Govindpur Challenge: 5 घंटे में 3 फ्लैटों में ₹25 लाख की चोरी! दिनदहाड़े चोरों ने पुलिस को दी खुली 'चुनौती'
जमशेदपुर के गोविंदपुर, टेल्को घोड़ाबांधा इलाके में शुक्रवार को दिनदहाड़े चोरों ने 5 घंटे के भीतर संगम टावर और पुष्पा अपार्टमेंट के 3 फ्लैटों का ताला तोड़कर करीब ₹25 लाख नकद और जेवरात की चोरी की। दुर्गा पूजा के बाद पुलिस गश्ती सुस्त होते ही चोर सक्रिय हो गए।

जमशेदपुर के गोविंदपुर थाना क्षेत्र के टेल्को घोड़ाबांधा इलाके से एक ऐसी सनसनीखेज वारदात सामने आई है, जिसने न केवल अपार्टमेंट निवासियों की नींद उड़ा दी है, बल्कि पुलिस प्रशासन को भी खुली चुनौती दी है। दिनदहाड़े, मात्र पांच घंटे के भीतर, चोरों ने तीन अलग-अलग फ्लैटों का ताला तोड़कर करीब ₹25 लाख रुपये के नकद और जेवरात की चोरी कर डाली। यह घटना दुर्गा पूजा के बाद पुलिस गश्ती के सुस्त होते ही चोरों के सक्रिय होने का साफ संकेत देती है।
जमशेदपुर जैसे औद्योगिक शहर में, जहां अपार्टमेंट और रिहायशी कॉलोनियों में सुरक्षा के कड़े इंतजाम होते हैं, वहां सीसीटीवी और गार्ड की मौजूदगी के बावजूद इस तरह की सामूहिक और संगठित वारदात होना कानून-व्यवस्था की पोल खोल देती है। शहरवासियों का सवाल साफ है: पुलिस सुस्त, चोर हुए दुरुस्त, तो आम नागरिक सुरक्षित कैसे रहेंगे?
5 घंटे में तीन वारदातों का 'रिकॉर्ड'
यह चोरी की वारदातें शुक्रवार को दिन के 12:45 बजे से शाम 5:45 बजे के बीच संगम टावर और पास स्थित पुष्पा अपार्टमेंट में हुईं, जो चोरों की तत्परता और दुस्साहस को दिखाती हैं।
पहली वारदात: संगम टावर (₹10 लाख की चोरी)
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जगह: संगम टावर, फ्लैट नंबर 6/5
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पीड़ित: एक्स आर्मीमैन संजय नंदी
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नुकसान: नकद ₹20 हजार रुपये, सात तोला सोना और एक हीरे की अंगूठी समेत करीब ₹10 लाख की संपत्ति चोरी हुई।
दूसरी वारदात: संगम टावर (₹8 लाख की चोरी)
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जगह: संगम टावर, फ्लैट नंबर 3/6
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पीड़ित: सुमिता दास
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नुकसान: घर बंद कर परिचित के यहां गईं सुमिता दास के लौटने पर अलमारी खाली मिली। करीब ₹8 लाख के गहने चोरी हुए।
तीसरी वारदात: पुष्पा अपार्टमेंट (₹1.10 लाख की चोरी)
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जगह: पुष्पा अपार्टमेंट, फ्लैट नंबर 5/सी
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पीड़ित: अजय कुमार दास
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नुकसान: अपनी बीमार पत्नी के पास अस्पताल गए अजय कुमार दास के घर से नकद ₹10 हजार और करीब ₹1 लाख के गहने गायब मिले।
सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल
लगातार तीन बड़ी घटनाओं ने अपार्टमेंट निवासियों में गहरी दहशत फैला दी है। इस वारदात में सबसे बड़ा सवाल पुलिस गश्ती और अपार्टमेंट की आंतरिक सुरक्षा पर उठता है:
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दिनदहाड़े दुस्साहस: चोरों ने दिन के समय, जब आस-पास लोगों की आवाजाही होती है, वारदात को अंजाम दिया, जो पुलिस के खौफ की कमी को दर्शाता है।
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गार्ड और सीसीटीवी की विफलता: सीसीटीवी कैमरे और सुरक्षा गार्ड की मौजूदगी के बावजूद चोरों का सफल होना यह साबित करता है कि पुलिस की गश्ती व्यवस्था पूरी तरह से निष्क्रिय थी।
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त्यौहार के बाद ढिलाई: निवासियों का आरोप है कि दुर्गा पूजा जैसे त्यौहारों के दौरान पुलिस की चौकसी अच्छी थी, लेकिन त्यौहार खत्म होते ही पुलिस ने ढिलाई बरती, जिसका फायदा चोरों ने उठाया।
पुलिस ने देर रात पीड़ितों की शिकायत दर्ज कर जांच शुरू की है, लेकिन अब तक किसी तरह का सुराग नहीं मिल पाया है। शहरवासी मांग कर रहे हैं कि पुलिस तत्काल गश्त बढ़ाए और इन संगठित चोरों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करे।
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