Jamshedpur Water Task Force: जलस्रोतों के संरक्षण और अतिक्रमण मुक्त करने के लिए टास्क फोर्स की अहम बैठक

जमशेदपुर में जलस्रोतों के संरक्षण और अतिक्रमण मुक्त करने के लिए आयोजित टास्क फोर्स की बैठक में लिए गए महत्वपूर्ण निर्णयों के बारे में जानें। परियोजना निदेशक दीपांकर चौधरी ने दी आवश्यक दिशा-निर्देश।

Dec 7, 2024 - 16:29
Dec 7, 2024 - 17:38
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Jamshedpur Water Task Force: जलस्रोतों के संरक्षण और अतिक्रमण मुक्त करने के लिए टास्क फोर्स की अहम बैठक
Jamshedpur: जलस्रोतों के संरक्षण और अतिक्रमण मुक्त करने के लिए टास्क फोर्स की अहम बैठक

झारखंड के जामशेदपुर में शहरी जलस्रोतों के संरक्षण और अतिक्रमण मुक्त अभियान के लिए एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। समाहरणालय सभागार में परियोजना निदेशक आईटीडीए श्री दीपांकर चौधरी की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में जलस्रोतों की सुरक्षा, अतिक्रमण हटाने और प्रदूषण नियंत्रण पर चर्चा की गई। इस बैठक में एसडीएम धालभूम, श्रीमती शताब्दी मजूमदार, और नगर निकायों के प्रमुख अधिकारी भी उपस्थित रहे।

जलस्रोतों का संरक्षण: दिशा-निर्देश और कार्ययोजना

बैठक के दौरान, अधिकारियों को निर्देश दिया गया कि वे जलस्रोतों का आकार उनके मूल नक्शे के आधार पर तीन महीने के भीतर चिन्हित करें और इसके आस-पास की सरकारी भूमि पर अतिक्रमण की रिपोर्ट तैयार करें। अंचल अधिकारी, मानगो, जमशेदपुर और चाकुलिया को यह रिपोर्ट प्रस्तुत करने का आदेश दिया गया। रिपोर्ट की समीक्षा के बाद, जलस्रोतों और इसके आस-पास की सरकारी भूमि पर अतिक्रमण हटाने के लिए उचित धाराओं के तहत कार्रवाई की जाएगी।

बैठक में यह भी तय किया गया कि जलस्रोतों के आसपास की अतिक्रमणों को झारखंड नगर पालिका अधिनियम 2011 और झारखंड भवन निर्माण उपविधि 2016 के प्रावधानों के तहत हटाया जाएगा और इसे समयबद्ध तरीके से पूरा किया जाएगा।

अवैध बन्दोबस्ती पर कार्रवाई

परियोजना निदेशक ने विशेष रूप से अवैध बन्दोबस्ती और जमाबन्दी पर ध्यान केंद्रित करते हुए कहा कि यदि किसी जलस्रोत की भूमि या उसके आसपास की सरकारी भूमि की अवैध बन्दोबस्ती की गई हो, तो टास्क फोर्स को नियमानुसार तुरंत कार्रवाई करनी होगी। उन्होंने स्पष्ट किया कि ऐसे मामलों में बन्दोबस्तीधारी और जमाबन्दीधारी को बेदखल किया जाएगा।

जलस्रोतों का संरक्षण: चुनौती और समाधान

बैठक में इस बात पर भी चर्चा की गई कि यदि कोई जलस्रोत सूखने के कगार पर है और उसके लिए आवश्यक जलभराव क्षेत्र उपलब्ध नहीं है, तो उसके आसपास की निजी भूमि के अधिग्रहण पर विचार किया जाएगा। इसके लिए नगर विकास और आवास विभाग को स्पष्ट कार्य योजना के साथ रिपोर्ट भेजने का निर्देश दिया गया।

नक्शे का सीमांकन और भविष्य की योजना

बैठक में अतिक्रमण मुक्त किए गए क्षेत्रों का स्पष्ट सीमांकन करने पर भी चर्चा हुई ताकि भविष्य में अतिक्रमण को आसानी से पहचाना जा सके। इसके लिए एक उत्तरदायित्व तय किया जाएगा जिससे जलस्रोतों को अतिक्रमण मुक्त रखा जा सके।

अधिकारियों की भागीदारी

बैठक में उप नगर आयुक्त जेएनएसी श्री कृष्ण कुमार, मानगो नगर निगम के श्री सुरेश यादव, कार्यपालक दंडाधिकारी और चाकुलिया नगर पंचायत के कार्यपालक पदाधिकारी समेत कई अन्य प्रमुख अधिकारी शामिल हुए।

इस बैठक का मुख्य उद्देश्य जलस्रोतों के संरक्षण और उनके अतिक्रमण से मुक्ति के लिए ठोस कदम उठाना था, जिससे स्थानीय नागरिकों को स्वच्छ और पर्याप्त पेयजल उपलब्ध हो सके।

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Nihal Ravidas निहाल रविदास, जिन्होंने बी.कॉम की पढ़ाई की है, तकनीकी विशेषज्ञता, समसामयिक मुद्दों और रचनात्मक लेखन में माहिर हैं।