Jamshedpur Event: बंगभाषी समिति की रजत जयंती पर बच्चों की कला और अभिभावकों के ज्ञान का उत्सव!
जमशेदपुर में झारखंड बंगभाषी समिति की रजत जयंती पर चित्रांकन और क्विज़ प्रतियोगिताएं हुईं। 422 बच्चों और 188 अभिभावकों ने लिया हिस्सा। जानें आयोजन की खास बातें।
Jamshedpur Event: झारखंड बंगभाषी समन्वय समिति ने अपनी रजत जयंती को खास अंदाज में मनाते हुए बच्चों के लिए चित्रांकन प्रतियोगिता और अभिभावकों के लिए क्विज़ प्रतियोगिता का आयोजन किया। यह आयोजन साकची हाई स्कूल परिसर में हुआ, जिसमें शहर के विभिन्न स्कूलों के 422 छात्र-छात्राओं और 188 अभिभावकों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
प्रतियोगिता की खास शुरुआत
कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन के साथ हुई। मुख्य अतिथि के रूप में भारत सेवाश्रम संघ स्कूल की प्रधान अध्यापिका डॉ. काकोली गुहा और विशिष्ट अतिथि साकची उच्च विद्यालय के प्रधानाध्यापक प्रणव घोष ने इस आयोजन का उद्घाटन किया। झारखंड बंगभाषी समन्वय समिति के अध्यक्ष विकास मुखर्जी ने स्वागत भाषण देकर सभी प्रतिभागियों और दर्शकों का उत्साह बढ़ाया।
चित्रांकन प्रतियोगिता: बच्चों की रचनात्मकता की झलक
बच्चों के लिए आयोजित चित्रांकन प्रतियोगिता में 422 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। प्रतियोगिता में छोटे बच्चों से लेकर किशोर वर्ग तक के प्रतिभागियों ने अपनी कलात्मकता का बेहतरीन प्रदर्शन किया। चित्रांकन प्रतियोगिता का उद्देश्य बच्चों की रचनात्मक सोच को प्रोत्साहित करना और उन्हें अपनी कला का प्रदर्शन करने का मंच देना था।
चित्रांकन की थीम में पर्यावरण, सांस्कृतिक धरोहर, और झारखंड की विरासत जैसे विषय शामिल थे। बच्चों ने अपनी रचनाओं में रंगों के जरिए अपनी कल्पनाओं को जीवंत कर दिया।
अभिभावकों का ज्ञान परीक्षण: क्विज़ प्रतियोगिता
इस आयोजन में अभिभावकों के लिए क्विज़ प्रतियोगिता भी रखी गई। कुल 188 अभिभावकों ने इसमें भाग लिया और अपने ज्ञान, तर्कशक्ति और टीमवर्क का प्रदर्शन किया। क्विज़ का संचालन गोबिंद मुखर्जी और अरुण विश्वास ने किया, जिन्होंने इसे रोमांचक और ज्ञानवर्धक बनाया।
निर्णायक मंडल: कला के विशेषज्ञों की उपस्थिति
चित्रांकन प्रतियोगिता का मूल्यांकन करने के लिए शहर के प्रसिद्ध कलाकारों की टीम मौजूद रही। श्री बिप्लब दा, सुवेंदु विश्वास, अमृता सेन, नान्टू देवनाथ और सुमंत घोष ने बच्चों की कलाकृतियों का बारीकी से निरीक्षण किया। प्रतियोगिता के परिणाम फरवरी महीने में प्रकाशित किए जाएंगे।
इतिहास से जोड़ता यह आयोजन
झारखंड बंगभाषी समन्वय समिति की स्थापना 25 साल पहले बंगाली भाषा, कला और संस्कृति को संरक्षित और प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से की गई थी। समिति के द्वारा ऐसे आयोजन भाषा और संस्कृति को नई पीढ़ी तक पहुंचाने का माध्यम बनते हैं। रजत जयंती पर इस आयोजन ने समाज के सभी वर्गों को एक मंच पर लाने का कार्य किया।
सांस्कृतिक कार्यक्रम और समर्पित टीम
कार्यक्रम को सफल बनाने में समिति के सदस्यों और स्थानीय सहयोगियों ने पूरी मेहनत की। नेपाल दास, उदय सोम, बनोश्री सरकार, शुभ्रा दास, गोविंदो मुखर्जी, और अन्य सदस्यों ने आयोजन की हर गतिविधि को बखूबी संभाला। कार्यक्रम का संचालन नेपाल दास ने किया, जबकि धन्यवाद ज्ञापन पूर्वी घोष ने दिया।
प्रतिभागियों में उत्साह और सफलता की उम्मीद
इस आयोजन ने न केवल बच्चों की प्रतिभा को मंच प्रदान किया, बल्कि अभिभावकों को भी शामिल कर इसे और खास बना दिया। प्रतियोगिता में हिस्सा लेने वाले प्रतिभागी अब फरवरी में घोषित होने वाले परिणामों का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।
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