Jharkhand Scheme: आधे राज्य को नहीं पता इस योजना का राज, बेटियों को मिलते हैं 40 हजार!
झारखंड सरकार की सावित्री बाई फुले किशोरी समृद्धि योजना के तहत छात्राओं को 40 हजार रुपये तक की आर्थिक सहायता मिलती है, लेकिन जानकारी के अभाव में हजारों बेटियां इस लाभ से वंचित रह जाती हैं। जानें इस योजना की पूरी जानकारी और आवेदन प्रक्रिया।

झारखंड सरकार महिला सशक्तिकरण और बेटियों की शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए कई योजनाएं चला रही है, लेकिन क्या आपको पता है कि राज्य की हजारों बेटियां आज भी एक बेहद खास योजना से अनजान हैं? यह योजना "सावित्रीबाई फुले किशोरी समृद्धि योजना" है, जिसके तहत सरकार छात्राओं को 40 हजार रुपये तक की आर्थिक सहायता देती है। लेकिन अफसोस, आधा झारखंड अभी भी इस योजना की जानकारी से महरूम है!
अगर आप भी झारखंड से हैं और आपके घर में कोई लड़की स्कूल में पढ़ रही है, तो यह खबर आपके लिए बेहद जरूरी है। इस योजना का लाभ कैसे उठाएं? कौन आवेदन कर सकता है? पूरी जानकारी आपको यहां मिलेगी!
क्या है सावित्रीबाई फुले किशोरी समृद्धि योजना?
झारखंड सरकार की इस योजना के तहत राज्य में 8वीं से 12वीं कक्षा तक की छात्राओं को वित्तीय सहायता दी जाती है। जैसे-जैसे छात्रा आगे बढ़ती है, सरकार की ओर से उसे धनराशि मिलती रहती है।
8वीं और 9वीं कक्षा की छात्राओं को 2500 रुपये
10वीं, 11वीं और 12वीं की छात्राओं को 5000 रुपये
18 साल की उम्र पूरी होने पर एकमुश्त 20,000 रुपये
कुल मिलाकर, एक लड़की को पूरी स्कूली शिक्षा के दौरान सरकार से 40 हजार रुपये तक की सहायता मिल सकती है। लेकिन चौंकाने वाली बात यह है कि आज भी हजारों छात्राएं इस योजना से अनजान हैं और इसका लाभ नहीं ले पा रही हैं।
इतिहास से सीख: सावित्रीबाई फुले का योगदान
इस योजना का नाम भारत की पहली महिला शिक्षिका सावित्रीबाई फुले के नाम पर रखा गया है, जिन्होंने 19वीं सदी में लड़कियों की शिक्षा के लिए ऐतिहासिक कदम उठाए थे। उनके संघर्षों के कारण ही आज भारत में महिला शिक्षा को बढ़ावा मिला है। झारखंड सरकार की यह योजना उसी विचारधारा को आगे बढ़ाने का प्रयास है।
किन छात्राओं को मिलेगा योजना का लाभ?
इस योजना का लाभ लेने के लिए कुछ शर्तें रखी गई हैं:
आवेदक छात्रा झारखंड की स्थायी निवासी हो।
सरकारी या निजी मान्यता प्राप्त स्कूल में पढ़ाई कर रही हो।
छात्रा के माता-पिता सरकारी कर्मचारी नहीं होने चाहिए।
छात्रा के नाम से बैंक अकाउंट या पोस्ट ऑफिस अकाउंट होना अनिवार्य है।
18 साल की उम्र होने पर नाम मतदाता सूची में होना जरूरी।
अंतिम किस्त प्राप्त करने के लिए 19 साल से पहले आवेदन करना होगा।
जरूरी दस्तावेज़
अगर आप इस योजना का लाभ लेना चाहते हैं, तो आपको नीचे दिए गए दस्तावेज़ों की जरूरत होगी:
आधार कार्ड (छात्रा और माता-पिता दोनों का)
जन्म प्रमाण पत्र
निवास प्रमाण पत्र
आय प्रमाण पत्रस्कूल का पहचान पत्र या प्रमाण पत्र
बैंक पासबुक की कॉपी
पासपोर्ट साइज फोटो
कैसे करें आवेदन? (ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीके)
ऑफलाइन आवेदन:
- सबसे पहले अपने नजदीकी आंगनबाड़ी केंद्र जाएं।
- वहां से आवेदन पत्र लें और सभी जानकारी भरें।
- सभी आवश्यक दस्तावेज़ संलग्न करें।
- आवेदन पत्र को बाल विकास परियोजना पदाधिकारी कार्यालय में जमा करें।
- यदि आप चाहें, तो इसे आंगनबाड़ी केंद्र पर भी जमा कर सकते हैं।
ऑनलाइन आवेदन:
- किसी भी नजदीकी प्रज्ञा केंद्र (CSC Center) पर जाएं।
- ऑनलाइन पोर्टल पर आवेदन फॉर्म भरें।
- जरूरी दस्तावेज़ अपलोड करें और आवेदन सबमिट करें।
- आवेदन स्वीकृत होने के बाद बैंक अकाउंट में पैसे ट्रांसफर हो जाएंगे।
योजना का लाभ उठाने से पहले ध्यान दें!
आवेदन की प्रक्रिया पूरी करने के बाद ही आपको इस योजना का लाभ मिलेगा।
यह योजना केवल झारखंड राज्य की छात्राओं के लिए ही है।
आवेदन के लिए फॉर्म भरते समय सभी दस्तावेज़ सही होने चाहिए, नहीं तो आवेदन रद्द हो सकता है।
योजना का लाभ उठाने में हो रही देरी? तुरंत करें यह काम!
अगर आपने आवेदन कर दिया है और अभी तक पैसा नहीं आया है, तो आपको अपने नजदीकी आंगनबाड़ी केंद्र या बाल विकास कार्यालय में संपर्क करना चाहिए।
हर बेटी तक पहुंचे इस योजना की जानकारी!
झारखंड सरकार की यह योजना लाखों छात्राओं के लिए एक सुनहरा अवसर है, लेकिन जानकारी के अभाव में आज भी हजारों लड़कियां इस योजना से वंचित हैं। आपका एक कदम आपकी बेटी के भविष्य को संवार सकता है। इसलिए अगर आप झारखंड में रहते हैं और आपकी बेटी पढ़ाई कर रही है, तो इस योजना का लाभ उठाने में देर न करें!
What's Your Reaction?






