Asian Youth Climbing Championship - 13 देशों को नई ऊंचाइयों पर प्रतिस्पर्धा करते हुए देखें!

जानें जमशेदपुर में 14 से 17 नवंबर तक आयोजित होने वाली एशियन यूथ क्लाइंबिंग चैंपियनशिप के बारे में। इस अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में 13 देशों के खिलाड़ी शामिल होंगे।

Nov 13, 2024 - 01:20
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Asian Youth Climbing Championship  - 13 देशों को नई ऊंचाइयों पर प्रतिस्पर्धा करते हुए देखें!

झारखंड के जमशेदपुर शहर में 14 से 17 नवंबर के बीच एक खास रोमांचकारी आयोजन होने जा रहा है। टाटा स्टील एडवेंचर फाउंडेशन के तत्वावधान में इस बार जेआरडी टाटा स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में एशियन यूथ क्लाइंबिंग चैंपियनशिप आयोजित की जा रही है। इस प्रतिष्ठित आयोजन का समर्थन इंडियन माउंटेनियरिंग फाउंडेशन (IMF) कर रहा है। इस प्रतियोगिता में स्पीड, बोल्डरिंग और लीड क्लाइंबिंग जैसे चुनौतीपूर्ण इवेंट्स शामिल होंगे जो युवा पर्वतारोहियों की क्षमता, आत्मविश्वास और तकनीकी कौशल का परीक्षण करेंगे।

वैश्विक युवा पर्वतारोही दिखाएंगे दमखम

इस चैंपियनशिप में 13 देशों के कुल 184 युवा खिलाड़ी भाग लेंगे, जिनमें भारत के अलावा जापान, चीन, थाइलैंड, साउथ कोरिया, इंडोनेशिया, कजाकिस्तान, मलेशिया, सऊदी अरब, हांगकांग, ईरान, सिंगापुर और चाइनीज ताइपेई के प्रतिभागी शामिल हैं। इन खिलाड़ियों का चयन अंडर-16, अंडर-18 और अंडर-20 आयु वर्ग में हुआ है, जो कि तीन अलग-अलग कैटेगरीज में प्रतिस्पर्धा करेंगे।

प्रतियोगिता के लिए सभी खिलाड़ी और तकनीकी अधिकारी 13 नवंबर को जमशेदपुर पहुंच जाएंगे, और इस आयोजन का उद्घाटन 14 नवंबर की शाम को टाटा स्टील के वीपी (सीएस) चाणक्य चौधरी द्वारा किया जाएगा।

क्या है इस चैंपियनशिप की विशेषता?

एशियन यूथ क्लाइंबिंग चैंपियनशिप केवल एक प्रतियोगिता नहीं है, बल्कि यह पर्वतारोहण के खेल में रुचि रखने वाले युवाओं को अपने कौशल को निखारने और अपने सपनों को साकार करने का एक मंच प्रदान करती है। विभिन्न देशों के इन खिलाड़ियों को देखकर स्थानीय प्रतिभाओं में भी इस क्षेत्र में आगे बढ़ने की प्रेरणा मिलेगी।

स्पीड क्लाइंबिंग में खिलाड़ियों को एक निश्चित समय के भीतर दीवार के शीर्ष पर पहुंचना होता है। यह इवेंट न केवल तीव्र गति की मांग करता है बल्कि हर खिलाड़ी की त्वरित सोच और निर्णय क्षमता को भी परखता है।

बोल्डरिंग इवेंट में खिलाड़ी को बिना रस्सियों के छोटी-छोटी बाधाओं को पार करना होता है, जो साहस, लचीलेपन और मांसपेशियों के नियंत्रण की परीक्षा लेता है।

लीड क्लाइंबिंग में दीवार के ऊंचाई तक चढ़ना होता है, जहां समय के साथ संतुलन और तकनीकी कौशल की भी कड़ी परीक्षा होती है।

टाटा स्टील एडवेंचर फाउंडेशन: पर्वतारोहण का गढ़

भारत में पर्वतारोहण और एडवेंचर स्पोर्ट्स को बढ़ावा देने में टाटा स्टील एडवेंचर फाउंडेशन (TSAF) का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। 1984 में स्थापित इस फाउंडेशन ने न केवल भारत में पर्वतारोहण को प्रोत्साहन दिया है, बल्कि इसके माध्यम से कई युवाओं को साहसिक खेलों में करियर बनाने के अवसर भी प्रदान किए हैं। इस फाउंडेशन का नेतृत्व प्रसिद्ध पर्वतारोही बछेंद्री पाल ने किया है, जो माउंट एवरेस्ट फतह करने वाली पहली भारतीय महिला हैं। उनके मार्गदर्शन में TSAF ने अनेक राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पर्वतारोहियों को प्रशिक्षित किया है।

जमशेदपुर को मिलेगा अंतरराष्ट्रीय मान्यता

टाटा स्टील के आयोजन के साथ ही, जमशेदपुर शहर को एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय मंच पर स्थान मिल रहा है। ऐसे आयोजन न केवल खेल के प्रति लोगों में जागरूकता बढ़ाते हैं बल्कि स्थानीय स्तर पर आर्थिक और सांस्कृतिक लाभ भी पहुंचाते हैं। जमशेदपुर के स्थानीय पर्यटन स्थलों और होटलों को इन देशों से आने वाले मेहमानों से बड़ा लाभ होगा, साथ ही शहर की अंतरराष्ट्रीय पहचान भी बढ़ेगी।

आयोजन स्थल: JRD Tata Sports Complex

जेआरडी टाटा स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स, जहां यह प्रतियोगिता आयोजित की जा रही है, जमशेदपुर का एक प्रमुख खेल स्थल है। इसे टाटा समूह द्वारा इस उद्देश्य से तैयार किया गया है ताकि भारत के युवाओं को उच्च-स्तरीय खेल सुविधाएं प्राप्त हो सकें। इस परिसर में स्पोर्ट्स के लिए कई सुविधाएं उपलब्ध हैं, जिसमें पर्वतारोहण के लिए भी उत्कृष्ट दीवारें हैं, जो इस इवेंट के लिए आदर्श हैं।

दर्शकों के लिए सुनहरा अवसर

चूंकि यह इवेंट स्थानीय और अंतरराष्ट्रीय दर्शकों के लिए भी खुला होगा, स्थानीय निवासियों के लिए यह पर्वतारोहण के रोमांच का अनुभव करने का एक बेहतरीन अवसर है। विभिन्न देशों के खिलाड़ियों के प्रदर्शन को देखकर युवा पर्वतारोही नए दृष्टिकोण और तकनीक सीख सकते हैं।

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Team India मैंने कई कविताएँ और लघु कथाएँ लिखी हैं। मैं पेशे से कंप्यूटर साइंस इंजीनियर हूं और अब संपादक की भूमिका सफलतापूर्वक निभा रहा हूं।