Bhilai Hindi Awards: राजभाषा कार्यशाला में हुए रोचक आयोजन, जानिए किसे मिला पहला पुरस्कार!

भिलाई इस्पात संयंत्र में आयोजित राजभाषा कार्यशाला में कई दिलचस्प गतिविधियाँ हुईं। जानिए इस कार्यशाला का उद्देश्य, पुरस्कार विजेताओं के नाम और हिंदी के महत्व पर चर्चा।

Dec 14, 2024 - 19:59
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Bhilai Hindi Awards: राजभाषा कार्यशाला में हुए रोचक आयोजन, जानिए किसे मिला पहला पुरस्कार!
Bhilai Hindi Awards: राजभाषा कार्यशाला में हुए रोचक आयोजन, जानिए किसे मिला पहला पुरस्कार!

भिलाई, 14 दिसंबर 2024: भिलाई इस्पात संयंत्र के मटेरियल्स रिकवरी डिपार्टमेंट (एमआरडी) में 11 दिसंबर 2024 को राजभाषा कार्यशाला का आयोजन किया गया। यह कार्यशाला महाप्रबंधक (प्रचालन-एमआरडी) श्री आलोक माथुर के मुख्य आतिथ्य में आयोजित हुई। इस कार्यक्रम में एफ.एस.एन.एल. के अधिकारियों और कर्मचारियों ने भी सक्रिय भागीदारी निभाई। इस कार्यशाला का उद्देश्य हिंदी भाषा को कार्यालयी कामकाज में प्रभावी ढंग से उपयोग करने और उसकी महत्ता को बढ़ावा देना था।

हिंदी को प्रमोट करने का संकल्प

कार्यशाला में मुख्य अतिथि श्री आलोक माथुर ने कहा कि एमआरडी विभाग में समस्त कार्य हिंदी में ही संपादित किए जाते हैं। उन्होंने बताया कि विभाग हिंदी को अपने सभी कार्यों में शत-प्रतिशत प्रमुख भाषा के रूप में अपनाने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा, "हमारे विभाग ने हिंदी भाषा के प्रयोग में हमेशा आगे बढ़कर काम किया है, और यह प्रयास हमें ‘निदेशक प्रभारी, राजभाषा वैजयंती’ पुरस्कार के रूप में सफलता की ओर ले गया।"

श्री माथुर ने यह भी कहा कि उनका विभाग राजभाषा हिंदी के प्रचार-प्रसार के लिए निरंतर काम कर रहा है, ताकि कार्यस्थल पर हिंदी का प्रयोग और भी प्रभावी हो सके। उन्होंने यह स्पष्ट किया कि मटेरियल्स रिकवरी डिपार्टमेंट (एमआरडी) का मुख्य उद्देश्य व्यर्थ से अर्थ बनाने की ओर कार्य करना है, और इस संदर्भ में हिंदी का प्रयोग महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

राजभाषा के सांविधिक प्रावधानों का पालन

कार्यशाला में विभागीय राजभाषा समन्वय अधिकारी श्री कुलदीप सिंह तोमर ने भी राजभाषा विभाग के हर आयोजन में एमआरडी के कर्मचारियों की हमेशा सक्रिय भागीदारी की बात कही। उन्होंने बताया कि विभाग राजभाषा के सांविधिक प्रावधानों का पूरी तरह से पालन कर रहा है, और हिंदी में काम करने से कार्यालयी कार्यों में न केवल प्रभावशीलता आती है, बल्कि यह समग्र निष्पादन में भी मदद करता है।

रोचक प्रतियोगिता और पुरस्कार

कार्यशाला में राजभाषा विभाग द्वारा सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता का आयोजन भी किया गया, जिसमें सभी उपस्थित अधिकारियों और कर्मचारियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। प्रतियोगिता के परिणामस्वरूप श्री मुनेश्वर राम साहू को प्रथम पुरस्कार, श्री सुनील कुमार वर्मा को द्वितीय पुरस्कार और श्री अवनीश दुबे को तृतीय पुरस्कार प्राप्त हुआ। इसके अलावा, श्री कुलदीप सिंह तोमर, श्री रेजी उन्नून्नी, और श्री प्रशांत यादव को प्रोत्साहन पुरस्कार से नवाजा गया।

इसके साथ ही, पर्यावरण जागरूकता माह के तहत आयोजित प्रश्नोत्तरी में भी कर्मचारियों ने भाग लिया। पर्यावरण पर आधारित प्रश्नोत्तरी में श्री सतीश कुमार साहू, श्री अभिनय कुमार, श्री प्रशांत यादव, और अन्य विजेताओं को सम्मानित किया गया।

कार्यशाला का समापन और शपथ समारोह

कार्यशाला के अंत में उप प्रबंधक (राजभाषा) श्री जितेन्द्र दास मानिकपुरी ने राजभाषा के सांविधिक प्रावधानों के बारे में जानकारी दी और सभी प्रतिभागियों को राजभाषा हिंदी में समस्त कार्य करने हेतु शपथ दिलाई। इस अवसर पर कुलदीप सिंह तोमर ने कार्यक्रम का संचालन किया और सभी का आभार व्यक्त किया।

भिलाई इस्पात संयंत्र में हिंदी का प्रचार-प्रसार

यह कार्यशाला भिलाई इस्पात संयंत्र में हिंदी के महत्व को और अधिक बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुई है। विभाग द्वारा किए जा रहे निरंतर प्रयासों से हिंदी भाषा को कार्यस्थल पर पूरी तरह से स्थापित करने की दिशा में सकारात्मक परिणाम देखने को मिल रहे हैं।

आप भी इस कार्यशाला के बारे में अपनी राय व्यक्त करें और बताएं कि हिंदी के प्रयोग से आपके कार्यस्थल में क्या परिवर्तन आए हैं। कमेंट करें और इस पहल को समर्थन दें!

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Nihal Ravidas निहाल रविदास, जिन्होंने बी.कॉम की पढ़ाई की है, तकनीकी विशेषज्ञता, समसामयिक मुद्दों और रचनात्मक लेखन में माहिर हैं।