Jamshedpur scrap theft: बंद फैक्ट्री से रातों-रात उड़ाया स्क्रैप, पुलिस ने एक को दबोचा, बाकी फरार!
जमशेदपुर के गोलमुरी थाना क्षेत्र में बंद पड़ी केबल फैक्ट्री से स्क्रैप चोरी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश। पुलिस ने एक आरोपी को पकड़ा, तीन अन्य फरार। जानिए पूरी कार्रवाई और जांच की अंदरूनी बातें।

जमशेदपुर: टाटा नगरी से सटी एक चौंकाने वाली घटना ने फिर से शहर में स्क्रैप माफिया की सक्रियता पर सवाल खड़े कर दिए हैं। गोलमुरी थाना क्षेत्र स्थित एक बंद केबल फैक्ट्री से चोरी करते समय पुलिस ने एक युवक को रंगे हाथ पकड़ लिया। हालांकि, उसके तीन अन्य साथी मौके से भागने में सफल हो गए।
पकड़े गए आरोपी के पास से पुलिस ने स्क्रैप बरामद किया है, जो फैक्ट्री परिसर से चोरी किया जा रहा था। पूछताछ में उसने भागे हुए तीनों साथियों की पहचान बजरंगी सिंह, चिंटू चौबे और सुदेश मुखी के रूप में की है। पुलिस ने इन सभी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर ली है।
बंद फैक्ट्री बनी चोरी का अड्डा!
गोलमुरी का यह इलाका पहले औद्योगिक गतिविधियों के लिए जाना जाता था, लेकिन समय के साथ कई फैक्ट्रियां बंद हो चुकी हैं। इन्हीं बंद यूनिट्स में से एक है यह केबल फैक्ट्री, जो अब स्क्रैप माफिया और असामाजिक तत्वों का गढ़ बनती जा रही है।
स्थानीय लोगों ने कई बार फैक्ट्री परिसर में संदिग्ध गतिविधियां देखने की बात कही थी, लेकिन इस बार पुलिस ने ऐक्टिव रहते हुए मौके पर पहुंचकर एक आरोपी को धर दबोचा।
कैसे हुआ खुलासा?
घटना 5 अप्रैल की रात की है जब गोलमुरी थाना के सहायक अवर निरीक्षक राजू कुमार राम को गुप्त सूचना मिली कि बंद फैक्ट्री से कुछ लोग चोरी कर रहे हैं। टीम के साथ मौके पर पहुंचे अधिकारी ने तुरंत घेरेबंदी कर एक युवक को पकड़ा, जबकि बाकी अंधेरे का फायदा उठाकर फरार हो गए।
पकड़े गए आरोपी ने चोरी में इस्तेमाल किए गए रास्तों और बाकी साथियों की पूरी जानकारी दी है, जिसकी तफ्तीश पुलिस अब तेजी से कर रही है।
कौन हैं आरोपी?
आरोपियों के नाम – बजरंगी सिंह, चिंटू चौबे और सुदेश मुखी – स्थानीय स्तर पर पहले भी चोरी जैसे मामलों में संदिग्ध रह चुके हैं। पुलिस अब इनकी गिरफ्तारी के लिए संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही है।
पुलिस की कार्रवाई और अगला कदम
गोलमुरी थाना पुलिस ने चोरी के केस को गंभीरता से लेते हुए सीसीटीवी फुटेज खंगालने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। साथ ही बंद फैक्ट्रियों में सुरक्षा बढ़ाने के लिए औद्योगिक प्रबंधन और स्थानीय प्रशासन से समन्वय की तैयारी चल रही है।
पुराना मुद्दा, नई चुनौती
जमशेदपुर जैसे औद्योगिक शहर में बंद पड़ी फैक्ट्रियां स्क्रैप माफिया के लिए सोने की खान बनती जा रही हैं। बीते कुछ वर्षों में कई ऐसी घटनाएं सामने आ चुकी हैं जहां पर कबाड़ी गिरोहों ने सुनियोजित तरीके से लाखों का स्क्रैप गायब कर दिया।
यह घटना भी उसी श्रेणी की कड़ी लगती है, जिसमें एक ओर पुलिस की मुस्तैदी दिखी तो दूसरी ओर फैक्ट्रियों की सुरक्षा पर बड़ा सवाल भी खड़ा हो गया।
गोलमुरी की यह घटना न केवल पुलिस की सजगता को दर्शाती है बल्कि यह भी साफ करती है कि शहर में असुरक्षित पड़ी संपत्तियों पर नजर रखने की सख्त जरूरत है। यदि आप आसपास किसी बंद फैक्ट्री या संदिग्ध गतिविधि को देखें, तो तुरंत स्थानीय पुलिस को सूचित करें।
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