रंभा कॉलेज ऑफ फार्मेसी द्वारा आयोजित स्वास्थ्य जांच शिविर: क्या आपने इसका फायदा उठाया?
ब्लड शुगर, ब्लड प्रेशर, ईसीजी, और नेत्र जांच जैसी महत्वपूर्ण सेवाएं मुफ्त में प्रदान की गईं | ...
रंभा कॉलेज ऑफ फार्मेसी ने आज, 24 सितंबर को एक ऐसा कार्यक्रम आयोजित किया, जिसने आसपास के गांवों के लोगों का ध्यान खींच लिया। यह कोई साधारण कार्यक्रम नहीं था, बल्कि वर्ल्ड फार्मेसी डे के अवसर पर एक नि:शुल्क स्वास्थ्य जांच शिविर था, जिसे कॉलेज के सामुदायिक दायित्व के तहत आयोजित किया गया। इस एकदिवसीय शिविर ने न सिर्फ काॅलेज के छात्रों और फैकल्टी को सेवा का अवसर दिया, बल्कि आस-पास के ग्रामीणों के लिए भी स्वास्थ्य सेवा का बेहतरीन मंच साबित हुआ।
क्या आपको मुफ्त में मिल सकती है ऐसी सेवाएं?
इस शिविर में ब्लड शुगर, ब्लड प्रेशर, ईसीजी, और नेत्र जांच जैसी महत्वपूर्ण सेवाएं मुफ्त में प्रदान की गईं। इन सेवाओं का महत्व कितना बड़ा है, इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि ये सभी जांचें रोजमर्रा की जिंदगी में अत्यंत जरूरी होती हैं, फिर भी बहुत से लोग समय और संसाधनों की कमी के कारण इन्हें नजरअंदाज कर देते हैं। लेकिन यहां, बिना किसी खर्च के इन सुविधाओं का लाभ उठाना, खासकर ग्रामीण इलाकों के लोगों के लिए, एक दुर्लभ मौका था।
कौन थे वो अनुभवी डॉक्टर, जिन्होंने दी अपनी सेवाएं?
इस शिविर में ब्रह्मानंद अस्पताल और त्रिनेत्रम आई हॉस्पिटल के अनुभवी डॉक्टरों ने अपनी सेवाएं दीं। सोचिए, अनुभवी डॉक्टरों से मुफ्त में परामर्श पाने का अवसर! ब्रह्मानंद अस्पताल से डॉक्टर सुषमा बाला, प्रदीप शर्मा, कुनैन रजा और नंदिनी मुखी ने अपनी विशेषज्ञता का उपयोग करके लोगों की मदद की, वहीं त्रिनेत्रम आई हॉस्पिटल से सहेली भौमिक, प्रदीप कुमार महतो, जेमा गोप और शुभम कुमार ने आंखों की जांच में अपनी सेवाएं प्रदान कीं।
76 लोगों की जांच, लेकिन क्या आप उनमें शामिल थे?
इस नि:शुल्क शिविर का लाभ 76 लोगों ने उठाया, जिनमें से कई ग्रामीण क्षेत्र से आए थे। उनकी आंखों और सेहत की जांच हुई, जिससे उन्हें अपने स्वास्थ्य की स्थिति का पता चला। क्या आप भी ऐसे अवसर का लाभ नहीं उठाना चाहेंगे, जहां आपको मुफ्त में अपनी सेहत की जानकारी मिले और वह भी विशेषज्ञ डॉक्टरों द्वारा?
कॉलेज का सामुदायिक दायित्व: क्या आप इससे जुड़ेंगे?
रंभा कॉलेज ऑफ फार्मेसी का यह सिर्फ एक शिविर नहीं था, बल्कि एक सामाजिक दायित्व की ओर कदम था। कॉलेज के सचिव गौरव बचन ने कहा कि इस कार्यक्रम को सफल बनाने में कॉलेज के फैकल्टी और विद्यार्थियों का बड़ा योगदान रहा। चेयरमैन रामबचन जी ने जोर देकर कहा कि उनका महाविद्यालय न केवल शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणी है, बल्कि समाज सेवा में भी हमेशा आगे रहता है। क्या ऐसे महाविद्यालय से जुड़ना नहीं चाहिए, जो शिक्षा के साथ-साथ समाज की भी सेवा कर रहा हो?
सफलता का राज: कैसे बना यह शिविर इतना सफल?
इस शिविर की सफलता में सबसे बड़ा योगदान फार्मेसी काॅलेज के प्रिंसिपल अविनाश भल्ला और उनकी टीम का रहा। लेक्चरर दीपिका महतो, असिस्टेंट प्रोफेसर रिसाली, असिस्टेंट प्रोफेसर मोनीषा, ट्यूटर बसंती तियु, नमानी भुईंया और पूजा लोहार ने अपनी निष्ठा और मेहनत से इस शिविर को सफल बनाया। क्या आप भी ऐसे समाज सेवा के कार्यों में योगदान देने की इच्छा रखते हैं?
यह शिविर सिर्फ एक शुरुआत थी। रंभा कॉलेज ऑफ फार्मेसी समय-समय पर ऐसे और भी स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन करता है। क्या आप अगले शिविर के लिए तैयार हैं?
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