जमशेदपुर विमान हादसे की पहली जांच रिपोर्ट में खुलासा: पायलटों की यह चूक बनी दुर्घटना का कारण
जमशेदपुर में 20 अगस्त को हुए विमान हादसे की पहली जांच रिपोर्ट में पायलटों की एक बड़ी गलती उजागर हुई है। जानें क्या थी चूक और कैसे हुआ हादसा।
जमशेदपुर, 26 अगस्त 2024: जमशेदपुर में अलकेमिस्ट एविएशन प्राइवेट लिमिटेड (Alchemist Aviation Private Limited ) के सेसना-152 विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने की जांच रिपोर्ट आ चुकी है। इस घटना ने पूरे देश को हिला कर रख दिया था, और अब प्रारंभिक जांच रिपोर्ट से चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है। रिपोर्ट के अनुसार, पायलटों ने उड़ान के दौरान एक खतरनाक स्टंट करने की कोशिश की, जो हादसे का मुख्य कारण बना।
एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इंवेस्टिगेशन ब्यूरो (AAIB) ने इस दुर्घटना की प्रारंभिक जांच रिपोर्ट बुधवार, 25 सितंबर 2024 को अपनी वेबसाइट पर सार्वजनिक की। यह रिपोर्ट बताती है कि विमान के पायलट दुर्घटना से पहले चांडिल डैम के पास 'व्हील वाश' स्टंट कर रहे थे। यह स्टंट खतरनाक होता है और इसमें विमान का पहिया पानी को छूता है। पायलटों की इस लापरवाही ने विमान को असंतुलित कर दिया, जिसके परिणामस्वरूप यह दुर्घटना हुई।
विमान दुर्घटना का दिन
यह हादसा 20 अगस्त 2024 को जमशेदपुर से कुछ दूर चांडिल डैम के पास हुआ था। अलकेमिस्ट एविएशन कंपनी का सेसना-152 विमान प्रशिक्षण उड़ान पर था। इसमें एक ट्रेनी पायलट और फ्लाइंग इंस्ट्रक्टर मौजूद थे। उड़ान के दौरान, पायलटों ने स्टंट करने का प्रयास किया, लेकिन यह जोखिम भरा कदम विमान की गिरावट का कारण बना।
मालिक और मुख्य फ्लाइंग इंस्ट्रक्टर का बयान
अलकेमिस्ट एविएशन के मालिक मृणाल कांति पाल और कंपनी के चीफ फ्लाइंग इंस्ट्रक्टर कैप्टन अंशुमन ने इस घटना पर अपना पक्ष रखते हुए कहा कि पायलटों ने बिना किसी अनुमोदन के स्टंट करने का प्रयास किया था। यह पूरी तरह से पायलटों की गलती थी, जिसने इस दुर्घटना को जन्म दिया।
कैप्टन अंशुमन ने कहा, "हमारे ट्रेनिंग प्रोटोकॉल में इस तरह के स्टंट की अनुमति नहीं है। पायलटों ने ट्रेनिंग के दौरान गंभीर चूक की, जो उनकी और विमान की सुरक्षा को खतरे में डाल दिया।"
AAIB की प्रारंभिक जांच रिपोर्ट
AAIB की जांच रिपोर्ट में यह स्पष्ट किया गया है कि पायलटों का "व्हील वाश" स्टंट दुर्घटना का मुख्य कारण बना। स्टंट के दौरान विमान का पहिया पानी के संपर्क में आने से असंतुलन हो गया और विमान क्रैश कर गया। इस रिपोर्ट ने विमानन सुरक्षा के प्रति गंभीरता बरतने की आवश्यकता पर बल दिया है।
AAIB ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि इस तरह की लापरवाही से गंभीर परिणाम हो सकते हैं और इस मामले में आवश्यक कदम उठाए जाने चाहिए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
विमानन सुरक्षा पर सवाल
इस हादसे के बाद विमानन सुरक्षा मानकों पर सवाल उठने लगे हैं। एक्सपर्ट्स का कहना है कि पायलटों को ट्रेनिंग के दौरान सुरक्षा नियमों का सख्ती से पालन करना चाहिए। इस हादसे ने फ्लाइट ट्रेनिंग अकादमियों की निगरानी और सुरक्षा मानकों को सख्त करने की आवश्यकता को और अधिक मजबूती से उजागर किया है।
हादसे के बाद उठे सवाल
घटना के बाद कई सवाल उठे हैं कि क्या पायलटों की ट्रेनिंग में कोई खामियां थीं? क्या सुरक्षा नियमों का सही तरीके से पालन नहीं किया गया था? ये सवाल AAIB की पूरी जांच रिपोर्ट में और भी स्पष्ट हो सकते हैं, जिसकी प्रतीक्षा की जा रही है।
इस दुर्घटना ने पूरे विमानन क्षेत्र को हिला दिया है और अब यह देखा जाएगा कि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए क्या कदम उठाए जाते हैं।
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