Naman Sansthan : स्वामी विवेकानंद अमर रहें के नारों से गूंजा साकची गोलचक्कर, ऐतिहासिक आयोजन में उमड़ा जनसैलाब
साकची गोलचक्कर पर स्वामी विवेकानंद की जयंती पर 'नमन' संस्था द्वारा आयोजित भव्य कार्यक्रम में जनप्रतिनिधियों और गणमान्य व्यक्तियों ने स्वामीजी के विचारों को युवाओं के लिए प्रेरणा बताया।
जमशेदपुर, 12 जनवरी 2024। साकची गोलचक्कर पर आज स्वामी विवेकानंद जयंती के उपलक्ष्य में 'नमन' संस्था द्वारा आयोजित कार्यक्रम ऐतिहासिक बन गया। स्वामी विवेकानंद के आदर्शों और विचारों को जन-जन तक पहुंचाने के उद्देश्य से आयोजित इस कार्यक्रम में शहर के प्रतिष्ठित नेता, गणमान्य व्यक्ति, और सैकड़ों नागरिकों ने भाग लिया।
कार्यक्रम का शुभारंभ भारत माता और स्वामी विवेकानंद के चित्र पर पुष्प अर्पित और दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। इस दौरान पूरा गोलचक्कर 'स्वामी विवेकानंद अमर रहें' के नारों से गूंज उठा।
नमन संस्था की प्रेरणा और संदेश
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए नमन संस्था के संस्थापक अमरप्रीत सिंह काले ने कहा: # स्वामी विवेकानंद का जीवन हम सभी के लिए प्रेरणा , अपने अंदर के विवेकानंद को निखारने की ज़रूरत : काले "
मुख्य अतिथि: सांसद विद्युत वरण महतो
सांसद विद्युत वरण महतो ने स्वामी विवेकानंद के विचारों को प्रेरणादायक बताते हुए कहा: "# नमन संस्था का कार्य अतुलनीय एवं प्रेरणादायी- सांसद विद्युत महतो
विशिष्ट अतिथि: विधायक मंगल कालिंदी
विधायक मंगल कालिंदी ने स्वामी विवेकानंद की वैश्विक भूमिका को रेखांकित करते हुए कहा: "स्वामी जी ने भारत की संस्कृति और गौरव को वैश्विक स्तर पर प्रस्तुत किया : विधायक मंगल कालिंदी "
उत्कृष्ट व्यक्तित्वों का योगदान
कार्यक्रम में कांग्रेस नेता रामाश्रय प्रसाद, झारखंड गुरुद्वारा प्रबंधक समिति के शैलेंद्र सिंह, वरिष्ठ पत्रकार बृजभूषण सिंह, और टाटा मोटर्स वर्कर्स यूनियन के अध्यक्ष गुरमीत सिंह तोते जैसे प्रमुख व्यक्तित्वों ने भाग लिया। सभी ने स्वामी विवेकानंद के आदर्शों पर अपने विचार रखे और उनके सिद्धांतों को अपनाने का आह्वान किया।
जनता की जबरदस्त भागीदारी
कार्यक्रम में बड़ी संख्या में महिलाओं, युवाओं और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। उपस्थित लोगों ने स्वामी विवेकानंद के विचारों से प्रेरित होकर उनके दिखाए मार्ग पर चलने का संकल्प लिया।
आयोजन का महत्व और उद्देश्य
- युवाओं को जागरूक करना:
स्वामी विवेकानंद के विचारों को जन-जन तक पहुंचाना। - भारतीय संस्कृति को बढ़ावा देना:
भारत के गौरवशाली अतीत को याद कर उसके मूल्यों का प्रचार-प्रसार करना। - समाजसेवा का संदेश:
आत्मविश्वास और सामाजिक उत्तरदायित्व को बढ़ावा देना।
स्वामी विवेकानंद का योगदान
स्वामी विवेकानंद ने 1893 में शिकागो धर्म महासभा में भारत की संस्कृति और विचारधारा का प्रतिनिधित्व कर पूरे विश्व में भारत का गौरव बढ़ाया। उनके विचार आज भी युवाओं को प्रेरित करते हैं:
- आत्मबल और आत्मविश्वास।
- धर्मनिरपेक्षता और समर्पण।
- शिक्षा और मानवता की सेवा।
गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति
कार्यक्रम में पूर्व डीएसपी कमल किशोर, भाजपा नेता शैलेन्द्र सिंह, समाजसेवी शिव शंकर सिंह, महिला मोर्चा अध्यक्ष नीलू मछुआ, और अन्य प्रमुख नेता एवं सामाजिक कार्यकर्ता उपस्थित थे।
समाजसेवा और प्रेरणा का संगम
कार्यक्रम का समापन स्वामी विवेकानंद के आदर्शों को आत्मसात करने के आह्वान के साथ हुआ। 'नमन' संस्था ने इस आयोजन के माध्यम से यह संदेश दिया कि स्वामीजी के विचारों को अपनाकर हम न केवल अपने जीवन को बेहतर बना सकते हैं, बल्कि समाज को भी नई दिशा दे सकते हैं।
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