जमशेदपुर के छात्र को ऊर्जा भंडारण तकनीक के लिए पेटेंट, सौम्या दीप को मिली बधाई
जमशेदपुर के इंजीनियरिंग छात्र सौम्या दीप को ऊर्जा भंडारण की नई तकनीक के लिए पेटेंट मिला है। इस उपलब्धि के लिए ह्यूमन वेलफेयर ट्रस्ट और स्थानीय समाजसेवियों ने उन्हें शाल ओढ़ाकर और फूलों का गुलदस्ता भेंट कर बधाई दी।
जमशेदपुर के इंजीनियरिंग छात्र सौम्या दीप को हाल ही में एक नई ऊर्जा भंडारण तकनीक के लिए पेटेंट प्राप्त हुआ है। इस महत्वपूर्ण उपलब्धि के लिए ह्यूमन वेलफेयर ट्रस्ट और स्थानीय समाजसेवियों ने सौम्या दीप को शाल ओढ़ाकर और फूलों का गुलदस्ता भेंट कर बधाई दी। सौम्या दीप ने फ्लाइवहील ऊर्जा भंडारण की क्षमता और ऊर्जा भंडारण की दक्षता को बढ़ाने के लिए एक नई तकनीक विकसित की है, जिसे जून 2024 में कोलकाता के बौद्धिक संपदा भवन में पेटेंट किया गया था।
सौम्या दीप की तकनीक और उसकी विशिष्टता
सौम्या दीप द्वारा विकसित की गई यह तकनीक आवश्यकता पड़ने पर ऊर्जा की आपूर्ति कर सकती है और इसमें लोगों ने काफी उत्साह दिखाया है। इस तकनीक के पेटेंट होने के बाद से सौम्या दीप को जमशेदपुर और आस-पास के क्षेत्रों में सराहा जा रहा है। सौम्या दीप, जो कि एक इंजीनियर भी हैं, विवेकानंद इंटरनेशनल स्कूल की प्रिंसिपल डॉ. निधि श्रीवास्तव के बेटे हैं। इस अवसर पर डॉ. निधि श्रीवास्तव को भी ढेर सारी बधाइयाँ दी गईं।
समारोह और महत्वपूर्ण व्यक्तियों की उपस्थिति
इस विशेष अवसर पर ह्यूमन वेलफेयर ट्रस्ट के ट्रस्टी सैयद आसिफ अख्तर, बचपन प्ले स्कूल के डायरेक्टर मतिनुल हक अंसारी, एमजीएम मेडिकल कॉलेज के रिटायर्ड हाजी जमील असगर, मानगो नगर निगम के ब्रांड एम्बेसडर मुख्तार आलम खान, मोहम्मद मोइनुद्दीन अंसारी, सेंट्रल पीस कमेटी के वरिष्ठ सदस्य हाजी मंजर आमीन, अफताब आलम, खुर्शीद अहमद खान, नादिर खान, रिजवानुज जमा, समाजसेवी हाजी रजी नौशाद, अपूर्व पाल, एहतेशामुर रहमान ने भी सौम्या दीप को बधाई दी।
तकनीक के फायदे और समाज पर प्रभाव
सौम्या दीप की इस नई तकनीक का पेटेंट होने के बाद, यह भविष्य में ऊर्जा भंडारण के क्षेत्र में महत्वपूर्ण बदलाव ला सकती है। इस तकनीक की मदद से ऊर्जा की आपूर्ति अधिक कुशलता से की जा सकेगी, जिससे समाज और उद्योगों को काफी लाभ होगा। इस उपलब्धि से प्रेरित होकर अन्य छात्र और युवा भी अनुसंधान और नवाचार के क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित होंगे। जमशेदपुर के इंजीनियरिंग छात्र सौम्या दीप की यह उपलब्धि न केवल उनके लिए, बल्कि पूरे समाज के लिए गर्व का विषय है। उनकी मेहनत और समर्पण ने उन्हें इस मुकाम तक पहुंचाया है, और उनकी तकनीक भविष्य में ऊर्जा भंडारण के क्षेत्र में महत्वपूर्ण बदलाव ला सकती है। यह सराहनीय है कि स्थानीय समाजसेवी और ह्यूमन वेलफेयर ट्रस्ट ने उनकी इस उपलब्धि को पहचाना और सम्मानित किया।
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