धनबाद: शनिवार को आबकारी विभाग और पुलिस की टीम ने राजगंज थाना क्षेत्र के बलाईटांड़ स्थित एक ईंट भट्ठा के पीछे चल रही नकली शराब फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया। टीम ने मौके से लगभग 20 लाख रुपये की अवैध शराब और शराब निर्माण में इस्तेमाल होने वाले उपकरण जब्त किए। छापेमारी के दौरान टीम को 215 पेटी नकली अंग्रेजी शराब, स्पिरिट, कैरमेल, खाली बोतलें, कॉर्क, विभिन्न ब्रांड के रैपर, और पेटियां बरामद हुईं।
गुप्त सूचना पर हुई कार्रवाई
धनबाद के सहायक आयुक्त को गुप्त सूचना मिली थी कि बलाईटांड़ में नकली शराब बनाकर इसे बिहार में सप्लाई किया जा रहा है। सूचना के आधार पर धनबाद एसडीओ के निर्देश पर विभागीय अधिकारियों और राजगंज पुलिस ने संयुक्त रूप से छापेमारी की। इस दौरान दंडाधिकारी की मौजूदगी में कार्रवाई को अंजाम दिया गया।
टीम के पहुंचते ही भाग गए धंधेबाज
छापेमारी स्थल, जो एक मिट्टी और एसबेस्टस से बने मकान में स्थित था, नकली शराब बनाने का अड्डा था। टीम के पहुंचते ही वहां मौजूद धंधेबाज फरार हो गए। प्रारंभिक जांच में यह पाया गया कि यह अवैध शराब फैक्ट्री पिछले एक साल से चल रही थी।
बिहार से जुड़ा है नेटवर्क
आबकारी विभाग के एएसआइ अमित कुमार ने बताया कि यह अवैध नकली शराब का कारोबार बिहार से जुड़ा हुआ है। यहां बनी शराब को बिहार में बेचा जाता था, जहां इसकी कीमत धनबाद के मुकाबले चार गुना अधिक है। प्रारंभिक जांच में मुरली महतो नामक व्यक्ति का नाम सामने आया है। विभाग इस मामले में और छानबीन कर रहा है।
इतिहास और अवैध शराब का नेटवर्क
धनबाद और इसके आसपास के इलाकों में नकली शराब का कारोबार कोई नई बात नहीं है। यह क्षेत्र पहले भी ऐसी गतिविधियों के लिए चर्चित रहा है। बिहार में शराबबंदी लागू होने के बाद अवैध शराब का धंधा तेजी से बढ़ा है। बिहार में शराब की मांग अधिक होने और वहां की कड़ी निगरानी के कारण तस्कर धनबाद और आसपास के क्षेत्रों में नकली शराब का उत्पादन कर बिहार में सप्लाई करते हैं।
छापेमारी में शामिल अधिकारी
इस कार्रवाई में उत्पाद विभाग के सअनि अमित कुमार, सअनि जितेंद्र कुमार, जाॅय हेम्ब्रम, कुलदीप कुमार, उत्पाद पुलिस और राजगंज थाना की टीम शामिल थी। दंडाधिकारी की मौजूदगी में यह ऑपरेशन सफलतापूर्वक अंजाम दिया गया।
नकली शराब की वजह से बढ़ती समस्याएं
नकली शराब का सेवन स्वास्थ्य के लिए खतरनाक होता है। ऐसी शराब में मिलाए जाने वाले स्पिरिट और अन्य रसायन कई बार जानलेवा साबित हो सकते हैं। विशेषज्ञों के अनुसार, नकली शराब के कारण कई क्षेत्रों में स्वास्थ्य समस्याएं बढ़ रही हैं।
आगे की कार्रवाई जारी
छापेमारी के बाद आबकारी विभाग ने इलाके में सख्ती बढ़ा दी है। विभाग ने इस मामले में संलिप्त अन्य लोगों को पकड़ने के लिए जांच तेज कर दी है।