Bhuwanathpur : पेड़ से गिरकर युवक की मौत, दो मासूम बच्चों की आंखों से उठा माता-पिता का साया

भवनाथपुर के मथानांतर्गत चपरी के मुसकैनी पहाड़ी में पेड़ से गिरने से 25 वर्षीय अनिल मुसहर की मौत हो गई। जानें कैसे यह हादसा अनाथ कर गया दो छोटे बच्चों को।

Nov 30, 2024 - 12:38
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Bhuwanathpur : पेड़ से गिरकर युवक की मौत, दो मासूम बच्चों की आंखों से उठा माता-पिता का साया
Bhuwanathpur : पेड़ से गिरकर युवक की मौत, दो मासूम बच्चों की आंखों से उठा माता-पिता का साया

भवनाथपुर के चपरी क्षेत्र के मुसकैनी पहाड़ी के पास रहने वाले एक गरीब महादलित परिवार के 25 वर्षीय युवक अनिल उर्फ कुक्कू मुसहर की पेड़ से गिरकर मौत हो गई। यह दर्दनाक घटना गुरुवार रात की है, जब अनिल ने पेड़ पर लगे मधुमक्खी के छत्ते से मधु निकालने के लिए चढ़ाई की थी। अचानक असंतुलित होकर वह पेड़ से गिर पड़ा और घटनास्थल पर ही उसकी मौत हो गई।

पारिवारिक परिस्थिति और मासूम बच्चों का भविष्य:

मृतक के परिजनों के अनुसार, अनिल के दो छोटे-छोटे बच्चे हैं: 5 वर्षीय चिंता कुमारी और 3 वर्षीय रोहित कुमार। उनकी मां मीरा मुसहरीन की मौत 6 महीने पहले अचानक पेट दर्द के कारण इलाज के लिए अस्पताल ले जाते समय हो गई थी। अब अनिल के निधन से, उनके सिर से माता-पिता दोनों का साया उठ गया है और वे अनाथ हो गए हैं।

सरकारी सहायता का वादा और पीड़ित परिवार की स्थिति:

घटना की जानकारी मिलते ही, भाजपा के पूर्व विधायक भानु प्रताप शाही ने अपने प्रतिनिधि चंदन कुमार ठाकुर और पंचायत के मुखिया शैलेश चौबे को घटनास्थल पर भेजा। उन्होंने पीड़ित परिवार को सरकारी सहायता देने का वादा किया और तत्काल पोस्टमार्टम की प्रक्रिया को पूरा कराया। इसके अलावा, मुखिया ने दाह संस्कार के लिए व्यक्तिगत रूप से आर्थिक सहायता दी।

पुलिस की कार्रवाई:

घटना की सूचना पर थाना के एएसआई दिनेश सिंह और नारायण यादव अपनी टीम के साथ घटनास्थल पर पहुंचे और शव को कब्जे में लेकर सदर अस्पताल पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।

पारिवारिक संघर्ष और सरकारी योजनाओं की कमी:

मृतक के परिजनों ने बताया कि उन्हें अब तक किसी सरकारी योजना का लाभ नहीं मिल सका है। उनका कहना है कि सरकारी मदद की कमी के चलते उनकी स्थिति और कठिन हो गई है। हालात इतने गंभीर हैं कि दोनों छोटे बच्चे अब अपने माता-पिता की अनमोल यादों और संघर्ष से भरी जिंदगी को अकेले ही संभालने के लिए मजबूर हैं।

भविष्य की अनिश्चितता:

अनिल की मौत ने न सिर्फ उसके परिवार को दुखी किया बल्कि पूरे गांव को सोचने पर मजबूर कर दिया है कि कैसे ऐसे हादसे और गरीबी से जूझ रहे परिवारों की मदद के लिए सरकार को अधिक कदम उठाने चाहिए।

इतिहास और संघर्ष की कहानी:

भवनाथपुर क्षेत्र का इतिहास कई परिवारों के संघर्षों से भरा हुआ है, जहां गरीबी और विपरीत परिस्थितियां आम बात हैं। अनिल की मौत एक बार फिर यह सवाल उठाती है कि कैसे समाज के कमजोर वर्गों की सुरक्षा और उनके जीवन के अधिकार की रक्षा की जाए।

सारांश:
भवनाथपुर में मथानांतर्गत चपरी के मुसकैनी पहाड़ी के पास पेड़ से गिरने से 25 वर्षीय अनिल मुसहर की मौत हो गई। उसके निधन से उसके दो छोटे बच्चे अनाथ हो गए हैं। परिवार को सरकार से मदद की उम्मीद है।

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