Oxygen Foundation Sundernagar: स्कूली बच्चों के साथ मनाया बाल अधिकारों का जश्न

सुंदरनगर, जमशेदपुर में ऑक्सीजन फाउंडेशन ने बाल अधिकारों पर जागरूकता अभियान चलाया। जानें कैसे सानू माली ने अपना जन्मदिन बच्चों के बीच खास बनाया और ऑक्सीजन फाउंडेशन ने शिक्षा व स्वास्थ्य पर जोर दिया।

Dec 10, 2024 - 20:02
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Oxygen Foundation Sundernagar: स्कूली बच्चों के साथ मनाया बाल अधिकारों का जश्न

सुंदरनगर, जमशेदपुर: ऑक्सीजन फाउंडेशन, जो झारखंड में विकास के लिए समर्पित एक अग्रणी गैर-सरकारी संगठन है, ने 10 दिसंबर 2024 को कदमडीह बस्ती में बाल अधिकारों पर विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया। इस कार्यक्रम में न केवल बच्चों को शिक्षा और स्वास्थ्य के महत्व के प्रति जागरूक किया गया, बल्कि सामाजिक कार्यकर्ता सानू माली ने अपने जन्मदिन का अनूठा जश्न मनाते हुए बच्चों के बीच खाद्य सामग्री भी वितरित की।

बाल अधिकारों का महत्व

कार्यक्रम की शुरुआत ऑक्सीजन फाउंडेशन के सचिव सुबोध कुमार रजक और सामाजिक कार्यकर्ता सानू माली के संबोधन से हुई। दोनों ने बच्चों को उनके अधिकारों जैसे शिक्षा और स्वास्थ्य के प्रति जागरूक किया।

सचिव सुबोध कुमार रजक ने अपने संबोधन में कहा:

"आज का दिन बच्चों के अधिकारों और उनकी शिक्षा के महत्व को समझने और दूसरों को समझाने का है। बच्चे हमारा भविष्य हैं, और उनकी हर ज़रूरत पूरी करना हमारी ज़िम्मेदारी है।"

उन्होंने बच्चों के लिए बेहतर शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाओं को प्राथमिकता देने पर जोर दिया।

सानू माली का अनूठा जन्मदिन

इस आयोजन की खास बात यह थी कि सामाजिक कार्यकर्ता सानू माली ने अपना जन्मदिन बच्चों के साथ मनाया। आमतौर पर लोग अपने जन्मदिन पर पार्टियां करते हैं, लेकिन सानू माली ने इस दिन को समाजसेवा का रूप दिया। उन्होंने कदमडीह बस्ती के बच्चों के बीच खाद्य सामग्री बांटी और उनके चेहरे पर खुशी की लहर दौड़ा दी।

बच्चों ने भी इस अवसर पर खुशी से भाग लिया और सानू माली को उनके इस कदम के लिए धन्यवाद दिया।

ऑक्सीजन फाउंडेशन की भूमिका

ऑक्सीजन फाउंडेशन, जो झारखंड में 2017 से रजिस्टर्ड है, समाज में बदलाव लाने के लिए निरंतर कार्यरत है। संगठन का मुख्य उद्देश्य झारखंड के दूरदराज के इलाकों में शिक्षा, स्वास्थ्य और स्वच्छता के प्रति जागरूकता बढ़ाना है।

फाउंडेशन द्वारा समय-समय पर स्वास्थ्य शिविर, शिक्षा जागरूकता अभियान और महिलाओं के सशक्तिकरण पर कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।

इस कार्यक्रम के माध्यम से फाउंडेशन ने यह स्पष्ट किया कि बच्चों के अधिकारों को समझाना और उनके विकास में योगदान देना समाज की ज़िम्मेदारी है।

गांवों में बच्चों की स्थिति

झारखंड के ग्रामीण इलाकों में बाल अधिकारों की स्थिति चुनौतीपूर्ण है। कई बच्चे अभी भी शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाओं से वंचित हैं।

  • शिक्षा:
    शिक्षा का अधिकार अधिनियम (आरटीई) के बावजूद, झारखंड के कई गांवों में बच्चे स्कूल जाने से वंचित हैं।

  • स्वास्थ्य:
    बाल मृत्यु दर और कुपोषण की समस्याएं भी यहां आम हैं।

ऑक्सीजन फाउंडेशन जैसे संगठन इन चुनौतियों से निपटने के लिए जमीनी स्तर पर काम कर रहे हैं।

कार्यक्रम में बच्चों की प्रतिक्रियाएं

इस आयोजन में शामिल बच्चों ने न केवल बाल अधिकारों के बारे में सीखा, बल्कि उन्हें यह भी एहसास हुआ कि समाज उनकी भलाई के लिए कितनी गंभीरता से काम कर रहा है। बच्चों ने कहा:

"हमें आज यह समझ आया कि पढ़ाई और स्वास्थ्य कितना ज़रूरी है। हम अपने सपनों को पूरा कर सकते हैं, अगर हमें सही मार्गदर्शन और मदद मिले।"

भविष्य के लिए योजनाएं

ऑक्सीजन फाउंडेशन के सचिव सुबोध कुमार रजक ने बताया कि फाउंडेशन आने वाले दिनों में और भी बड़े स्तर पर शिक्षा और स्वास्थ्य जागरूकता अभियान चलाएगा। उनका लक्ष्य है कि हर बच्चा स्कूल जाए और हर परिवार को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिलें।

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Team India मैंने कई कविताएँ और लघु कथाएँ लिखी हैं। मैं पेशे से कंप्यूटर साइंस इंजीनियर हूं और अब संपादक की भूमिका सफलतापूर्वक निभा रहा हूं।