Giridih Accident : लापरवाह चालक ने पलटवाया टोटो, मासूम बच्ची की मौत, जानें क्या हुआ!
गिरिडीह में लापरवाह टोटो चालक के कारण एक मासूम बच्ची की जान चली गई। जानें कैसे तेज रफ्तार से चलने वाला टोटो पलटने से एक परिवार का क्या हाल हुआ।
गिरिडीह: गिरिडीह जिले के पचंबा थाना क्षेत्र में एक दर्दनाक सड़क हादसा हुआ, जिसमें एक तीन वर्षीय मासूम बच्ची की जान चली गई। यह हादसा रविवार सुबह करीब 10 बजे परसाटांड़ के पास हुआ। इस घटना ने न केवल बच्ची के परिवार को झकझोर कर रख दिया, बल्कि इलाके में सड़क सुरक्षा और लापरवाह चालक के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग को भी जन्म दिया है।
कैसे हुआ हादसा?
घटना के अनुसार, पचंबा थाना क्षेत्र के तिवारीडीह निवासी प्रभात कुमार दास अपनी तीन वर्षीय बेटी अनु के साथ ई-रिक्शा (टोटो) से जमुआ से लौट रहे थे। जैसे ही वह परसाटांड़ के पास पहुंचे, तेज रफ्तार से चल रही ई-रिक्शा पलट गई। इस हादसे में सभी सवार गिर पड़े, लेकिन सबसे ज्यादा गंभीर चोटें मासूम अनु को आईं। बच्ची को गंभीर हालत में पिता ने तुरंत इलाज के लिए सदर अस्पताल ले जाया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
क्या थी लापरवाही?
घायल बच्ची के पिता प्रभात कुमार दास ने बताया कि घटना से कुछ देर पहले ही जब वे टोटो में बैठे थे, तो चालक तेज रफ्तार से गाड़ी चला रहा था। उसने एक पैर को दूसरे पैर के ऊपर रखा हुआ था, जो उसकी लापरवाही को और स्पष्ट करता है। जब सामने से दूसरी गाड़ी आई, तो चालक ने अचानक से हैंडिल मोड़ा, जिससे टोटो पलट गई और उसमें सवार सभी लोग गिर गए। इस पूरी घटना के लिए उन्होंने टोटो चालक की लापरवाही को जिम्मेदार ठहराया और प्रशासन से कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
सड़क सुरक्षा की गंभीर आवश्यकता
इस दर्दनाक हादसे ने एक बार फिर सड़क सुरक्षा की गंभीर आवश्यकता को उजागर किया है। तेज रफ्तार और लापरवाह ड्राइविंग की वजह से आए दिन इस तरह के हादसे सामने आ रहे हैं, जिससे न केवल आम लोग, बल्कि बच्चे भी अपनी जान गंवा रहे हैं। इस मामले में प्रशासन और स्थानीय अधिकारियों को टोटो चालकों की लापरवाही पर कड़ी नजर रखनी चाहिए और ऐसे चालकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।
क्या करना चाहिए हम सबको?
यह घटना हमें यह याद दिलाती है कि सड़क पर चलने वाले हर वाहन को अपनी जिम्मेदारी समझनी चाहिए। खासकर छोटे बच्चों के साथ यात्रा करते समय हमें सावधानी बरतनी चाहिए। अगर आप किसी वाहन में सवारी कर रहे हैं, तो सुनिश्चित करें कि चालक सावधानीपूर्वक गाड़ी चला रहा हो और किसी भी प्रकार की लापरवाही से बचें।
क्या प्रशासन कार्रवाई करेगा?
अब सवाल यह उठता है कि क्या प्रशासन इस मामले में किसी ठोस कदम उठाएगा? क्या टोटो चालकों के खिलाफ सख्त नियम लागू किए जाएंगे, ताकि ऐसे हादसों से बचा जा सके? इस तरह की घटनाओं से लोगों में असुरक्षा का माहौल बनता जा रहा है, और हर व्यक्ति की मांग है कि इस मामले में शीघ्र न्याय मिले।
क्या आपको लगता है कि टोटो और अन्य वाहनों के चालकों पर सख्त नियमों की आवश्यकता है? हमें अपनी राय बताएं और इस मुद्दे पर अपने विचार साझा करें।
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