प्रधानमंत्री की सुरक्षा करने वाले SPG कमांडो Full Form, Salary, Qualification, Rank

प्रधानमंत्री की सुरक्षा करने वाले SPG कमांडो Full Form, Salary, Qualification, Rank, SPG कमांडो कैसे बने : कैसे तैयारी करे : योग्यता : उम्र सीमा : सैलरी : कार्य

Oct 28, 2022 - 05:02
Aug 27, 2024 - 23:40
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प्रधानमंत्री की सुरक्षा करने वाले SPG कमांडो Full Form, Salary, Qualification, Rank
प्रधानमंत्री की सुरक्षा करने वाले SPG कमांडो Full Form, Salary, Qualification, Rank

एसपीजी कमांडो देश के बड़े-बड़े नेताओं की सुरक्षा के लिए तैनात किए जाते हैं और यह एक बहुत ही बड़ा पोस्ट होता है इस पोस्ट को हासिल करने के लिए लोग बहुत ही मेहनत करते हैं और बहुत ही मेहनत करने के बाद ही यह पोस्ट हासिल होता है इसके लिए बहुत सारे कठिन ट्रेनिंग से लोगों को गुजरना पड़ता है तब जाकर स्पीडी कमांडो ही बन पाते हैं

एसपीजी की सुरक्षा देश के किसी नेता या किसी आदमी को नहीं दिया जाता है यह विशेष व्यक्ति को ही एसपीजी कमांडो की सुरक्षा दिया जाता है

SPG का फुल फॉर्म क्या होता है (SPG Full Form)

एसपीजी का फुल फॉर्म स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप होता है इसे ही हिंदी में विशेष सुरक्षा बल कहते हैं यह एक प्रोटेक्शन ग्रुप होता है जिसमें विशेष प्रकार के जवानों को तैनात किया जाता है जो कि बहुत ही विशेष प्रशिक्षण द्वारा प्रशिक्षित होते हैं और सभी तरह के लड़ाई कलाओं में माहिर होते हैं

Spg क्या होता है What Is Spg

एसपीजी देश का सबसे स्पेशल फोर्स होता है जिसमें उन्हें एक खास तरह का ड्रेस दिया जाता है और काला चश्मा और FNF Assault  से लैस होते हैं हमारे भारत देश में प्रधानमंत्री और देश के कई बड़े-बड़े नेताओं की सुरक्षा की जिम्मेदारियां एसपीजी कमांडो के ही हाथों में होती है ताकि उन्हें किसी भी तरह के हमलों से बचाया जा सके यह कमांडो इनकी सुरक्षा में 24 घंटे तैनात रहते हैं.

एसपीजी सुरक्षा किसे दिया जाता है

एसपीजी की सुरक्षा मुख्य रूप से देश के प्रधानमंत्री को दिया जाता है इसके अतिरिक्त सुविधा प्रधानमंत्री के साथ साथ और कई बड़े नेताओं को भी दिया जाता है जैसे देश के पूर्व प्रधानमंत्री उनकी पत्नी उनके परिवार को दिया जाता है ऐसे ही देश के कोई विशिष्ट व्यक्ति को भी दिया जाता है जिनकी जान को खतरा रहता है यह कमांडो भारत के प्रधानमंत्री जी की सुरक्षा के लिए 24 घंटे उनके साथ रहते हैं

एसपीजी का गठन (एसपीजी कमांडो का गठन)

1981 के पहले भारत के प्रधानमंत्री की आवास की सुरक्षा पुलिस उपायुक्त उनकी डीसीपी के प्रभारी दिल्ली पुलिस के विशेष सुरक्षा की जिम्मेदारी हुआ करती थी अक्टूबर 1981 में इंटेलिजेंस ब्यूरो द्वारा नई दिल्ली और दिल्ली के बाहर प्रधानमंत्री को सुरक्षा देने के लिए एक विशेष टास्क फोर्स का गठन किया गया था

अक्टूबर 1984 में इंदिरा गांधी की हत्या के बाद यह निश्चय किया गया कि एक विशेष समूह द्वारा प्रधानमंत्री की सुरक्षा की जिम्मेदारी दिया जाएगा उस समय तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के अचानक हत्या के कारण देश में प्रधानमंत्री सही बड़े-बड़े दिग्गज नेताओं की सुरक्षा का मुद्दा बहुत बड़ा हो गया और एक विशेष सुरक्षा बल के गठन की जरूरत हुई इस प्रकार एसपीजी कमांडो का गठन 2 जून 1988 में भारत के एक सांसद के अधिनियम द्वारा बनाया गया

