World Toilet: चाकुलिया में ‘क्लीन टॉयलेट कैंपेन’ की शानदार शुरुआत, शौचालयों की ग्रेडिंग से सुधरेगी सफाई व्यवस्था
वर्ल्ड टॉयलेट डे पर चाकुलिया नगर पंचायत ने ‘क्लीन टॉयलेट कैंपेन’ की शुरुआत की। जानें, शौचालयों की ग्रेडिंग, मरम्मत और सफाई अभियान के बारे में।
चाकुलिया: वर्ल्ड टॉयलेट डे के अवसर पर चाकुलिया नगर पंचायत ने एक अनूठी पहल की शुरुआत की है। ‘क्लीन टॉयलेट कैंपेन’ का आयोजन नगर पंचायत प्रशासन द्वारा किया जा रहा है, जो 19 नवंबर से शुरू होकर 25 दिसंबर (गुड गवर्नेंस डे) तक चलेगा। इस पहल का उद्देश्य क्षेत्र के सार्वजनिक और सामुदायिक शौचालयों को साफ-सुथरा और उपयोगी बनाना है।
अभियान का मुख्य फोकस: शौचालयों की ग्रेडिंग और मरम्मत
इस अभियान के तहत चाकुलिया नगर पंचायत क्षेत्र में सभी सार्वजनिक, सामुदायिक, और मॉड्यूलर शौचालयों की सफाई की जा रही है। शौचालयों की स्थिति का आकलन करने के लिए महिला एसएचजी मेंबर द्वारा ग्रेडिंग प्रक्रिया चलाई जा रही है। ग्रेडिंग के मुख्य मानदंड इस प्रकार हैं:
- सफाई और स्वच्छता: सभी टॉयलेट सीटों का साफ होना अनिवार्य।
- सुविधा की उपलब्धता: वॉश बेसिन में साबुन और पानी की व्यवस्था।
- प्रवेश और पहुंच: महिलाओं और पुरुषों के लिए अलग प्रवेश द्वार।
- विशेष जरूरतें: दिव्यांगों के लिए विशेष सुविधाएं।
- सेप्टिक टैंक: टॉयलेट परिसर में सेप्टिक टैंक का होना आवश्यक।
- प्रकाश व्यवस्था: परिसर के अंदर और बाहर पर्याप्त रोशनी।
जनजागरूकता अभियान: व्यवहार में बदलाव लाना प्राथमिकता
‘क्लीन टॉयलेट कैंपेन’ के तहत जनजागरूकता अभियान भी चलाया जा रहा है। इसका उद्देश्य नागरिकों और शौचालय संचालकों को उनके कर्तव्यों से अवगत कराना और सार्वजनिक शौचालयों के बेहतर उपयोग को प्रोत्साहित करना है।
इस क्रम में नगर पंचायत टीम ने क्षेत्र के सभी सार्वजनिक और सामुदायिक शौचालयों का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान सफाई कर्मियों को सेफ्टी किट और सफाई उपकरण भी वितरित किए गए।
इतिहास और वर्ल्ड टॉयलेट डे का महत्व
हर साल 19 नवंबर को वर्ल्ड टॉयलेट डे मनाया जाता है। इसका उद्देश्य स्वच्छता के महत्व को उजागर करना और सभी को स्वच्छता सुविधाएं उपलब्ध कराना है। संयुक्त राष्ट्र ने 2013 में इस दिन को आधिकारिक तौर पर मान्यता दी थी।
भारत में स्वच्छता को बढ़ावा देने के लिए स्वच्छ भारत अभियान के तहत कई कदम उठाए गए हैं। इस पहल के जरिए गांवों और शहरों में शौचालयों का निर्माण किया गया और स्वच्छता के प्रति जागरूकता फैलाई गई। चाकुलिया का यह अभियान उसी दिशा में एक कदम है।
अधिकारियों की उपस्थिति और योगदान
अभियान की शुरुआत के मौके पर नगर प्रबंधक अनंत कुमार खालखो, कनिष्ठ अभियंता मीता राय, कम्युनिटी ऑर्गेनाइजर रेणुका महतो, सफाई सुपरवाइजर असिम नाथ, और कंप्यूटर ऑपरेटर आशीष ज्योति समेत अन्य अधिकारी मौजूद थे।
इन अधिकारियों ने इस अभियान को सफल बनाने के लिए आवश्यक कदम उठाए और क्षेत्र की सफाई व्यवस्था में सुधार का वादा किया।
चाकुलिया में ‘क्लीन टॉयलेट कैंपेन’ से उम्मीदें
यह अभियान सिर्फ एक औपचारिकता नहीं है, बल्कि लोगों की मानसिकता और व्यवहार में बदलाव लाने का प्रयास है। नगर पंचायत का यह प्रयास यह साबित करता है कि स्वच्छता केवल सरकारी जिम्मेदारी नहीं है, बल्कि हर नागरिक का कर्तव्य है।
अब देखना होगा कि यह अभियान चाकुलिया में स्वच्छता और स्वच्छ सोच को किस हद तक बदल पाता है।
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