भारत बनेगा अगला सेमीकंडक्टर हब, केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव का बड़ा बयान

केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव का दावा, भारत तेजी से सेमीकंडक्टर हब बनने की ओर बढ़ रहा है। चिप उत्पादन में बढ़ोतरी से भारत को वैश्विक बाजार में मिलेगी बड़ी हिस्सेदारी। जानें, कैसे यह बदलाव देश में नौकरियों की भी बढ़ोतरी करेगा।

Oct 6, 2024 - 18:14
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भारत बनेगा अगला सेमीकंडक्टर हब, केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव का बड़ा बयान
भारत बनेगा अगला सेमीकंडक्टर हब, केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव का बड़ा बयान

नई दिल्ली, 6 अक्टूबर 2024: केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने रविवार को एक बड़ा बयान दिया कि भारत जल्द ही दुनिया का अगला सेमीकंडक्टर हब बनने की राह पर है। उन्होंने कहा कि भारत में सेमीकंडक्टर सेक्टर में तेजी से निवेश हो रहा है, जिससे यह क्षेत्र वैश्विक स्तर पर उभरता जा रहा है। उन्होंने यह भी बताया कि देश में अब तक 1.52 लाख करोड़ रुपये के निवेश वाले पांच सेमीकंडक्टर प्रोजेक्ट्स को मंजूरी दी जा चुकी है।

वैष्णव ने न्यूयॉर्क में हाल ही में हुई प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और शीर्ष टेक सीईओ के बीच राउंड टेबल बातचीत का जिक्र करते हुए कहा कि तीन प्रमुख सीईओ ने इस मुलाकात के दौरान बताया कि पिछले 35-40 वर्षों में किसी भी देश में ऐसा जोश नहीं देखा गया है, जैसा भारत में सेमीकंडक्टर सेक्टर को लेकर है।

केंद्रीय मंत्री ने यह भी जानकारी दी कि अमेरिकी कंपनी माइक्रोन टेक्नोलॉजी 2025 की शुरुआत में भारत में चिप उत्पादन शुरू करेगी। वहीं, सीजी पावर की सेमीकंडक्टर फैक्ट्री का निर्माण भी जारी है, और टाटा द्वारा असम में बनाई जा रही एटीएमपी सुविधा पर भी तेजी से काम हो रहा है। इसका निर्माण कार्य शुरू हो चुका है।

उन्होंने यह भी कहा कि सेमीकंडक्टर इंडस्ट्री, सभी उद्योगों का आधार है। चिप का इस्तेमाल विभिन्न इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस जैसे मोबाइल फोन, लैपटॉप, मेडिकल डिवाइस, कार, ट्रेन, ट्रक और टीवी में किया जाता है। इसके साथ ही भारत सरकार द्वारा डिजिटल इंडिया मिशन और टेलीकॉम इंडिया मिशन जैसी पहलों ने आम नागरिकों के हाथों में टेक्नोलॉजी पहुंचाने का काम किया है।

रिपोर्ट्स के मुताबिक, भारत का सेमीकंडक्टर बाजार 2026 तक 64 अरब डॉलर तक पहुंच सकता है, जो 2019 के मुकाबले लगभग तीन गुना होगा। जानकारों का मानना है कि भारत अपनी उत्पादन क्षमता बढ़ाकर सेमीकंडक्टर सेक्टर में एक बड़ा खिलाड़ी बनने की तरफ बढ़ रहा है।

भारत में सेमीकंडक्टर सेक्टर की इस उन्नति का एक बड़ा कारण सेमीकॉम इंडिया प्रोग्राम और इंडिया सेमीकंडक्टर मिशन (आईएसएम) जैसी सरकारी पहलें हैं। इन योजनाओं के जरिए भारत वैश्विक बाजार में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाने में सक्षम होगा। इसके साथ ही देश में बड़ी संख्या में रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे, जो भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए एक महत्वपूर्ण कदम साबित होंगे।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन के अनुरूप, यह सेमीकंडक्टर सेक्टर का विकास भारत को आत्मनिर्भर बनाने और दुनिया में एक नई पहचान दिलाने में मदद करेगा।

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Nihal Ravidas निहाल रविदास, जिन्होंने बी.कॉम की पढ़ाई की है, तकनीकी विशेषज्ञता, समसामयिक मुद्दों और रचनात्मक लेखन में माहिर हैं।