इसके मुख्यालय की बात करें तो उसका मुख्यालय नई दिल्ली में स्थित है यह केंद्र के सभी सुरक्षा बलों में से एक माना जाता है जो विशेष नेताओं की सुरक्षा रखने का काम करता है इसे स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप नाम दिया गया एसपीजी फोर्स कैबिनेट सचिवालय के तहत काम करता है इसका प्रमुख डायरेक्टर रैंक का आईपीएस अफसर होता है इसका मुख्यालय पीएम हाउस होता है

एसपीजी कमांडो कैसे बने 

एजीपी कमांडो एक बहुत ही स्पेशल पोस्ट होता है इस पोस्ट को हासिल करने के लिए बहुत ही मेहनत करना पड़ता है तब जाकर इस पोस्ट को हासिल कर पाते हैं देश के अन्य बड़े पोस्ट की तरह इसकी सीधी भर्ती नहीं होती है एसपीजी में भर्ती होने के लिए सबसे पहले पैरामिलिट्री फोर्स जैसे BSF,CISF,ITBP,CRPF जैसे पोस्ट में भर्ती होना पड़ेगा उसके बाद इसकी वैकेंसी आती है तब इस पर आवेदन करके इसमें भर्ती हो सकते हैं

एसपीजी के जवान हर साल एक ग्रुप से दूसरे ग्रुप में इनके ग्रुप बदलते रहता है कोई भी व्यक्ति 1 साल से ज्यादा समय तक इसमें सेवा नहीं दे सकता है उसके बाद जब भी इनका कार्यकाल पूरा होता है इनको इनके मुख्य पोस्ट में वापस भेज दिया जाता है जिसके बाद से वह गृह मंत्रालय द्वारा उन्हें अन्य किसी संगठन जहां पोस्ट खाली रहता वहां भेज दिया जाता है

इसी प्रकार फिर निचले स्तर के अभ्यर्थी को ऊपर की ओर इस पोस्ट में भेजा जाता है इस तरह से यह क्रम चलता रहता है आप एसपीजी में विभिन्न पदों के लिए एक कर्मी के रूप में आवेदन कर सकते हैं एसपीजी विभाग होता है सुरक्षा बल होता है जो गृह मंत्रालय के अधीन में होता है

Spg Commando Education Qualification

एजुकेशन क्वालीफिकेशन में जैसा कि आपने जाना कि इसमें डायरेक्ट सीधी भर्ती नहीं होता है इसमें कमांडो के लिए इस पर ऊपर में बताया गया पोस्ट के अनुसार किसी भी पोस्ट में रहना होता है उसके बाद उम्मीदवार का चयन उस पोस्ट के हिसाब से उस में दिए गए परफॉर्म के हिसाब से उसका चयन किया जाता है तो जैसे बीएसएफ, सीआरपीएफ इस तरह से उसमें पहले चयन होना होता है उसके बाद एसपीजी कमांडो में चयन होता है|

एसपीजी कमांडो की चयन प्रक्रिया क्या-क्या होता है

एसपीजी के लिए आईजी यानी इंस्पेक्टेर जर्नल और दो डीपीआईजी और दो सहायक आई जी के रैंक के आईपीएस अधिकारी द्वारा गहन व्यक्तिगत इंटरव्यू लिया जाता है इसके बाद शारीरिक परीक्षा लिखित परीक्षा और एक मनोवैज्ञानिक मूल्यांकन लिया जाता है और और कुछ चरण होते हैं जिसे क्वालीफाई करना होता है उसके बाद सभी चरणों में अच्छा प्रदर्शन करने के बाद आपको विशेष ट्रेनिंग के लिए चुना जाता है इस तरह से एसपीजी कमांडो की नियुक्ति होती है

एसपीजी कमांडो की सैलेरी कितनी होती है 

SPG कमांडो को सैलरी के रूप में भी अलग-अलग पदों के हिसाब से दिया जाता है इसमें कोई फिक्स सैलरी नहीं है एसपीजी कमांडो की सैलरी समय के साथ बढ़ते भी रहती है और इनका प्रमोशन भी होते रहता है एसपीजी कमांडो की सैलरी लगभग नीचे दिए गए चार्ट के अनुसार विभिन्न तरह के भत्ते भी उन्हें मिलते हैं

