Nawada Meeting: स्वच्छता पर्यवेक्षकों के साथ जिला जल एवं स्वच्छता समिति की बैठक में महत्वपूर्ण निर्णय
नवादा जिले में जिला जल एवं स्वच्छता समिति की अध्यक्षता में स्वच्छता पर्यवेक्षकों के साथ बैठक हुई, जिसमें कचरा उठाने, प्लास्टिक अपशिष्ट प्रबंधन और गीले कचरे से खाद बनाने जैसे महत्वपूर्ण कदम उठाए गए। जानें पूरी खबर।
नवादा जिले में स्वच्छता अभियान को लेकर एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया गया, जिसमें जिला जल एवं स्वच्छता समिति की अध्यक्षता श्रीमती प्रियंका रानी ने किया। यह बैठक आज डीआरडीए सभागार में हुई, जिसमें सभी स्वच्छता पर्यवेक्षकों को महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश दिए गए। बैठक का उद्देश्य स्वच्छता को बढ़ावा देना और ग्राम पंचायतों में सफाई की प्रक्रिया को और बेहतर बनाना था।
प्रियंका रानी ने बैठक में सभी स्वच्छता पर्यवेक्षकों को अपने-अपने ग्राम पंचायतों में प्रतिदिन कचरा उठाने के निर्देश दिए। उनका मानना है कि यदि हर पंचायत में नियमित रूप से कचरा उठाया जाए, तो न केवल वातावरण स्वच्छ रहेगा, बल्कि स्थानीय लोग भी सफाई के प्रति जागरूक होंगे। इसके साथ ही, उन्होंने हर घर से ₹30 प्रति माह उपयोगिता शुल्क लेने की भी बात की, ताकि सफाई व्यवस्था को सुचारु रूप से चलाया जा सके।
स्वच्छता के लिए नई दिशा:
प्रियंका रानी ने सूखा कचरा छंटाई करने और प्लास्टिक अपशिष्ट को सही तरीके से निपटाने के लिए स्पष्ट निर्देश दिए। सूखा कचरा छांटने के बाद, विभिन्न प्रकार के प्लास्टिक कचरे को प्लास्टिक अपशिष्ट प्रसंस्करण इकाई में भेजने और कबाड़ी वालों से टैग कर ग्राम पंचायतों की राजस्व बढ़ाने की योजना पर जोर दिया गया। यह कदम न केवल पर्यावरण को स्वच्छ रखने में मदद करेगा, बल्कि स्थानीय पंचायतों के लिए वित्तीय संसाधन भी जुटाएगा।
गीला कचरा भी बनेगा खजाना:
इस बैठक में उप विकास आयुक्त श्रीमती प्रियंका रानी ने गीला कचरा से खाद्य (कंपोस्ट) बनाने पर भी जोर दिया। उनका कहना था कि गीले कचरे को बेकार न समझें, बल्कि उसे खाद में बदलकर गांवों की कृषि को फायदा पहुंचाने के साथ-साथ आर्थिक लाभ भी लिया जा सकता है। उन्होंने इस दिशा में गंभीर कदम उठाने का आह्वान किया और स्वच्छता पर्यवेक्षकों से इस पर विशेष ध्यान देने की अपील की।
समिति के अन्य महत्वपूर्ण सदस्य भी थे मौजूद:
इस बैठक में डीआरडीए डायरेक्टर-सह-सदस्य सचिव जिला जल एवं स्वच्छता समिति, जिला समन्वयक, जिला सलाहकार और सभी प्रखंड समन्वयक भी उपस्थित थे। सभी ने स्वच्छता की दिशा में अपनी भूमिका को स्पष्ट किया और साझा किया कि किस प्रकार से इस अभियान को गांव-गांव तक पहुंचाया जा सकता है।
प्रियंका रानी ने बैठक के दौरान यह भी बताया कि स्वच्छता केवल सरकारी प्रयासों से नहीं, बल्कि लोगों की जागरूकता और सहयोग से ही संभव हो सकती है। उन्होंने यह भी कहा कि स्वच्छता की पहल में लोगों की भागीदारी बढ़ाने के लिए पंचायत स्तर पर जागरूकता अभियान चलाए जाएंगे।
स्वच्छता के लिए सामूहिक प्रयास:
नवादा जिले में स्वच्छता को लेकर उठाए गए इस कदम से यह साबित होता है कि अगर हर नागरिक मिलकर काम करे, तो बदलाव संभव है। ग्राम पंचायतों में कचरा प्रबंधन, प्लास्टिक के निस्तारण और गीले कचरे से खाद बनाने जैसे उपायों से न केवल स्वच्छता में सुधार होगा, बल्कि स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिलेगी। प्रियंका रानी की अध्यक्षता में इस बैठक में लिए गए फैसले स्वच्छता की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकते हैं।
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