Palamu Accident: दो बाइकों की आमने-सामने टक्कर, दो युवकों की दर्दनाक मौत!

पलामू में मकर संक्रांति के दिन तेज रफ्तार का कहर, दो बाइकों की आमने-सामने टक्कर में दो युवकों की दर्दनाक मौत, पुलिस जांच में जुटी।

Jan 15, 2025 - 16:44
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Palamu Accident: दो बाइकों की आमने-सामने टक्कर, दो युवकों की दर्दनाक मौत!
Palamu Accident: दो बाइकों की आमने-सामने टक्कर, दो युवकों की दर्दनाक मौत!

पलामू: झारखंड के पलामू जिले में मकर संक्रांति के दिन एक दर्दनाक सड़क हादसे ने सभी को झकझोर कर रख दिया। छतरपुर-जपला मुख्य मार्ग पर खेंद्रा गांव के पास दो बाइकों की आमने-सामने टक्कर में दो युवकों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दो अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए।

कैसे हुआ हादसा?

मंगलवार की देर शाम मकर संक्रांति मेला देखकर लौट रहे 17 वर्षीय धीरज कुमार और 19 वर्षीय सरीकुस अंसारी की बाइकें आमने-सामने टकरा गईं। टक्कर इतनी जोरदार थी कि दोनों ने घटनास्थल पर ही दम तोड़ दिया। धीरज खेंद्रा गांव का निवासी था, जबकि सरीकुस अंसारी मंदेया गांव का रहने वाला था।

स्थानीय लोगों के अनुसार, दोनों ही बाइक तेज रफ्तार में थीं और दोनों युवक लापरवाही से वाहन चला रहे थे।

हादसे में गंभीर रूप से घायल अन्य युवक

इस टक्कर में दो अन्य युवक भी गंभीर रूप से घायल हो गए, जिन्हें स्थानीय लोगों ने तुरंत छतरपुर अनुमंडलीय अस्पताल पहुंचाया। हालत गंभीर होने के कारण डॉक्टरों ने उन्हें मेदिनीनगर रेफर कर दिया।

पुलिस ने क्या कहा?

घटना की सूचना मिलते ही छतरपुर थाना प्रभारी प्रशांत पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस ने दोनों शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। थाना प्रभारी के अनुसार, प्रारंभिक जांच में तेज रफ्तार और लापरवाही को हादसे का मुख्य कारण बताया गया है।

क्या मकर संक्रांति का मेला बना हादसे की वजह?

मकर संक्रांति मेले का इतिहास झारखंड में कई वर्षों पुराना है। इस दौरान बड़ी संख्या में लोग मेला देखने जाते हैं। उत्साह के माहौल में अक्सर लोग सुरक्षा मानकों को भूलकर तेज रफ्तार से वाहन चलाते हैं, जिससे दुर्घटनाओं की संभावना बढ़ जाती है।

पलामू में इससे पहले भी त्योहारों के दौरान सड़क दुर्घटनाएं होती रही हैं, जो प्रशासन के लिए चिंता का विषय बनी हुई हैं।

तेज रफ्तार के कहर पर लगाम जरूरी

पलामू जिले में लगातार बढ़ रही सड़क दुर्घटनाओं ने एक बार फिर तेज रफ्तार पर नियंत्रण की आवश्यकता को रेखांकित किया है। प्रशासन को चाहिए कि त्योहारों और मेलों के दौरान अतिरिक्त ट्रैफिक पुलिस की तैनाती करे ताकि ऐसे हादसों को रोका जा सके।

स्थानीय प्रशासन ने क्या कदम उठाए?

थाना प्रभारी प्रशांत ने बताया कि—

  • हादसे की पूरी जांच जारी है।
  • स्थानीय लोगों को सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूक किया जा रहा है।
  • युवाओं से हेलमेट और सुरक्षित ड्राइविंग की अपील की गई है।

परिवारों में मातम, गांव में शोक का माहौल

इस दर्दनाक हादसे के बाद दोनों गांवों में मातम छाया हुआ है। धीरज और सरीकुस के परिवारों का रो-रोकर बुरा हाल है। ग्रामीणों ने प्रशासन से सड़क सुरक्षा को लेकर ठोस कदम उठाने की मांग की है।

सीख और सतर्कता

इस दुर्घटना ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि त्योहारों पर उत्साह में सुरक्षा को नजरअंदाज करना कितना खतरनाक हो सकता है। प्रशासन और जनता, दोनों को मिलकर सड़क सुरक्षा को प्राथमिकता देनी होगी।

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Nihal Ravidas निहाल रविदास, जिन्होंने बी.कॉम की पढ़ाई की है, तकनीकी विशेषज्ञता, समसामयिक मुद्दों और रचनात्मक लेखन में माहिर हैं।