
इस प्रकार, कृषि पदाधिकारी का यह औचक निरीक्षण न केवल प्रशासन की तत्परता को दर्शाता है बल्कि यह भी सुनिश्चित करता है कि जिले में खाद्य सामग्री की आपूर्ति में किसी भी प्रकार की समस्या उत्पन्न न हो।
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