Jogers Park Bhajan: भागवत कथा का समापन, भक्तों ने पाई दिव्य अनुभूति

Jogers Park में भागवत कथा का समापन भव्य तरीके से हुआ। भगवान श्रीकृष्ण की लीलाओं और पवित्र हवन ने भक्तों को भाव-विभोर कर दिया। जानें आयोजन की खास बातें।

Dec 17, 2024 - 14:38
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Jogers Park Bhajan: भागवत कथा का समापन, भक्तों ने पाई दिव्य अनुभूति
Jogers Park Bhajan: भागवत कथा का समापन, भक्तों ने पाई दिव्य अनुभूति

जागर्स पार्क में 10 दिसंबर से आयोजित भागवत कथा का मंगलवार, 17 दिसंबर 2024 को भव्य समापन हुआ। इस आयोजन में क्षेत्र के सैकड़ों श्रद्धालु शामिल हुए। कथा वाचक पंडित पवन कृष्ण गौतम ने भगवान श्रीकृष्ण की लीलाओं का ऐसा वर्णन किया कि हर भक्त भाव-विभोर हो गया।

महिलाओं में रही विशेष भक्ति की झलक

भागवत कथा के दौरान महिलाओं की उपस्थिति ने आयोजन को और खास बना दिया। महिलाएं न केवल कथा में श्रद्धा से शामिल हुईं, बल्कि भगवान श्रीकृष्ण की बाल लीलाओं और रुक्मिणी संग विवाह के प्रसंगों पर मंत्रमुग्ध हो गईं। कथा के समापन पर महिलाओं ने माथा टेककर भगवान से आशीर्वाद प्राप्त किया।

कथा की प्रमुख घटनाएं और भगवान की लीलाओं का वर्णन

कथावाचक पंडित पवन कृष्ण गौतम ने भागवत कथा को विभिन्न रोचक और प्रेरणादायक प्रसंगों से सजाया। इनमें प्रमुख रूप से:

  • श्री वामन अवतार और श्री परशुराम अवतार: भगवान के अवतारों की गाथा ने श्रद्धालुओं को गहरे आध्यात्मिक ज्ञान से अवगत कराया।
  • श्रीकृष्ण की बाल लीलाएं: गोवर्धन पूजा और गोपियों संग होली खेलने का वर्णन भक्तों के बीच खासा लोकप्रिय रहा।
  • रुक्मिणी विवाह: भगवान श्रीकृष्ण और रुक्मिणी के विवाह के प्रसंग ने कथा को और अधिक रोमांचक बनाया।
  • कंस वध और पांडवों की कथा: न्याय और धर्म की स्थापना के लिए भगवान के संघर्ष की कहानियां श्रद्धालुओं के मन में गहरी छाप छोड़ गईं।

हवन और आरती से समापन

कथा के समापन के बाद, भक्तों ने हवन कुंड में भगवान की स्तुति की। सामूहिक हवन और 'ॐ' के उच्चारण ने पूरे वातावरण को पवित्र बना दिया। इसके बाद की आरती में सभी ने भाग लिया और पंडित जी के चरण स्पर्श कर आशीर्वाद प्राप्त किया।

इतिहास में भागवत कथा का महत्व

भागवत कथा भारतीय संस्कृति और अध्यात्म का एक अहम हिस्सा रही है। इतिहास में भागवत कथा के माध्यम से समाज में धर्म और नैतिकता को बढ़ावा दिया गया है।

  • पुराणों में उल्लेख: भागवत कथा का उल्लेख स्वयं श्रीव्यास जी द्वारा किया गया है, जिसमें उन्होंने इसे मोक्ष का मार्ग बताया है।
  • समाज में प्रभाव: इस तरह के आयोजन लोगों को आध्यात्मिकता की ओर आकर्षित करते हैं और जीवन को नई दिशा प्रदान करते हैं।

भव्य आयोजन के पीछे कौन थे मुख्य जजमान?

इस आयोजन में कई प्रमुख व्यक्तियों ने अपना योगदान दिया। मुख्य जजमान के रूप में अप्पू तिवारी, श्वेता तिवारी, विशु सिंह, एन. शंकर, दिलीप केशरी और उमेश प्रसाद सहित कई नाम शामिल रहे। इनके अलावा बस्ती की महिलाओं ने भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया।

अगले वर्ष का संकल्प

कथा के समापन पर सभी श्रद्धालुओं ने संकल्प लिया कि अगले वर्ष इसे और अधिक भव्य तरीके से आयोजित किया जाएगा। पंडित पवन कृष्ण गौतम ने भी इस क्षेत्र की भक्ति और श्रद्धा की सराहना की। उन्होंने कहा, "यहां के लोग भगवान के प्रति जिस प्रेम और आस्था का प्रदर्शन करते हैं, वह अविस्मरणीय है।"

भागवत कथा ने क्यों बटोरी सुर्खियां?

इस आयोजन ने न केवल श्रद्धालुओं को भक्ति की राह दिखाई, बल्कि सामूहिक आयोजन के महत्व को भी उजागर किया। क्षेत्र में ऐसे आयोजन समाज को जोड़ने और आध्यात्मिक चेतना बढ़ाने में अहम भूमिका निभाते हैं।

जागर्स पार्क में आयोजित इस भागवत कथा ने भक्तों को आध्यात्मिकता से जोड़ने का काम किया। आयोजन की भव्यता और श्रद्धालुओं की उत्सुकता ने इसे क्षेत्र का यादगार आयोजन बना दिया।

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Nihal Ravidas निहाल रविदास, जिन्होंने बी.कॉम की पढ़ाई की है, तकनीकी विशेषज्ञता, समसामयिक मुद्दों और रचनात्मक लेखन में माहिर हैं।