Dhanbad News: सीआइएसएफ टीम पर पथराव, अवैध कोयला तस्करी के मामले में अब तक प्राथमिकी दर्ज नहीं
धनबाद में सीआइएसएफ टीम पर पथराव, अवैध कोयला तस्करी के मामले में कार्रवाई, फिर भी अवैध खनन जारी। जानिए पूरी घटना और प्रशासन की स्थिति।
धनबाद: शुक्रवार की रात को गलफरबाड़ी ओपी क्षेत्र के अंतर्गत बंद वर्ण स्टैंडर्ड कारखाना के समीप एक बड़ा घटनाक्रम सामने आया, जब सीआइएसएफ की टीम ने अवैध कोयला तस्करी पर कार्रवाई के दौरान कोयला तस्करों का सामना किया। इस दौरान, तस्करों ने सीआइएसएफ टीम पर पथराव किया और तीन ट्रैक्टरों से लदे अवैध कोयले को लेकर भागने की कोशिश की। हालांकि, टीम ने दो ट्रैक्टरों को जब्त कर लिया, जबकि एक ट्रैक्टर तस्करों ने पथराव करके छुड़वा लिया। इस मामले में अब तक प्राथमिकी दर्ज नहीं की गई है।
गुप्त सूचना पर हुई छापेमारी
इसीएल मुगमा क्षेत्र को गुप्त सूचना मिली थी कि बंद कारखाने के पास अवैध खनन कर कोयला ट्रैक्टरों पर लोड कर स्थानीय भट्ठों में भेजा जा रहा है। इस सूचना के आधार पर सीआइएसएफ की टीम ने रात के समय छापेमारी की। हालांकि, जैसे ही टीम मौके पर पहुंची, कोयला तस्करों ने पथराव कर दिया। इसके बाद भी टीम ने कार्रवाई जारी रखी और दो ट्रैक्टरों को जब्त कर लिया।
पथराव से भगदड़ मच गई
सीआइएसएफ टीम द्वारा छापेमारी किए जाने पर तस्करों ने अचानक पथराव शुरू कर दिया। इस हमले के दौरान एक ट्रैक्टर तस्कर छुड़वा ले गए, लेकिन टीम ने बाकी दो ट्रैक्टरों को जब्त कर लिया। सीआइएसएफ की टीम के साथ गलफरबाड़ी पुलिस और इसीएल मुगमा एरिया की सुरक्षा टीम भी मौके पर पहुंची। इसके बाद तस्करों को खदेड़ दिया गया और उनकी गतिविधियों पर कड़ी निगरानी रखी गई।
धंधा फिर से शुरू हुआ अगले ही दिन
अवैध खनन पर कार्रवाई के दूसरे दिन ही, शनिवार की सुबह से ही अवैध कोयला तस्करी का धंधा फिर से शुरू हो गया। इस बार साइकिलों और बाइकों के माध्यम से कोयला को खुलेआम भट्ठों में भेजा जा रहा था। इस घटनाक्रम ने यह सवाल उठाया कि क्या अवैध खनन को रोकने में प्रशासन की कोशिशों का असर सशक्त नहीं हो पा रहा है।
ईसीएल और पुलिस की टास्क फोर्स की बैठक
इस घटना से कुछ घंटे पहले, इसीएल मुगमा क्षेत्रीय कार्यालय में अवैध खनन और कोयला चोरी को रोकने के लिए एक बैठक आयोजित की गई थी। इसमें जीएम एसके चौधरी और निरसा एसडीपीओ रजत माणिक बाखला की उपस्थिति में एक टास्क फोर्स गठित करने की योजना बनाई गई थी। इस बैठक का उद्देश्य अवैध खनन पर काबू पाना था, लेकिन इसके बावजूद घटनाओं में तेजी से बढ़ोतरी देखने को मिली।
ओपी प्रभारी का बयान
गलफरबाड़ी ओपी प्रभारी दीपक दास ने बताया कि अभी तक इस मामले में कोई लिखित शिकायत प्राप्त नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि जैसे ही शिकायत मिलती है, प्राथमिकी दर्ज की जाएगी। साथ ही इसीएल के सुरक्षा अधिकारी विनीत कुमार ने भी कहा कि मामला दर्ज कराने की प्रक्रिया जारी है।
अवैध खनन का इतिहास
धनबाद क्षेत्र में अवैध खनन और कोयला तस्करी का इतिहास काफी पुराना है। यहां के खनन क्षेत्र में अक्सर अवैध रूप से कोयला निकाला जाता है और उसे स्थानीय भट्ठों में भेजा जाता है। यह न केवल सरकारी नियमों का उल्लंघन है, बल्कि पर्यावरण को भी गंभीर नुकसान पहुंचाता है। अवैध खनन से जुड़े ये गिरोह अक्सर सरकारी अधिकारियों को चकमा देते हैं और कानून के खिलाफ काम करते हैं।
प्रशासन की ओर से सख्त कदम
अधिकारियों का कहना है कि वे इस अवैध तस्करी पर पूरी तरह से अंकुश लगाने के लिए कड़ी कार्रवाई करेंगे। छापेमारी और सुरक्षा उपायों को बढ़ाकर इस समस्या का समाधान किया जाएगा।
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