Tata Steel Breach: एशिया के सबसे बड़े स्टील प्लांट की सुरक्षा में 'बड़ी सेंध'! सनकी युवक कार लेकर भीतर घुसा, सुरक्षा अलार्म फेल
टाटा स्टील, जमशेदपुर प्लांट की कड़ी सुरक्षा को धता बताते हुए एक सनकी युवक साकची एल टाउन गेट से कार लेकर प्लांट के अंदर घुस गया। बिना हेलमेट, हाफ पैंट और चप्पल में घूम रहे युवक को कर्मचारियों ने LD2 सिगनल के पास पकड़ा। RFID सुरक्षा प्रणाली फेल होने से कंपनी की सुरक्षा पर गंभीर सवाल।

जमशेदपुर स्थित टाटा स्टील प्लांट, जो न केवल भारत बल्कि एशिया के सबसे बड़े और सबसे सुरक्षित औद्योगिक परिसरों में गिना जाता है, उसकी सुरक्षा में शनिवार की दोपहर बड़ी और खतरनाक सेंध लगी है। कंपनी की कड़ी, अत्याधुनिक और ऑटोमेशन से लैस सुरक्षा व्यवस्था का दावा उस वक्त ढह गया, जब एक सनकी युवक कंपनी के भीतर बिना किसी रोक-टोक के कार लेकर प्रवेश कर गया।
यह घटना सीधे तौर पर टाटा स्टील की सुरक्षा विभाग की पोल खोलती है। यह सिर्फ एक अनधिकृत प्रवेश का मामला नहीं है, बल्कि उस औद्योगिक सुरक्षा पर एक गंभीर प्रश्नचिह्न है, जहां हर पल भारी मशीनरी और उच्च तापमान पर काम होता है। आरएफआइडी (RFID) और बार कोड स्कैनिंग जैसी सुरक्षा प्रणालियों के बावजूद इस तरह का उल्लंघन एक बड़ी दुर्घटना को न्योता दे सकता था।
सनकी युवक ने दी सुरक्षा को खुली चुनौती
यह सनसनीखेज घटना शनिवार को बी शिफ्ट के दौरान घटी। एक सनकी युवक, जिसे आदित्यपुर जाना था, वह गलती से या जानबूझकर साकची एल टाउन गेट से कार लेकर प्लांट के भीतर प्रवेश कर गया।
उस युवक की हालत देखकर ही स्पष्ट था कि वह कोई कर्मचारी नहीं है, बल्कि सुरक्षा नियमों का घोर उल्लंघन कर रहा है:
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सुरक्षा नियमों की धज्जियाँ: वह व्यक्ति हाफ पैंट और चप्पल पहने हुए था, और उसके सिर पर कोई हेलमेट नहीं था—जो प्लांट परिसर में अनिवार्य सुरक्षा नियम हैं।
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पूरे प्लांट में प्रवेश: हैरत की बात यह है कि यह युवक पूरे प्लांट के भीतर घूमता रहा और किसी भी गेट पर या सुरक्षा जांच चौकी पर उसे रोका नहीं गया।
यह तो गनीमत रही कि कंपनी के सतर्क कर्मचारियों ने ही उसे एलडी 2 सिगनल के पास पकड़ा। उसकी असामान्य वेशभूषा देखकर कर्मचारियों को शक हुआ, उन्होंने उसे रोका और तुरंत सुरक्षाकर्मियों को इसकी जानकारी दी, जिसके बाद उसे तत्काल हिरासत में लिया गया।
RFID और ऑटोमेशन कैसे हुआ फेल?
यह घटना कई अहम और गंभीर सवाल खड़े करती है, जिसका जवाब टाटा स्टील प्रबंधन को देना होगा:
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RFID की विफलता: कंपनी में आरएफआइडी सुरक्षा व्यवस्था लागू है। बिना बार कोड स्कैन किए कोई वाहन या व्यक्ति इंट्री नहीं कर सकता। तो फिर बिना आरएफआइडी पास के उस युवक की गाड़ी गेट से कैसे गुजर गई?
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मानवीय चूक: साकची एल टाउन गेट पर तैनात सुरक्षाकर्मियों ने अपनी ड्यूटी क्यों नहीं निभाई? क्या वे इतने बड़े उल्लंघन को भी पकड़ने में नाकाम रहे?
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बड़ा हादसा टला: यदि वह सनकी युवक किसी महत्वपूर्ण या खतरनाक सेक्शन में पहुंच जाता, तो कोई बड़ी दुर्घटना घट सकती थी या प्लांट को गंभीर नुकसान हो सकता था।
कंपनी के इतिहास में यह घटना सुरक्षा प्रोटोकॉल पर गहरा संकट पैदा करती है। प्रबंधन ने अब पूरे मामले की जांच शुरू कर दी है, जिसमें निश्चित रूप से सुरक्षा विभाग के कई कर्मचारियों पर कार्रवाई की गाज गिर सकती है।
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