Mahakumbh 2025: तेजी से बढ़ रही है महाकुंभ में श्रद्धालुओं की संख्या, महज 6 दिनों में सात करोड़ भक्तों ने किया स्नान, 45 करोड़ का है अनुमान
क्या आप जानते हैं महाकुंभ 2025 में अब तक कितने श्रद्धालु पहुंचे हैं? महज 6 दिनों में 7 करोड़ स्नानार्थी और 45 करोड़ तक का अनुमान क्यों लगाया जा रहा है? जानें महाकुंभ की भव्यता, विदेशी श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या और मौनी अमावस्या के खास दिन की तैयारियों के बारे में।

Indiaandindians News महाकुंभ मेला न्यूज : सनातन धर्म की आस्था अपने चरम पर है। प्रयागराज में कड़ाके की ठंड के बावजूद श्रद्धालुओं का जोश और उत्साह कम नहीं हो रहा है। देश - विदेश से लाखों की संख्या में श्रद्धालु महाकुंभ (Mahakumbh) नगरी पहुंच रहे हैं। गंगा, यमुना और सरस्वती के पवित्र संगम में श्रद्धा और आस्था में सराबोर होकर श्रद्धालु डुबकी लगाकर खुद को आस्था में विलीन कर रहे हैं। श्रद्धालुओं के अलावा साधु - संत, कल्पवासी और स्नानार्थी रोज लाखों की संख्या में संगम पहुंच रहे हैं। बीते 11 जनवरी से 16 जनवरी तक 7 करोड़ लोगों ने महाकुंभ में पहुंचकर स्नान किया। इससे पहले 13 जनवरी को संगम त्रिवेणी में लगभग 45 लाख लोगों ने डुबकी लगाई। आपको बता दें कि श्रद्धालुओं ने गुरुवार को स्नान के अलावा संतो के पंडालों में पहुंचकर उनका आशीर्वाद लिया और महाकुंभ से जुड़ी कथाएं भी सुनी।
विदेशी मेहमान की बढ़ी भीड़ :
कहा जाता है सनातन ही सत्य है। और एक बार जो सनातन के रग में रम गया। फिर इसमें रमता ही चला जाता है। देशी श्रद्धालुओं की आस्था तो महाकुंभ( Mahakumbh ) में देखने को मिल रही है। लेकिन इस बार के भव्य महाकुंभ में जिस तरह से विदेश श्रद्धालु बड़ी संख्या में पहुंच रहें है। देखते ही बनता है। महाकुंभ में शुरू के ही दिनों से स्टीव जॉब्स की पत्नी ने पहुंचकर जो सुर्खियां बटोरी है। और उनकी आस्था को देखकर हर कोई हैरान हुआ है। उसी को देखते हुए रूस, इंग्लैंड , अमेरिका, जर्मनी , दक्षिण अफ्रीका से भी श्रद्धालु महाकुंभ नगरी पहुंच रहे हैं। विदेशी श्रद्धालु महाकुंभ की सजावट, पंडाल , साधु संत और व्यवस्था को देखकर बहुत उत्साहित नजर आ रहे हैं। शुद्ध खाने की व्यवस्था से लेकर ठहरने के स्थान से सभी खुश है।
मौनी अमावस्या का दिन होगा खास :
प्रयागराज के त्रिवेणी संगम में डुबकी लगाकर हर कोई विलीन हो जाना चाहता है। योगी सरकार ने 29 जनवरी को पड़ने वाली मौनी अमावस्या को देखते हुए तैयारियों में तेजी लाने के निर्देश दे दिए है। माना जाता है कि मौनी अमावस्या के दिन संगम में डुबकी लगाना बहुत ही शुभ होता है। इसी को देखते हुए सरकार को उम्मीद है कि लगभग 6 करोड़ लोग मौनी अमावस्या के दिन महाकुंभ आ सकते है। जिसके लिए योगी सरकार कड़े और पुख्ता इंतजाम कर रही है। वहीं रेलवे भी 6 करोड़ से भी अधिक श्रद्धालुओं की भीड़ को संभालने के लिए कमर कस चुकी है।
मुस्लिम देशों के लिए कौतहुल का विषय बना महाकुंभ :
महाकुंभ दुनिया का सबसे बड़ा आयोजन है। इसलिए दुनिया के कोने - कोने से लोग आ रहे हैं। महाकुंभ की भव्यता को देखकर मुस्लिम देश चौंक गए है। मुस्लिम देशों में आम जनता गूगल पर महाकुंभ को खूब सर्च कर रही है। पाकिस्तान से लेकर साउदी अरब तक के अखबारों में महाकुंभ की खबर छपी हुई है। टॉप 10 मुस्लिम देशों पर नजर डालें तो पाकिस्तान, साउदी अरब, कतर, कुवैत, मलेशिया, तुर्की, इंडोनेशिया, मालदीव, यूएई, और अफगानिस्तान में महाकुंभ खूब सर्च किया जा रहा है। यहां की आम जनता सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर महाकुंभ के आयोजन की जमकर तारीफ कर रही है।
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