Falgun Month: इस पवित्र माह में भूलकर भी ना करें ये गलतियां, वरना होगा बड़ा नुकसान!

फाल्गुन मास 2025 शुरू हो चुका है! जानिए इस पवित्र माह में किन गलतियों से बचना चाहिए और कैसे यह महीना आपके जीवन में शुभता ला सकता है। पढ़ें पूरी खबर!

Feb 13, 2025 - 10:08
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Falgun Month: इस पवित्र माह में भूलकर भी ना करें ये गलतियां, वरना होगा बड़ा नुकसान!
Falgun Month: इस पवित्र माह में भूलकर भी ना करें ये गलतियां, वरना होगा बड़ा नुकसान!

13 फरवरी से हिंदू पंचांग का अंतिम माह फाल्गुन मास आरंभ हो चुका है। यह महीना न केवल धार्मिक दृष्टि से बल्कि ज्योतिष और आयुर्वेद के अनुसार भी बेहद खास माना जाता है। फाल्गुन मास में भगवान श्रीकृष्ण और भगवान शिव की विशेष पूजा का महत्व है। इस महीने में महाशिवरात्रि और होली जैसे प्रमुख त्योहार मनाए जाते हैं, जो पूरे देश में हर्षोल्लास के साथ मनाए जाते हैं।

लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस पावन माह में कुछ कार्य करना अशुभ माना जाता है? अगर भूल से भी इन गलतियों को दोहराया जाए, तो इसका प्रभाव जीवन पर नकारात्मक पड़ सकता है। आइए जानते हैं, इस महीने किन कार्यों को करने से बचना चाहिए और क्यों यह माह इतना महत्वपूर्ण माना जाता है।

फाल्गुन मास का ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व

फाल्गुन मास का नामकरण भगवान श्रीकृष्ण से जुड़ा हुआ है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, इस महीने भगवान श्रीकृष्ण ने रासलीला का आयोजन किया था, जिसमें गोपियों ने प्रेम और भक्ति की अद्भुत मिसाल पेश की। यही कारण है कि इस महीने को भक्ति, प्रेम और उल्लास का महीना कहा जाता है।

इसके अलावा, महाशिवरात्रि भी फाल्गुन मास में आती है। मान्यता है कि इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती का विवाह हुआ था। शिव भक्तों के लिए यह व्रत और पूजा अत्यंत फलदायी मानी जाती है।

फाल्गुन मास में भूलकर भी न करें ये गलतियां

इस पावन मास में कुछ कार्य वर्जित माने गए हैं, जिनका पालन न करने से जीवन में नकारात्मक ऊर्जा आ सकती है।

बड़ों का अपमान: इस महीने बुजुर्गों और महिलाओं का अपमान करने से पुण्य नष्ट हो जाता है। सम्मान देना इस माह में विशेष फलदायी माना गया है।

नकारात्मक विचार: फाल्गुन मास को सकारात्मक ऊर्जा और प्रेम का महीना कहा जाता है। इस दौरान मन में नकारात्मक विचार लाने से मानसिक तनाव और अशांति बढ़ सकती है।

अत्यधिक अनाज का सेवन: आयुर्वेद के अनुसार, इस माह में शरीर को हल्का रखने के लिए अधिक अनाज के बजाय फलों और हरी सब्जियों का सेवन करना चाहिए।

स्नान में लापरवाही: इस महीने में गर्म पानी की बजाय सामान्य जल से स्नान करने की परंपरा है। ऐसा करने से शरीर में ऊर्जा बनी रहती है और स्वास्थ्य लाभ मिलता है।

दान-पुण्य न करना: फाल्गुन मास में दान और पुण्य का अत्यधिक महत्व बताया गया है। जरूरतमंदों की सहायता करना इस महीने में शुभ फल प्रदान करता है।

फाल्गुन मास में दान और पूजा का महत्व

यह महीना सिर्फ धार्मिक आस्था का प्रतीक नहीं, बल्कि अच्छे कर्मों और आत्मशुद्धि का अवसर भी है। इस महीने में विशेष रूप से महाशिवरात्रि और होली पर दान करने का महत्व बताया गया है।

महाशिवरात्रि पर जल और बेलपत्र चढ़ाने से भगवान शिव की कृपा प्राप्त होती है।
होली पर अन्न, वस्त्र और जरूरतमंदों की सहायता करने से शुभ फल प्राप्त होते हैं।
विजया एकादशी के दिन भगवान विष्णु की पूजा करने से जीवन की बाधाएं समाप्त होती हैं।

फाल्गुन मास का वैज्ञानिक और ज्योतिषीय पक्ष

आयुर्वेद के अनुसार:
फाल्गुन माह के बाद गर्मी की शुरुआत होती है, इसलिए शरीर को स्वस्थ बनाए रखने के लिए हल्के और सात्विक भोजन का सेवन करना आवश्यक होता है। इस समय तले-भुने भोजन से बचने की सलाह दी जाती है।

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार:
फाल्गुन मास ग्रहों के परिवर्तन का समय होता है। इस दौरान सूर्य, चंद्रमा और अन्य ग्रहों की स्थिति बदलती है, जिससे व्यक्ति के जीवन में सकारात्मक और नकारात्मक प्रभाव पड़ते हैं। इस समय भगवान शिव और श्रीकृष्ण की पूजा विशेष रूप से फलदायी होती है।

 यह महीना आपके जीवन में क्या बदलाव ला सकता है?

फाल्गुन मास सिर्फ एक धार्मिक महीना नहीं, बल्कि जीवनशैली को सुधारने का भी अवसर है। इस महीने कुछ नियमों का पालन करने से न केवल धार्मिक बल्कि मानसिक और शारीरिक लाभ भी प्राप्त किए जा सकते हैं।

इस माह में सकारात्मक सोच रखें और बड़ों का सम्मान करें।
सात्विक आहार और सामान्य जल से स्नान करें।
दान-पुण्य के कार्य करें और भगवान शिव तथा श्रीकृष्ण की पूजा करें।

तो इस फाल्गुन मास में भूलकर भी कोई गलती न करें और पूरे आनंद और भक्ति के साथ इस पवित्र माह को मनाएं!

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Manish Tamsoy मनीष तामसोय कॉमर्स में मास्टर डिग्री कर रहे हैं और खेलों के प्रति गहरी रुचि रखते हैं। क्रिकेट, फुटबॉल और शतरंज जैसे खेलों में उनकी गहरी समझ और विश्लेषणात्मक क्षमता उन्हें एक कुशल खेल विश्लेषक बनाती है। इसके अलावा, मनीष वीडियो एडिटिंग में भी एक्सपर्ट हैं। उनका क्रिएटिव अप्रोच और टेक्निकल नॉलेज उन्हें खेल विश्लेषण से जुड़े वीडियो कंटेंट को आकर्षक और प्रभावी बनाने में मदद करता है। खेलों की दुनिया में हो रहे नए बदलावों और रोमांचक मुकाबलों पर उनकी गहरी पकड़ उन्हें एक बेहतरीन कंटेंट क्रिएटर और पत्रकार के रूप में स्थापित करती है।