Jamshedpur Visit: टाटा स्टील UISL का 'अन्वेषण' विजिट, छात्रों को मिला प्रेरणादायक अनुभव
जमशेदपुर में टाटा स्टील UISL द्वारा 'अन्वेषण' के तहत आयोजित ओरिएंटेशन विजिट में 30 छात्रों ने भाग लिया और कंपनी की अत्याधुनिक सुविधाओं को करीब से जाना।
जमशेदपुर: टाटा स्टील यूआईएसएल ने पूर्वी सिंहभूम जिला प्रशासन की अनोखी पहल 'अन्वेषण' के तहत बहरागोड़ा प्लस-2 हाई स्कूल के छात्रों के लिए एक विशेष ओरिएंटेशन विजिट का आयोजन किया। इस प्रेरणादायक विजिट का उद्देश्य छात्रों को औद्योगिक, सांस्कृतिक और सामाजिक क्षेत्रों में प्रत्यक्ष अनुभव प्रदान करना और उन्हें करियर के प्रति जागरूक बनाना था।
कार्यक्रम की मुख्य झलकियां:
कार्यक्रम के तहत 30 छात्रों के समूह ने टाटा स्टील यूआईएसएल के प्रमुख संचालन स्थलों का दौरा किया, जिसमें वाटर वर्क्स, सीआरएम बारा और जुबली पार्क शामिल रहे। इन स्थलों के दौरे के दौरान छात्रों को कंपनी की अत्याधुनिक सुविधाओं और उसके कार्य संचालन की विस्तृत जानकारी दी गई।
क्यों खास है 'अन्वेषण'?
पूर्वी सिंहभूम जिला प्रशासन द्वारा शुरू की गई 'अन्वेषण' पहल का उद्देश्य सरकारी स्कूलों के छात्रों को वास्तविक दुनिया के अनुभवों से परिचित कराना है। जिले के 147 उच्च विद्यालयों को 15 स्कूलों के समूहों में बांटा गया है, जिनमें हर समूह में लगभग 30 छात्र शामिल होते हैं। ये छात्र हर दूसरे महीने ऐसे विजिट्स में भाग लेंगे।
छात्रों का उत्साह:
विजिट के दौरान छात्रों के बीच खासा उत्साह देखने को मिला। टाटा स्टील यूआईएसएल ने छात्रों को स्मृति चिन्ह भेंट किए, जिससे उनकी जिज्ञासा और प्रेरणा और भी बढ़ गई। छात्रों ने कंपनी के इतिहास और सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवाओं में इसके योगदान के बारे में भी जाना।
कंपनी का योगदान और इतिहास:
टाटा स्टील, 1907 में स्थापित, भारत की सबसे पुरानी और प्रतिष्ठित औद्योगिक कंपनियों में से एक है। कंपनी ने भारतीय औद्योगिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है और अपनी सामाजिक जिम्मेदारियों के लिए भी जानी जाती है। UISL, टाटा स्टील की एक सहयोगी इकाई है, जो आधुनिक सुविधाओं के संचालन के लिए जानी जाती है।
कार्यक्रम का प्रभाव:
'अन्वेषण' पहल न सिर्फ छात्रों को व्यावसायिक दुनिया से परिचित कराती है, बल्कि उन्हें भविष्य में अपने करियर विकल्पों को लेकर जागरूक और प्रेरित करती है।
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