Jamshedpur Threat: मशहूर कारोबारी को बम धमाके की धमकी, पुलिस ने आरोपी को पकड़ा!
जमशेदपुर के प्रख्यात कारोबारी दिलीप गोयल को बम धमाके की धमकी देने वाले आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार किया। जानिए पूरा मामला और पुलिस ने कैसे किया इसका खुलासा।

जमशेदपुर – शहर के प्रतिष्ठित कारोबारी दिलीप गोयल को बम धमाके की धमकी देने वाले आरोपी राहुल तिवारी उर्फ राहुल पारीख को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस की त्वरित कार्रवाई और एसआईटी टीम की जांच के बाद इस मामले का पर्दाफाश हुआ। धमकी के बाद जमशेदपुर के व्यापारिक समुदाय में हलचल मच गई थी। आखिर कौन है ये आरोपी और उसने धमकी क्यों दी? आइए जानते हैं इस पूरे घटनाक्रम की पूरी कहानी।
जमशेदपुर का कारोबारी इतिहास और दिलीप गोयल की पहचान
जमशेदपुर भारत का औद्योगिक हब माना जाता है, जहां टाटा स्टील से लेकर कई प्रतिष्ठित कंपनियों का संचालन होता है। इस शहर का व्यापारिक समुदाय हमेशा से अपनी मजबूत पकड़ और आर्थिक स्थिरता के लिए जाना जाता है। दिलीप गोयल इसी समुदाय का एक प्रतिष्ठित नाम हैं। वे एएसएल ग्रुप और एएसएल मोटर्स के मालिक हैं, जिनका कारोबार पूरे झारखंड में फैला हुआ है। ऐसे में जब उन्हें धमकी भरा कॉल आया, तो शहर के बिजनेस सेक्टर में हड़कंप मच गया।
रात 9:24 बजे आया धमकी भरा कॉल, मचा हड़कंप!
4 मार्च 2025 की रात करीब 9:24 बजे, दिलीप गोयल के पास एक अनजान नंबर से कॉल आया। फोन करने वाले ने सीधे-सीधे धमकी दी कि "आपकी कंपनी को बम से उड़ा दिया जाएगा।" इस धमकी के बाद न सिर्फ कारोबारी बल्कि सुरक्षा एजेंसियां भी अलर्ट हो गईं।
एसएसपी के निर्देश पर बना SIT, हाई-टेक जांच से आरोपी गिरफ्तार
इस मामले को गंभीरता से लेते हुए जमशेदपुर के एसएसपी किशोर कौशल ने तुरंत सिटी एसपी को जांच का आदेश दिया और एक विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया गया। तकनीकी जांच और मानवीय खुफिया इनपुट्स के आधार पर पुलिस ने जल्द ही आरोपी का पता लगा लिया और उसे जुगसलाई पुरानी बस्ती रोड, पारीख भवन से गिरफ्तार कर लिया।
आरोपी का कबूलनामा: बस यूं ही कर दी थी धमकी!
गिरफ्तारी के बाद पूछताछ में राहुल तिवारी उर्फ राहुल पारीख ने अपना अपराध कबूल कर लिया। उसने बताया कि उसका खुद का मोबाइल रिचार्ज नहीं था, इसलिए उसने एक परिचित मजदूर का फोन लेकर यह धमकी दे दी थी। पुलिस ने वह मोबाइल फोन भी बरामद कर लिया है, जिससे धमकी दी गई थी।
बिजनेस जगत में मची हलचल, पुलिस की कार्रवाई से राहत
इस घटना के बाद पूरे व्यापारिक जगत में चिंता की लहर दौड़ गई थी, लेकिन पुलिस की तेजी से की गई जांच और कार्रवाई ने सभी को राहत दी। सुरक्षा व्यवस्था को लेकर अब कारोबारी और प्रशासन दोनों सतर्क हो गए हैं।
पुलिस की कड़ी चेतावनी: अपराध करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा
पुलिस अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि इस तरह की धमकियों को हल्के में नहीं लिया जाएगा और अपराधियों को सख्त सजा मिलेगी। हालांकि, इस मामले में आरोपी की मंशा कोई बड़ी आपराधिक साजिश नहीं थी, लेकिन कानूनी कार्रवाई जरूर होगी।
क्या कहता है कानून?
भारत में आईपीसी की धारा 506 (आपराधिक धमकी) और टेलीग्राफ एक्ट के तहत धमकी देने वाले व्यक्ति को सजा दी जा सकती है। अगर यह मामला किसी बड़े साजिश से जुड़ा होता, तो आरोपी को और कड़ी सजा मिल सकती थी।
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