Temple Controversy : मंड्या के कालाभैरवेश्वर मंदिर में दलितों के प्रवेश पर विवाद, मूर्ति को गर्भगृह से हटाया, प्रशासन ने दी हस्तक्षेप से सभी को प्रवेश की अनुमति
कर्नाटक के मंड्या जिले में कालाभैरवेश्वर मंदिर में दलितों के प्रवेश को लेकर विवाद खड़ा हुआ। ग्रामीणों ने मूर्ति को गर्भगृह से हटाया, लेकिन प्रशासन के हस्तक्षेप के बाद सभी को मंदिर में प्रवेश की अनुमति मिल गई।
मंड्या, 11 नवंबर: कर्नाटक के मंड्या जिले के हानाकेरे गांव में स्थित प्राचीन कालाभैरवेश्वर मंदिर में दलितों के प्रवेश को लेकर विवाद हो गया। मंदिर में दलितों के प्रवेश के विरोध में कुछ ग्रामीणों ने उत्सव प्रतिमा को गर्भगृह से हटा दिया और मंदिर परिसर में अलग स्थान पर रख दिया। यह घटना तब घटी जब ग्रामीणों ने मंदिर के वार्षिक उत्सव के दौरान दलितों के मंदिर में प्रवेश पर आपत्ति जताई।
मंदिर में दलितों के प्रवेश पर बढ़ते तनाव को देखते हुए सरकारी अधिकारी और पुलिस ने हस्तक्षेप किया। तहसीलदार शिवकुमार ने इस मामले में ग्रामीणों और दलित समुदाय के लोगों के साथ बैठक की। बैठक में सहमति बनी कि सभी जातियों के लोगों को मंदिर में प्रवेश और पूजा का अधिकार मिलेगा।
ग्रामीणों का कहना था कि उनके परंपरागत नियमों के अनुसार दलितों का मंदिर में प्रवेश वर्जित है और दलितों के लिए गांव में अलग मंदिर का निर्माण पहले ही किया गया है। इसके बावजूद, जब प्रशासन ने सभी को मंदिर में प्रवेश की अनुमति दी, तो कुछ ग्रामीणों ने विरोध स्वरूप उत्सव प्रतिमा को गर्भगृह से हटा दिया।
मूर्ति को गर्भगृह से हटाने के बाद विवाद और बढ़ गया और स्थिति तनावपूर्ण हो गई। विवाद के बाद मंदिर को अस्थायी रूप से बंद करना पड़ा। अगले दिन, अधिकारियों के हस्तक्षेप और सुरक्षा बलों की तैनाती के बाद मंदिर को दोबारा खोला गया और पूजा की गई।
प्रशासन ने अब सभी जातियों के लोगों को मंदिर में दर्शन करने की अनुमति दे दी है और गांव में एहतियातन पुलिस बल को तैनात कर दिया है। तहसीलदार शिवकुमार ने बताया कि मामले को सुलझा लिया गया है, और भविष्य में इस प्रकार के विवादों से बचने के लिए सभी जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं।
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