Jamshedpur Accident: मरीन ड्राइव पर तेज रफ्तार एसयूवी खाई में गिरी, हादसे ने उड़ाए होश
जमशेदपुर के कदमा मरीन ड्राइव पर एक तेज रफ्तार एसयूवी खाई में गिरने से बड़ा हादसा हुआ। जानें दुर्घटना का विवरण और पुलिस की जांच की प्रगति।
जमशेदपुर, झारखंड: सड़क पर सुरक्षा का पाठ एक बार फिर तेज रफ्तार के आगे बेकार साबित हुआ। शहर के कदमा थाना क्षेत्र के मरीन ड्राइव पर आदित्यपुर टोल प्लाजा के करीब, रविवार की रात हुए भीषण हादसे ने सभी को झकझोर कर रख दिया।
कैसे हुआ हादसा?
रात के अंधेरे में जेएच 05 डीएन-8067 नंबर की एसयूवी अनियंत्रित होकर खाईनुमा गड्ढे में जा गिरी।
- दुर्घटना स्थल पर पहुंचे लोगों ने बताया कि गाड़ी की स्थिति बेहद भयावह थी।
- आशंका जताई जा रही है कि वाहन तेज रफ्तार में था, जिससे ड्राइवर गाड़ी पर नियंत्रण खो बैठा।
घटना के तुरंत बाद, स्थानीय निवासियों ने पुलिस को सूचित किया। हालांकि, अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि गाड़ी में कितने लोग सवार थे और उनकी स्थिति क्या है।
पुलिस की जांच और संभावित कारण
कदमा थाना पुलिस ने मौके पर पहुंचकर घटनास्थल का मुआयना किया और जांच शुरू कर दी है।
- प्राथमिक जांच में गाड़ी की तेज रफ्तार को हादसे की वजह माना जा रहा है।
- पुलिस गाड़ी मालिक और उसमें सवार लोगों की जानकारी जुटा रही है।
- घायलों की तलाश के लिए अस्पतालों और स्थानीय क्लीनिकों से संपर्क किया जा रहा है।
इतिहास: मरीन ड्राइव पर हादसों की काली सूची
जमशेदपुर का मरीन ड्राइव, एक ओर जहां अपने खूबसूरत नजारों के लिए मशहूर है, वहीं यह सड़क अत्यधिक रफ्तार और हादसों के लिए भी कुख्यात है।
- 2023: इसी सड़क पर एक बाइक और ट्रक की टक्कर में दो युवकों की मौत हुई थी।
- 2022: मरीन ड्राइव पर एक अन्य एसयूवी दुर्घटना में चार लोगों की जान चली गई थी।
सड़क सुरक्षा की अनदेखी: तेज रफ्तार बनी मौत का कारण
झारखंड में सड़क दुर्घटनाओं का एक बड़ा कारण तेज रफ्तार और यातायात नियमों की अनदेखी है।
- राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) के अनुसार, 2023 में झारखंड में सड़क हादसों में 2,000 से अधिक लोगों की मौत हुई।
- मरीन ड्राइव जैसी सड़कों पर रफ्तार पर नियंत्रण के लिए स्पीड ब्रेकर और सीसीटीवी कैमरों की कमी को लेकर बार-बार सवाल उठाए गए हैं।
स्थानीय लोगों का गुस्सा और प्रशासन की जिम्मेदारी
हादसे के बाद स्थानीय निवासियों ने प्रशासन पर सवाल उठाए हैं।
- उनका कहना है कि मरीन ड्राइव जैसे व्यस्त मार्ग पर सुरक्षा उपायों का घोर अभाव है।
- सड़क पर रोशनी और सावधानियों के संकेतक लगाने की मांग भी की गई है।
क्या कहती है सरकार?
राज्य सरकार ने हाल ही में सड़क सुरक्षा को लेकर कई योजनाओं की घोषणा की है।
- ऑटोमेटिक स्पीड कैमरे: शहर की व्यस्त सड़कों पर कैमरों को स्थापित करने का प्रस्ताव।
- जागरूकता अभियान: चालकों को यातायात नियमों के प्रति जागरूक करने के लिए नए अभियान चलाए जाएंगे।
हालांकि, इन योजनाओं का जमीन पर प्रभाव अभी तक देखने को नहीं मिला है।
दुर्घटना से सबक: कैसे रोकें सड़क हादसे?
ऐसे हादसों को रोकने के लिए कुछ जरूरी कदम उठाए जाने चाहिए:
- तेज रफ्तार पर लगाम: स्पीड ब्रेकर और कैमरे हर व्यस्त सड़क पर लगाए जाएं।
- सुरक्षा मानकों की सख्ती: वाहन चालकों को हेलमेट और सीट बेल्ट का इस्तेमाल सुनिश्चित करना चाहिए।
- सड़क की स्थिति का सुधार: गड्ढों और खतरनाक मोड़ों की मरम्मत की जाए।
यह हादसा मरीन ड्राइव पर तेज रफ्तार और सुरक्षा के प्रति लापरवाही का परिणाम है। प्रशासन और नागरिकों को मिलकर ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए प्रयास करने होंगे।
आपकी राय: क्या मरीन ड्राइव जैसी सड़कों पर स्पीड ब्रेकर और सीसीटीवी अनिवार्य होने चाहिए? अपनी राय नीचे साझा करें।
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