Nawada Theft: चोरों का तांडव, बंद घर का ताला तोड़कर लाखों के जेवरात उड़ाए, दुकानदारों ने किया विरोध प्रदर्शन!
नवादा के कौआकोल बाजार में चोरों ने बंद घर का ताला तोड़कर लाखों रुपये के सोने-चांदी के आभूषण व नकदी चुराई। दुकानदारों ने बाजार बंद कर पुलिस के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया।
नवादा: Theft Protest की एक दिल दहला देने वाली घटना सोमवार रात को नवादा जिले के उग्रवाद प्रभावित कौआकोल थाना क्षेत्र में घटित हुई। इस घटना ने न केवल पुलिस प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल उठाए, बल्कि इलाके में रहने वालों के बीच डर और आक्रोश का माहौल भी बना दिया। कौआकोल बाजार में एक मिठाई दुकानदार के बंद घर का ताला तोड़कर अज्ञात चोरों ने लाखों रुपये के सोने-चांदी के आभूषण समेत नगदी चोरी कर ली। इस घटना के बाद दुकानदारों ने विरोध स्वरूप अपना-अपना दुकान बंद कर दिया और बाजार स्थित जेपी चौक पर प्रदर्शन किया।
चोरों का तांडव: चोरी की पूरी कहानी
कौआकोल बाजार निवासी मोती सिंह के पुत्र और मिठाई दुकानदार सत्येन्द्र प्रसाद उर्फ संतोष सिंह अपने रिश्तेदार के यहां गए हुए थे। इस बीच, सोमवार की रात अज्ञात चोरों ने उनके घर का मुख्य दरवाजा का ताला तोड़कर घर के अंदर घुस गए। चोरों ने पहले तो कमरे में रखे बक्शे का ताला तोड़ा और फिर उसमें रखे सोने-चांदी के आभूषणों समेत 15 लाख रुपये मूल्य के बेशकीमती गहनों को चुरा लिया। इसके बाद चोरों ने दुकान की बिक्री से बचाए गए 8 लाख रुपये नगदी भी उड़ा लिए।
यह घटना कौआकोल बाजार में किसी बड़े खतरे के रूप में सामने आई है, क्योंकि यह इलाका पहले से ही अपराध की घटनाओं से जूझ रहा है। हालांकि, इस बार चोरी की घटना ने दुकानदारों को सख्त विरोध में उतार दिया।
दुकानदारों का आक्रोश और विरोध प्रदर्शन
चोरी की इस घटना के बाद पीड़ित परिवार के ऊपर दुःखों का पहाड़ टूट पड़ा। लेकिन सबसे ज्यादा असर कौआकोल बाजार के दुकानदारों पर पड़ा। चोरी की घटनाओं से परेशान दुकानदारों ने अपना-अपना दुकान बंद कर दिया और पुलिस प्रशासन के खिलाफ नाराजगी जताई। दुकानदारों का कहना था कि लगातार बढ़ रही चोरी की घटनाओं ने उनके कारोबार और सुरक्षा को खतरे में डाल दिया है।
दुकानदारों ने जेपी चौक पर एकजुट होकर चोरों की शीघ्र गिरफ्तारी और चोरी गए सामानों की बरामदगी की मांग की। बाजार विकास समिति के अध्यक्ष राहुल शुक्ला ने बताया कि दुकानदारों के लिए यह स्थिति बहुत गंभीर हो गई है। उन्होंने प्रशासन से बाजार में स्थायी चौकीदार की नियुक्ति और रात में पुलिस गश्त बढ़ाने की मांग की।
क्या था ऐतिहासिक संदर्भ: चोरी की घटनाओं का बढ़ना
कौआकोल क्षेत्र में चोरों के बढ़ते प्रभाव का इतिहास भी रहा है। इससे पहले भी यहां पर चोरी, डकैती और अन्य अपराधों की घटनाएं सामने आई थीं। समय के साथ अपराधियों का मनोबल बढ़ा है, क्योंकि पुलिस की ओर से कोई ठोस कार्रवाई नहीं हो पाई है। इस क्षेत्र में पहले भी ऐसी कई घटनाएं घट चुकी हैं, जो आज भी लोगों के जेहन में ताजा हैं।
कौआकोल में बढ़ती चोरी की घटनाएं इस बात को साबित करती हैं कि जब प्रशासन कड़ा कदम नहीं उठाता, तो अपराधियों का मनोबल बढ़ता है। स्थानीय लोग यह मानते हैं कि पुलिस को और अधिक सक्रिय होने की आवश्यकता है ताकि इस तरह के अपराधों पर काबू पाया जा सके।
पुलिस प्रशासन की कार्रवाई: क्या बदलेगा कुछ?
पुलिस प्रशासन ने इस घटना पर तुरंत प्रतिक्रिया व्यक्त की और चोरों की शीघ्र गिरफ्तारी का आश्वासन दिया। दुकानदारों का आक्रोश और प्रदर्शन पुलिस के आश्वासन के बाद कुछ शांत हुआ, लेकिन सवाल अब भी बना हुआ है: क्या इस घटना के बाद पुलिस सक्रियता बढ़ेगी? क्या कौआकोल बाजार में बढ़ते अपराधों पर काबू पाया जा सकेगा?
नवादा के कौआकोल क्षेत्र में बढ़ती चोरी की घटनाएं और बढ़ता आक्रोश यह दिखाता है कि स्थानीय लोग अब और बर्दाश्त नहीं करेंगे। अब समय आ गया है कि पुलिस अपनी कार्यप्रणाली में बदलाव लाए और अपराधियों पर कड़ी कार्रवाई करे, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं घटित न हो।
नवादा जिले के कौआकोल क्षेत्र में बढ़ती चोरी की घटनाओं ने स्थानीय लोगों को परेशान कर दिया है। चोरों के खिलाफ पुलिस की कार्रवाई में ढिलाई और प्रशासन की नाकामी ने स्थानीय दुकानदारों को विरोध करने के लिए मजबूर किया है। इस स्थिति को सुधारने के लिए पुलिस प्रशासन को अब ठोस कदम उठाने की जरूरत है, ताकि लोगों का विश्वास पुनः स्थापित हो सके।
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