जमशेदपुर में वज्रपात से चार साल की बच्ची की मौत, परिवार में छाया मातम
जमशेदपुर के बिरसानगर में चार साल की अनामिका सबर की वज्रपात की चपेट में आने से मौत हो गई। जानें कैसे यह दुखद घटना घटी और परिवार की हालत क्या है।
जमशेदपुर (15 अक्टूबर 2024):जमशेदपुर के बिरसानगर थाना क्षेत्र के लुपुंगडीह निवासी बाबूलाल सबर की चार वर्षीय बेटी अनामिका सबर की मंगलवार शाम वज्रपात की चपेट में आकर मौत हो गई। यह घटना उस समय हुई जब अनामिका अपने माता-पिता के साथ तालाब में नहाने गई थी।
बाबूलाल ने बताया कि उसकी बेटी पहली कक्षा की छात्रा थी। उस दिन बिजली कड़क रही थी, लेकिन बारिश नहीं हो रही थी। अनामिका अपनी मां, सीमा सबर, के साथ तालाब की ओर गई। इसी बीच अचानक वज्रपात हुआ और अनामिका उसकी चपेट में आ गई।
बाबूलाल ने कहा, "जब मुझे घटना की जानकारी मिली, तो मैं तुरंत तालाब के पास पहुंचा। मैंने देखा कि मेरी बेटी पानी में गिरी पड़ी है और बेहोश हो गई है।" उन्होंने बताया कि उन्होंने तुरंत अनामिका को उठाया और एमजीएम अस्पताल लेकर गए। अस्पताल पहुंचने पर चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
बाबूलाल के तीन बेटे और दो बेटियां हैं। उनकी चार वर्षीय बेटी का इस तरह जाना पूरे परिवार के लिए एक बड़ा सदमा है। उन्होंने कहा, "मेरी बेटी बहुत चंचल थी। उसकी हंसी-खुशी हमारे घर में हमेशा रहती थी। अब हम सब बर्बाद हो गए हैं।"
बच्ची के शव को एमजीएम अस्पताल के शीतगृह में रखवा दिया गया है। बुधवार को उसका पोस्टमॉर्टम होगा। इस दुखद घटना ने गांव में शोक की लहर फैला दी है। लोग इस घटना को सुनकर हैरान और दुखी हैं।
इस घटना ने यह साबित कर दिया है कि वज्रपात कितना खतरनाक हो सकता है, विशेषकर तब जब मौसम में बदलाव हो रहा हो। लोगों को इस तरह की परिस्थितियों में सतर्क रहने की आवश्यकता है।
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