  • सैलरी (अनुमानित) – रु 84,236-रु 239,457
  • बोनस (अनुमानित) – रु 153-रु 16,913
  • प्रॉफिट शेयरिंग (अनुमानित) – रु 2.04-रु 121, 361
  • कमीशन (अनुमानित) – रु 10,000
  • टोटल सैलरी (अनुमानित) – रु 84,236-रु 244,632

इन सभी सैलरी के साथ साथ जो एसपीजी कमांडो ड्यूटी में रहता है उन्हें 28000 से ₹30000 और जो नान ड्यूटी में रहते हैं उन्हें 22000 से ₹25000 ड्रेस भत्ता अलग से दिया जाता है इन सभी के अलावा एसपीजी कमांडो को बोनस प्रॉफिट शेयरिंग कमीशन रहता और भी कई तरह के अलावेंस दिया जाता है

एसपीजी का ट्रेनिंग कैसे होता है

एसपीजी कमांडो बनने के लिए सभी उम्मीदवारों को एक विशेष तरह की ट्रेनिंग दिया जाता है एसपीजी में भर्ती होने के बाद उम्मीदवारों को वर्ल्ड क्लास की सुरक्षा ट्रेनिंग दी जाती है और इस ट्रेनिंग को विकसित देशों के सिक्योरिटी एजेंसियों द्वारा दिया जाता है

  • इसके लिए एसपीजी कमांडो को सतर्कता टेक्नोलॉजी व जीवन बचाओ जानलेवा ट्रेनिंग से होकर गुजरना पड़ता है और सेफ्टी की ट्रेनिंग दिया जाता है यह इतनी खतरनाक होती है कि spg के कमांडो को वन मैन आर्मी के रूप में देखा जाता है
  • यदि ट्रेनिंग के दौरान कोई उम्मीदवार फेल हो जाता है या अपनी ट्रेनिंग में कोई चूक होने के कारण फेल हो जाते हैं तो उन्हें अगले बैच में मौका दिया जाता है लेकिन यदि वे इसे पूरा नहीं कर पाते हैं तो उसे उनके मूल यूनिट पोस्ट से उन्हें वापस भेज दिया जाता है इस तरह से एसपीजी कमांडो को शिफ्ट वाइज प्रधानमंत्री की सुरक्षा और अन्य की सुरक्षा में लगाया जाता है
  • ट्रेनिंग के दौरान उम्मीदवार को 90 दिन यानि 3 महीने की निगरानी में रखा जाता है जिस पर सप्ताहिक परीक्षा भी लिया जाता है इस ट्रेनिंग में एक एक जवान को एक सेना के जैसे कठोर और मजबूत बनाया जाता है

एसपीजी कमांडो की विशेषता

  • एसपीजी कमांडो सामान्य चलने वाले जूते बिल्कुल भी नहीं पहनते हैं उनके हाथों में मजबूत दस्ताने होते हैं एसपीजी कमांडो के चश्मा भी बहुत अलग होते हैं वो वैसे चश्मा पहनते हैं जिन्हे उन्हें लड़ते समय किसी तरह की कोई समस्या ना हो
  • एसपीजी कमांडो में कई खूबियां होती है जो कि पब्लिक डोमेन में नहीं बताई जा सकती एसपीजी कमांडो प्रधानमंत्री के किसी खास मौके को सुरक्षा देने के लिए सूट में रहता है
  • एसपीजी के कमांडो अपनी सुरक्षा के लिए एल्बो और गार्ड पहने हुए होते हैं
  • एसपीजी सुरक्षा के कमांडो के पास एक स्पेशल ब्रीफकेस होता है इसमें कपड़े या बारूद नहीं होता है यह ब्रीफएस जैसा दिखने वाला एक पोर्टेबल बुलेटप्रूफ शील्ड होता है यह कवच का काम करता है जो पूरी तरह से
  • खुल जाता है इसका काम यह होता है कि अगर कोई हमला हो जाए तो सुरक्षा कमांडो फौरन इसे खोल कर वीआईपी को कवर कर ले|

एसपीजी कमांडो की सुविधाएं

एसपीजी कमांडो को रेलवे मे मुफ्त यात्रा की सुविधा दी जाती है, और इनके प्रधानमंत्री के साथ होने के दौरान खाने-पीने की सारी खर्च सरकार ही मुहैया कराते हैं।

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Team India मैंने कई कविताएँ और लघु कथाएँ लिखी हैं। मैं पेशे से कंप्यूटर साइंस इंजीनियर हूं और अब संपादक की भूमिका सफलतापूर्वक निभा रहा हूं।