Jharkhand Exams: 10वीं-12वीं प्रैक्टिकल परीक्षा के लिए महत्वपूर्ण निर्देश, चूके तो नहीं मिलेगा दूसरा मौका
झारखंड बोर्ड ने 10वीं और 12वीं की प्रैक्टिकल परीक्षाओं को लेकर सख्त निर्देश जारी किए हैं। जानें परीक्षा से जुड़ी पूरी जानकारी और क्या होगा अगर परीक्षा छूट गई।
झारखंड बोर्ड ने 10वीं और 12वीं की प्रैक्टिकल परीक्षाओं के लिए छात्रों और स्कूलों को सख्त दिशा-निर्देश जारी किए हैं। बोर्ड ने यह स्पष्ट कर दिया है कि किसी भी कारणवश परीक्षा छूटने पर दोबारा मौका नहीं मिलेगा। ऐसे में छात्र और स्कूलों को निर्देशों का पालन अनिवार्य रूप से करना होगा।
क्या कहा है झारखंड बोर्ड ने?
झारखंड एकेडमिक काउंसिल (JAC) ने स्कूलों को निर्देश दिया है कि वे परीक्षाएं अपनी सुविधा और परीक्षकों की उपलब्धता के अनुसार आयोजित करें। हालांकि, छात्रों को उसी तारीख में परीक्षा देनी होगी जो उनकी तय की गई है।
बोर्ड ने साफ किया है कि यदि किसी छात्र को डेटशीट से संबंधित कोई समस्या है, तो वह समय रहते अपने स्कूल से संपर्क करे। छात्रों को निर्देश दिए गए हैं कि वे परीक्षा के दौरान सीबीएसई के सभी दिशा-निर्देशों का पालन करें।
10वीं और 12वीं की परीक्षाओं में क्या है अंतर?
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10वीं की प्रैक्टिकल परीक्षा:
बोर्ड ने स्पष्ट कर दिया है कि 10वीं के लिए बाहरी परीक्षक नहीं नियुक्त किए जाएंगे। स्कूल अपनी आंतरिक व्यवस्था के अनुसार परीक्षा आयोजित करेंगे। -
12वीं की प्रैक्टिकल परीक्षा:
12वीं के छात्रों के लिए बोर्ड बाहरी परीक्षक नियुक्त करेगा। इसके साथ ही बोर्ड ने यह सुनिश्चित करने को कहा है कि सही और निष्पक्ष अंक दिए जाएं।
इतिहास में परीक्षा की सख्ती का महत्व:
झारखंड बोर्ड और सीबीएसई हमेशा से ही छात्रों के मूल्यांकन में पारदर्शिता और सख्ती को प्राथमिकता देते रहे हैं। 2005 में हुई एक रिपोर्ट ने यह खुलासा किया था कि प्रैक्टिकल परीक्षाओं में धांधली को रोकने के लिए सख्त नियम बनाए गए थे। आज उसी परंपरा को आगे बढ़ाते हुए बोर्ड ने छात्रों को अनुशासन का पालन करने पर जोर दिया है।
परीक्षा की तारीखें और शेड्यूल:
- रांची के स्कूलों में शेड्यूल:
- डीपीएस रांची: 7 जनवरी से
- जेवीएम श्यामली: 9 जनवरी से
- कैरली स्कूल धुर्वा: 15 जनवरी से
- एसआर डीएवी पुंदाग: 15 जनवरी से
- फिरायालाल पब्लिक स्कूल: 10 जनवरी से
- डीएवी कपिलदेव और डीएवी बरियातू: 10 जनवरी के बाद
परीक्षा अंक अपलोड का प्रावधान:
स्कूलों को 14 फरवरी तक प्रैक्टिकल परीक्षा, इंटरनल असेसमेंट, और प्रोजेक्ट असेसमेंट के अंक CBSE की आधिकारिक वेबसाइट पर अपलोड करने होंगे। 15 फरवरी से थ्योरी परीक्षा शुरू हो जाएगी।
बोर्ड ने स्पष्ट किया है कि अंक देते समय परीक्षक अधिकतम अंक के पैमानों का ध्यान रखें और यह सुनिश्चित करें कि किसी भी छात्र के साथ पक्षपात न हो।
छात्रों के लिए खास संदेश:
प्रैक्टिकल परीक्षा में चूक का मतलब सीधा नुकसान हो सकता है। झारखंड बोर्ड की सख्ती छात्रों को उनकी जिम्मेदारियों के प्रति जागरूक कर रही है। ऐसे में छात्रों को समय पर अपनी तैयारी पूरी करनी चाहिए और परीक्षा के हर निर्देश को गंभीरता से लेना चाहिए।
झारखंड बोर्ड की प्रैक्टिकल परीक्षाओं को लेकर जारी किए गए सख्त निर्देश छात्रों के लिए महत्वपूर्ण हैं। यह न केवल उनकी अनुशासनात्मक क्षमता को बढ़ाएगा, बल्कि परीक्षा प्रक्रिया में पारदर्शिता को भी सुनिश्चित करेगा। छात्रों को चाहिए कि वे समय पर अपनी तैयारी पूरी करें और निर्देशों का पालन करें। परीक्षा के दौरान किसी भी चूक से बचने के लिए सतर्क रहें, क्योंकि दूसरा मौका नहीं मिलेगा।
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