Chakulia Rescue : जंगल में मचा हड़कंप, फैक्ट्री के पास मिला 6 फुट लंबा अजगर!
चाकुलिया की एक फैक्ट्री के पास 6 फुट लंबा अजगर प्लास्टिक की जाल में फंसा मिला! वन विभाग की टीम ने किया रेस्क्यू, जानें पूरी कहानी।

चाकुलिया: सोमवार की दोपहर चाकुलिया प्रखंड के अमलागोड़ा गांव में एक साबुन फैक्ट्री के पास उस वक्त हड़कंप मच गया जब कर्मचारियों ने बागान में एक 6 फुट लंबा अजगर देखा। अजगर प्लास्टिक की जाल में बुरी तरह फंसा हुआ था और हिल-डुल भी नहीं पा रहा था। फैक्ट्री मालिक ने तुरंत वन विभाग को सूचना दी, जिसके बाद क्विक रिस्पॉन्स टीम मौके पर पहुंची और अजगर को सुरक्षित बचाया।
अचानक कहां से आया यह अजगर?
बताया जा रहा है कि यह अजगर पास के जंगल से खाना की तलाश में फैक्ट्री के इलाके में आ गया था। लेकिन बागान में बिछी प्लास्टिक की जाल में फंस गया और बाहर नहीं निकल पाया। जैसे ही फैक्ट्री के कर्मचारियों ने उसे देखा, तो वहां हड़कंप मच गया।
कैसे हुआ अजगर का रेस्क्यू?
वन विभाग की टीम ने कड़ी मशक्कत के बाद अजगर को जाल से निकाला।
- सबसे पहले सांप को शांत करने के लिए टीम ने सतर्कता बरती।
- जाल को धीरे-धीरे काटकर अजगर को बाहर निकाला गया।
- अजगर को एक बोरे में रखा और जंगल में सुरक्षित छोड़ दिया गया।
अजगर को बचाने की क्यों पड़ी जरूरत?
अक्सर लोग सांपों को देखकर डर जाते हैं और उन्हें नुकसान पहुंचाने की कोशिश करते हैं। लेकिन वन विभाग की टीम ने बताया कि अजगर बिल्कुल जहरीला नहीं होता और यह पर्यावरण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। अजगर मुख्य रूप से चूहे और छोटे जानवरों को खाकर खेतों को नुकसान से बचाता है।
क्या आप जानते हैं? अजगर को लेकर रोचक तथ्य!
- अजगर जहरीले नहीं होते और आमतौर पर इंसानों पर हमला नहीं करते।
- ये अपने शिकार को कसकर लपेटकर मारते हैं और फिर निगल जाते हैं।
- अजगर 3-4 महीने तक बिना खाए जिंदा रह सकते हैं।
- जंगलों के कटने की वजह से अजगर अब शहरी इलाकों में ज्यादा नजर आने लगे हैं।
अजगर के जंगलों से इंसानी बस्तियों में आने के कारण
वन विभाग के अधिकारियों के मुताबिक, जंगलों के लगातार कटने और शहरीकरण बढ़ने से अजगर जैसे बड़े सांप इंसानी इलाकों में आ रहे हैं। पहले ये सांप गहरे जंगलों में रहते थे, लेकिन अब भोजन और ठिकाने की तलाश में बस्तियों की ओर बढ़ रहे हैं।
स्थानीय लोगों के लिए वन विभाग की अपील
वन विभाग ने लोगों से अपील की है कि अगर कहीं भी सांप नजर आए, तो घबराएं नहीं बल्कि तुरंत वन विभाग को सूचना दें। सांपों को मारने की बजाय उन्हें सुरक्षित बचाया जाना चाहिए क्योंकि ये पारिस्थितिकीय संतुलन बनाए रखने में मदद करते हैं।
क्या भविष्य में ऐसे और मामले देखने को मिल सकते हैं?
बढ़ती आबादी और घटते जंगलों के कारण ऐसे मामले आगे भी देखने को मिल सकते हैं। वन्यजीव संरक्षण और जागरूकता अभियान चलाने की जरूरत है ताकि लोग बिना डर के इन जीवों को बचाने में मदद कर सकें।
चाकुलिया में हुआ यह रेस्क्यू ऑपरेशन दिखाता है कि इंसानों और वन्यजीवों के बीच टकराव बढ़ रहा है। ऐसे में जरूरत है कि हम पर्यावरण और जीव-जंतुओं के संरक्षण पर ध्यान दें। अजगर को बचाकर वन विभाग ने एक बार फिर साबित कर दिया कि हर जीव का जीवन महत्वपूर्ण है।
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