Dhanbad Action: खरखरी में पुलिस की बड़ी कार्रवाई, आरोपियों पर शिकंजा कसा
धनबाद के खरखरी जंगल में पुलिस की बड़ी कार्रवाई, हिंसक झड़प और गिरफ्तारी की ताजा अपडेट। जानें कैसे एसआईटी और पुलिस ने क्षेत्र में अपराधियों पर शिकंजा कसा।
धनबाद के मधुबन थाना क्षेत्र के खरखरी जंगल में पिछले दिनों हुए घटनाक्रम ने प्रशासन और जनता के बीच हलचल मचा दी है। हिलटॉप निजी कंपनी की चहारदीवारी निर्माण के दौरान हिंसक झड़प, गिरिडीह सांसद कार्यालय में तोड़फोड़ और बाघमारा एसडीपीओ पर हमले के मामले ने क्षेत्र में कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े किए। इसके बाद पुलिस ने सख्त कदम उठाते हुए बड़ी कार्रवाई शुरू की।
पुलिस की सतर्कता और छापेमारी
घटना के दसवें दिन, पुलिस ने रातभर छापेमारी करते हुए मुख्य आरोपी कारू यादव को गिरफ्तार कर लिया। वहीं, दूसरे पक्ष के आरोपी अभी भी पुलिस के रडार पर हैं। ग्रामीण एसपी कपिल चौधरी के नेतृत्व में गठित एसआईटी ने इस मामले में तेजी दिखाते हुए 30 सदस्यीय टीम के साथ तीन घंटे की बैठक की। बैठक में घटना से जुड़े सभी 11 प्राथमिकी मामलों की समीक्षा की गई और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए।
फ्लैग मार्च से बढ़ा विश्वास
धनबाद एसएसपी एचपी जनार्दन के नेतृत्व में पुलिस टीम ने खरखरी बस्ती और आसपास के क्षेत्रों में फ्लैग मार्च निकाला। इस दौरान पुलिस का काफिला कई इलाकों से गुजरा, जिससे क्षेत्र में सुरक्षा को लेकर जनता में विश्वास बढ़ा।
तीन साल से फरार आरोपी गिरफ्तार
लोयाबाद पुलिस ने भी बड़ी सफलता हासिल करते हुए तीन साल से फरार आरोपी मुकेश सिंह को गिरफ्तार किया। आर्म्स एक्ट और विस्फोटक पदार्थ अधिनियम के मामले में वांछित मुकेश सिंह को उसके घर से गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तारी के दौरान उसने भागने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने उसे धर दबोचा।
आरोपों के घेरे में मुकेश सिंह
मुकेश सिंह पर क्षेत्र में अशांति फैलाने और रंगदारी मांगने के आरोप पहले से ही लगते रहे हैं। 2021 में उसके खिलाफ आर्म्स एक्ट और जानलेवा हमले के तहत मामला दर्ज किया गया था। इसके अलावा, 2024 में एक महिला ने उसके खिलाफ छेड़खानी और जान से मारने की धमकी का मामला भी दर्ज कराया था।
कनकनी हादसे की जांच में जुटी टीम
उधर, कनकनी कोलियरी हादसे में पीसी चालक मुन्ना चौहान की मौत की जांच के लिए कोयला भवन की आईएसओ टीम ने मौके पर पहुंचकर जांच-पड़ताल की। अधिकारियों ने ओवरमैन, माइनिंग सरदार और अन्य कर्मचारियों से पूछताछ की। टीम ने कहा कि हादसे में दोषी पाए जाने वालों पर सख्त कार्रवाई होगी।
इतिहास में झांकते हुए
धनबाद और उसके आसपास के क्षेत्र लंबे समय से कोयला खदानों, मजदूर आंदोलनों और औद्योगिक विवादों के लिए चर्चित रहे हैं। यहां कानून व्यवस्था बनाए रखना हमेशा चुनौतीपूर्ण रहा है। इस बार की घटना ने एक बार फिर से प्रशासन की जिम्मेदारी को बढ़ा दिया है।
सख्ती का असर
पुलिस की लगातार कार्रवाई और फ्लैग मार्च से अपराधियों में खौफ पैदा हुआ है। इसके साथ ही, प्रशासनिक सख्ती से जनता में सुरक्षा का माहौल बना है।
What's Your Reaction?