Nawada Meeting: जिला परिषद की बैठक में विकास कार्यों पर हुए अहम फैसले
नवादा जिला परिषद की बैठक में डाकबंगला जीर्णोद्धार, बस स्टैंड राजस्व, और विकास कार्यों पर चर्चा। 2025-26 विकास योजनाओं पर विचार। पढ़ें पूरी रिपोर्ट।
Nawada Meeting: जिला परिषद ने विकास कार्यों को दी नई दिशा
नवादा जिला परिषद की सामान्य बैठक, उप विकास आयुक्त सह मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी श्रीमती प्रियंका रानी की अध्यक्षता में 6 दिसंबर 2024 को संपन्न हुई। बैठक में कई अहम एजेंडों पर चर्चा की गई और विकास कार्यों को तेज गति देने के लिए महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए।
बैठक की मुख्य बातें
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गत बैठक की पुष्टि और योजनाओं की समीक्षा
- 15वें वित्त आयोग और षष्टम राज्य वित्त आयोग के तहत क्रियान्वित योजनाओं की समीक्षा की गई।
- जिला परिषद द्वारा चलाए जा रहे विभिन्न विकास कार्यों पर विस्तार से चर्चा हुई।
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डाकबंगला जीर्णोद्धार और सौंदर्यीकरण
- पकरीबरावां और कौआकोल के डाकबंगला भवनों के जीर्णोद्धार और परिसर के सौंदर्यीकरण पर चर्चा।
- पुराने और जर्जर भवनों को तोड़कर नए निर्माण का प्रस्ताव।
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राजस्व बढ़ाने के उपाय
- चौदह प्रखंडों में जिला परिषद की आय बढ़ाने के लिए दुकानें, बस स्टैंड, और मैरेज हॉल बनाने का सुझाव।
- रजौली बस स्टैंड और चुंगी से हो रही राजस्व हानि पर गहन विचार।
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अमिन और चैनमैन की नियुक्ति
- जिला परिषद की भूमि के सीमांकन के लिए संविदा के आधार पर अमिन और चैनमैन रखने का सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया।
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नए भवनों का निर्माण
- जिला परिषद कार्यालय के पीछे एक नया भवन बनाने का निर्णय।
- कौआकोल और पकरीबरावां में मैरेज हॉल का निर्माण षष्टम राज्य वित्त आयोग की राशि से किया जाएगा।
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भविष्य की योजनाएं
- जिला पंचायत विकास योजना (वित्तीय वर्ष 2025-26) पर चर्चा।
- नगर भवन के विकास और इसके उपयोग को बढ़ाने पर विचार।
इतिहास: जिला परिषद की भूमिका
जिला परिषद भारतीय लोकतंत्र की एक महत्वपूर्ण इकाई है।
- स्थापना का उद्देश्य: ग्रामीण विकास और स्थानीय प्रशासन को सशक्त बनाना।
- कार्यक्षेत्र: सड़क, स्कूल, स्वास्थ्य केंद्र, और सार्वजनिक उपयोग के स्थानों का विकास।
- वित्तीय योजनाएं: पंचम और षष्टम राज्य वित्त आयोग द्वारा प्रदत्त निधियों का उपयोग ग्रामीण क्षेत्रों में आधारभूत सुविधाएं विकसित करने के लिए किया जाता है।
डाकबंगला: एक ऐतिहासिक विरासत
नवादा के डाकबंगले न केवल प्रशासनिक उपयोग के लिए हैं, बल्कि यह ऐतिहासिक धरोहरों के रूप में भी प्रसिद्ध हैं।
- पकरीबरावां और कौआकोल के डाकबंगले: वर्षों पुराने ये भवन अब जर्जर हो चुके हैं और इनके पुनर्निर्माण से न केवल उनका सौंदर्य बढ़ेगा, बल्कि राजस्व भी बढ़ाया जा सकेगा।
राजस्व हानि पर चिंता
रजौली बस स्टैंड और दैनिक चुंगी को बंद कराने के बाद जिला परिषद को राजस्व हानि का सामना करना पड़ रहा है।
- सुझाव: इस हानि की भरपाई के लिए नए संसाधन विकसित करने पर जोर दिया गया।
- कार्रवाई की दिशा: दुकान, बस स्टैंड, और अन्य व्यावसायिक परियोजनाओं से आय बढ़ाने की योजना।
बैठक में भागीदारी
इस महत्वपूर्ण बैठक में नवादा के विधायकों, विधान परिषद सदस्यों, पंचायत समिति प्रमुखों, और विभागीय अधिकारियों ने भाग लिया। उनकी भागीदारी ने बैठक को अधिक समावेशी और प्रभावी बनाया।
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